आजकल हो रहे जलवायु परिवर्तन (Climate Change)का असर सबसे ज्यादा फसलों पर पड़ रहा है. जिससे किसान काफी परेशान हैं. वहीं इस साल लीची के उत्पादन पर भी मौसम की मार देखने को मिली है. किसान बीरेंद्र सिंह कहते हैं कि मौसम में इसी तरह से बदलाव होते रहे और तापमान में वृद्धि होती रही तो आने वाले समय में लीची की खेती करना कठिन हो जाएगा. लीची के लिए 33 से 38 डिग्री तक तापमान होना चाहिए, लेकिन इस साल तापमान 42 से 43 डिग्री तक है .जो लीची के लिए सही नहीं है. आगे कहते हैं 2007 में इस तरह का मौसम बना हुआ था. इस साल भी वैसा ही मौसम देखने को मिल रहा है.