बिहार के पटना में पशुपालक रमेश यादव गौशाला का संचालन कर रहे हैं. उनके पास करीब 20 के आसपास साहीवाल गाय हैं. साथ ही उनकी गौशाला में एक साहीवाल नस्ल का नंदी भी है. किसान तक के संवाददाता अंकित सिंह उनकी गौशाला पहुंचे. बातचीत में पशुपालक रमेश यादव ने कहा कि गौशाला के लिए एक अच्छा नंदी होना जरूरी है. साहीवाल नस्ल का नंदी शांत स्वभाव का होता है. गौशाला में नंदी को संवर्धन के लिए रखा जाता है. साहीवाल नंदी के बच्चे शुद्ध नस्ल के होते हैं. इसके आगे उन्होंने कहा कि बिना नंदी के गौशाला का निर्माण नहीं हो सकता है. नंदी के होने से गौशाला के दूसरे पशु सुरक्षित महसूस करते हैं. देखें किसान तक वीडियो.