यूरिक एसिड दिनचर्या से जुड़ी हुई एक गंभीर बीमारी है. इस रोग से शरीर के प्रभावित होने पर कई तरह की समस्याएं उत्पन्न होती हैं. खून में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ने से कई बार जोड़ों में इसके क्रिस्टल जमा होने लगते हैं जिससे गाउट और किडनी की पथरी का खतरा बढ़ जाता है. गर्मियों के मौसम में यूरिक एसिड बढ़ने की समस्या ज्यादा होती है. पर्याप्त पानी नहीं पीने से इसका असर खून पर पड़ता है जिससे यूरिक एसिड का लेवल बढ़ जाता है. यूरिक एसिड के लिए प्यूरिन जिम्मेदार होता है. प्यूरीन जब शरीर में टूटता है तो वह किडनी के द्वारा बाहर निकल जाता है लेकिन कभी-कभी शरीर में ही रह जाता है. इसके कारण यूरिक एसिड का लेवल बढ़ने लगता है.
यूरिक एसिड के चलते शरीर में हार्ट डिजीज, हाइपरटेंशन, किडनी स्टोन, गठिया जैसी बीमारी का जोखिम बढ़ जाता है. ऐसे में यूरिक एसिड की मात्रा को कंट्रोल करना बेहद जरूरी हो जाता है. लखनऊ में आयुर्वेद के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ सुरेश कुमार ने यूरिक एसिड के लिए खानपान को बेहद महत्वपूर्ण बताया है. उन्होंने बताया कि कई ऐसी सब्जी और फलों के जरिए भी इस बीमारी का नियंत्रण किया जा सकता है.
यूरिक एसिड के लिए प्यूरिन जिम्मेदार होता है. शरीर के ब्लड में जब यूरिक एसिड का लेवल हाई हो जाता है तो इससे जोड़ों में दर्द की समस्या सबसे पहले उत्पन्न होती है. ऐसे में चिकित्सक यूरिक एसिड का लेवल नॉर्मल रखने की सलाह देते हैं. लखनऊ में आयुर्वेद के वरिष्ठ चिकित्सक डॉक्टर सुरेश कुमार ने किसान तक को बताया कि यूरिक एसिड को नियंत्रण में रखने के लिए कई फलों का प्रयोग बेहद लाभकारी माना गया है जिनमें संतरा, नींबू ,चेरी ,अमरूद सबसे ज्यादा उपयोगी है.
संतरा खाने से शरीर को रफेज भरपूर प्राप्त होता है. इसमें पानी की मात्रा भरपूर होती है जिससे शरीर में प्यूरिन नहीं बढ़ता है. वही खून में जमा एक्स्ट्रा यूरिक एसिड को बाहर निकलने में नींबू मदद करता है. नींबू में साइट्रिक एसिड होता है जो यूरिक एसिड को तोड़ने में मदद करता है. इसके अलावा वाला अमरूद विटामिन सी से भरपूर होता है. फलों में चेरी का इस्तेमाल भी यूरिक एसिड के बढ़े हुए स्तर को कम करने में सहायक माना गया है.
यूरिक एसिड के मरीजों के लिए कई ऐसी सब्जियां है जिनका सेवन हानिकारक माना गया है. आयुर्वेद के वरिष्ठ चिकित्सक डॉक्टर सुरेश कुमार ने बताया कि यूरिक एसिड के मरीजों को फूलगोभी, पत्ता गोभी, हरे मटर, बिन्स, भिंडी और मशरूम नहीं खाने चाहिए. इन सब्जियों के खाने से शरीर में प्यूरिन की मात्रा बढ़ जाती है. पालक विटामिन और खनिजों से भरपूर है. यह एंटीऑक्सीडेंट से भी भरपूर होता है लेकिन अधिक मात्रा में खाने से कई समस्याएं हो सकती हैं. इनमें ऑक्सालेट्स शामिल हैं. टमाटर में फाइबर प्रचुर होता है. उच्च मात्रा के कारण यह भोजन शरीर के लिए अच्छा है. टमाटर में विटामिन और खनिज भी होते हैं. लेकिन ऑक्सालेट की मौजूदगी के कारण टमाटर अधिक खाने से भी यूरिक एसिड बढ़ सकता है.
यूरिक एसिड के मरीजों को विटामिन सी से युक्त सब्जियों का सेवन करना चाहिए. डॉक्टर सुरेश कुमार ने बताया कि कद्दू की सब्जी मरीज के लिए सबसे ज्यादा लाभकारी मानी गई है क्योंकि इसमें विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर होता है. इसके अलावा लौकी का प्रयोग भी यूरिक एसिड के मरीजों के लिए लाभकारी है.