साल 2023 को यूएन की तरफ से इंटरनेशनल इयर ऑफ मिलेट घोषित किया गया है. आम जनता और खास कर किसानों के बीच मोटे अनाजों की लोकप्रियता को बढ़ाने के लिए यह खास कदम उठाया गया है. आपको बता दें जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए खास मोटे अनाजों का चयन किया गया है. यह किसी भी जलवायु में आसानी से उगाए जा सकते हैं. जिस वजह से सरकार और यूएन मोटे अनाजों की खेती पर विशेष ध्यान देता आ रहा है.
मोटे अनाज की लोकप्रियता सिर्फ नेताओं और अभिनेताओं के बीच ही नहीं देखी जा रही है. बल्कि देश की सेवा करने वाले जवान भी इसके दीवाने हो गए हैं. स्वास्थ्य के प्रति बढ़ती जागरूकता से मोटे अनाजों की खपत बढ़ी है.
वहीं नई दिल्ली के आईएचएम पूसा में दो दिवसीय कार्यक्रम के दौरान अर्धसैनिक बलों के शेफ ने स्वादिष्ट मिलेट्स की खीर बनाई और अर्धसैनिक बलों के आहार और राशन में मिलेट्स शामिल करने के फायदों के बारे में भी विस्तार से जानकारी भी दी. इतना ही नहीं अर्धसैनिक बलों के रसोइयों ने IIMR द्वारा विकसित मिलेट्स की रोटी मशीन में 100% मिलेट्स की रोटी बनाने में अपना हाथ भी आजमाया. आपको बता दें इस मशीन की मदद से एक बार में 40-50 रोटिययां बनाई जा सकती है.
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आईएचएम पूसा में दो दिवसीय कार्यक्रम के दौरान अर्धसैनिक बलों मिलेट्स खीर के अलावा अन्य मिलेट डिश भी बनाना सीखा. अर्धसैनिक बलों का कहना है कि वो यहां से जो भी सीख कर जाएंगे वो अपने साथियों को भी सिखाएंगे. इतना ही नहीं मिलेट्स को लेकर उन्होंने कहा की पहले के जमाने में हम सब ये खाया करते थे. ऐसे में इसे फिर से डाइट में शामिल करने की जरूरत है. अर्धसैनिक बलों ने 2 दिवसीय कार्यक्रम का वीडियो भी लोगों के साथ शेयर किया. जहां वो ना सिर्फ खीर बल्कि अन्य डिश भी बनाते नजर आ रहे थे. साथ ही उन्होंने लोगों को मिलेट्स के फायदों के बारे में भी बताया.