भारतीय मक्के की मांग दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है. यहां के मक्के की विदेशों में मांग को देखते हुए भारत को मक्का एक्सपोर्ट का पावर हाउस कहना लाजमी होगा. दरअसल भारत के मक्के का इस्तेमाल विदेशों में भोजन और चारा दोनों उद्देश्यों से किया जाता है. कई अफ्रीकी देशों में मोटे अनाजों की मांग बढ़ने की वजह से भारतीय मक्के की नए क्षेत्रों से मांग सामने आई है. वहीं मक्का की खेती भारत में मुख्य रूप से आंध्र प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, कर्नाटक, राजस्थान, एमपी, छत्तीसगढ़, झारखंड, गुजरात और उत्तर प्रदेश आदि राज्यों में की जाती है.
इसी के साथ मक्का की मांग साल भर बाज़ार में बनी रहती है. अब इससे इथेनॉल भी बनने लगा है. इसकी बढ़ती हुई मांग को देखते हुए किसान इसकी खेती से अच्छी आय कमा रहे हैं.
एक्सपोर्ट का पावर हाउस बना मक्का
- मक्का सबसे बहुमुखी उभरती हुई फसलों में से एक है जिसमें विभिन्न कृषि-जलवायु परिस्थितियों में व्यापक अनुकूलन क्षमता है.
- यह दूसरे दर्जे का अनाज है जिसका उपयोग सामूहिक रूप से खाद्य पदार्थ या चारे के रूप में किया जाता है.
- भारत में चावल और गेहूं के बाद मक्का तीसरी सबसे महत्वपूर्ण खाद्य फसल है.
- विश्व स्तर पर, मक्के को अनाजों की रानी के रूप में जाना जाता है, क्योंकि इसमें अनाजों के बीच सबसे अधिक उपज क्षमता होती है.
- मक्के की खेती किसी भी मिट्टी में की जा सकती है, क्योंकि इसमें कम उपजाऊ मिट्टी और रासायनिक उर्वरकों की आवश्यकता कम होती है.
- मक्का उगाने वाले देशों में, भारत क्षेत्रफल में चौथे और उत्पादन में 7वें स्थान पर है जो विश्व के मक्का क्षेत्र का लगभग 4 फीसदी और वैश्विक उत्पादन का 2 फीसदी है.
- वर्ष 2022-23 के लिए प्रमुख फसलों के उत्पादन के सरकार के तीसरे अनुमान के अनुसार, भारत में मक्का का उत्पादन 35.91 मिलियन टन के रिकॉर्ड उच्च स्तर पर आंका गया है.
- आंध्र प्रदेश (20.9), कर्नाटक (16.5), राजस्थान (9.9), महाराष्ट्र (9.1), बिहार (8.9), उत्तर प्रदेश (6.1), मध्य प्रदेश (5.7), हिमाचल प्रदेश (4.4) फीसदी के साथ प्रमुख मक्का उत्पादक राज्य हैं, जो देश के कुल मक्का उत्पादन में 80 फीसदी से अधिक का योगदान देते हैं.
- मक्का भारत के लिए महत्वपूर्ण विदेशी मुद्रा कमाने वाले फसल के रूप में उभरा है. 2018-19 में 1,872 करोड़ रुपये के साथ, मक्का का निर्यात लगभग पांच गुना बढ़ गया है. इससे निर्यात का कुल मूल्य 2022-23 में 8,987 करोड़ रुपये हो गया है. भारत ने दुनिया भर में 3,453,680.58 मीट्रिक टन मक्का का निर्यात किया है.