भारत में लोकसभा चुनाव 2024 की धूम के बीच किसान आंदोलन का शोर गुम हो गया है, लेकिन इन दिनों पाकिस्तान किसान आंदोलन की नई रण भूमि बनता हुआ दिखाई दे रहा है.पाकिस्तान में गेहूं खरीद, MSP से कम दाम को लेकर किसान आंदोलन कर रहे हैं. इस बीच आंदोलनकारी किसानों की गिरफ्तारियां भी हुई हैं. वहीं आने वाले दिनों में पाकिस्तान में किसान आंदोलन का विस्तार होने की संभावनाएं भी जताई जा रही हैं. आइए इस कड़ी में जानते हैं कि पाकिस्तान में शुरू हुए किसान आंदोलन का लेटेस्ट अपडेट क्या है और गेहूं खरीद, MSP को लेकर शुरू हुए आंदोलन की पूरी कहानी क्या है.
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में नया किसान आंदोलन शुरू हुआ है. किसान इत्तेहाद पाकिस्तान के नेतृत्व में शुरू हुए इस किसान आंदोलन में बीते दिन 46 किसानों को पंजाब पुलिस ने हिरासत में लिया है. पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक किसानों का दावा है कि पूरे पंंजाब प्रांत से सैकड़ों को हिरासत में लिया गया है.
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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गेहूं खरीद की खराब नीति के विरोध में किसान पंजाब विधानसभा का घेराव करने के लिए एकत्रित हुए थे, लेकिन विधानसभा पहुंचने से पहले ही पुलिस ने उन्हें रोक लिया और किसानों को हिरासत में ले लिया गया है. पाकिस्तानी अखबार डॉन ने किसान इत्तेहाद पाकिस्तान के महासचिव मियां उमैर मसूद के हवाले से लिखा है कि लाहौर में पुलिस ने 250 से अधिक किसानों को गिरफ्तार किया है. हालांकि लाहौर पुलिस ने सिर्फ 46 किसानों को हिरासत में लेने का दावा किया है.
वहीं मियां उमैर मसूद ने अब किसान आंदोलन को तेज करने का ऐलान किया है. जिसके तहत किसान अपने पशुओं के साथ हाइवे जाम करेंगे. किसानों के इस ऐलान को इमरान खान की पार्टी पीटीआई समेत अन्य राजनीतिक ने भी समर्थन देने की घोषणा की है.
पाकिस्तान में शुरू हुए किसान आंदोलन की मुख्य वजह गेहूं खरीद की खराब नीति है. मसलन, सरकार ने गेहूं खरीद की प्रक्रिया अभी भी शुरू नहीं की है. इसी तरह गेहूं खरीद का प्रांतीय कोटा 4 मिलियन टन से घटाकर आधा कर दिया है. इसके पीछे तर्क ये दिया जा रहा है कि पाकिस्तान के पास 2.3 मिलियन टन का स्टॉक पहले से है. इस वजह से भंडारण क्षमता कम है. नजीतन गेहूं खरीद का कोटा कम किया गया है. गेहूं की सरकारी खरीद ना होने से किसानों की मुश्किलें बढ़ी हुई हैं और किसानों को कम दाम मिल रहे हैं. नतीजतन किसान आंदोलन कर रहे हैं.
गेहूं खरीद का सरकारी कोटे में कटौती से बाजार में गेहूं के दामों में गिरावट हुई है. मसलन, पाकिस्तान की आटा मिल्स MSP से कम दाम में गेहूं खरीद रहे हैं. पाकिस्तान में गेहूं का MSP 3900 पाकिस्तानी रुपये (1168 रुपये भारतीय) मन है. मन में 40 किलो गेहूं होता है, लेकिन आटा मिल्स तकरीबन 3200 पाकिस्तानी रुपये मन के हिसाब से गेहूं की खरीदी किसानों से खरीद रहे हैं. ऐसे में खुले बाजार में गेहूं बेचना किसानों के लिए नुकसान का सौदा साबित हो रहा है.
पाकिस्तान में किसान आंदोलन की वजह से गेहूं खरीद में देरी, खरीद कोटे में कटौती और MSP से मिल रहा कम दाम ही नहीं है. इसके साथ ही नमी और बारदाने की समस्या ने भी किसानों को आंदोलन को मजबूर किया है. पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स ने खाद्य मंत्री बिलाल यासीन के हवाले से रिपोर्ट किया है कि बारिश के कारण गेहूं में सामान्य से 18 फीसदी तक नमी है. ऐसे में सूखने के बाद गेहूं का वजन कम हो जाएगा, जिससे खरीद केंद्रों को नुकसान होगा. इस दावे के साथ उन्होंने गेहूं खरीद में हो रही देरी का बचाव किया है.
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वहीं इस साल गेहूं खरीद के लिए बारदाने के नियमों में भी बदलाव किया है. मसलन, बारदाने के लिए पहले लिखित आवेदन करना होता था. अब ऑनलाइन आवेदन की व्यवस्था की गई है. किसान नेताओं का कहना है कि ऑनलाइन आवेदन करने में वह सक्षम नहीं है. इस तरह पंजाब में गेहूं खरीद, MSP से कम भाव के विरोध में किसान आंदोलन तेज होता हुआ दिखाई दे रहा है.