Asli Nakli: सावन में धड़ल्ले से बिक रहा डिटर्जेंट-रिफाइंड से बना मावा-खोवा, खरीदने से पहले ऐसे करें इसकी जांच

Asli Nakli: सावन में धड़ल्ले से बिक रहा डिटर्जेंट-रिफाइंड से बना मावा-खोवा, खरीदने से पहले ऐसे करें इसकी जांच

बाजार में मावा की मांग को पूरा करने के लिए चूना, चाक और यहां तक कि सफेद रसायन मिलाकर भी मावा बनाया जा रहा है. कई लोग पुराने एक्सपायर्ड मिल्क पाउडर से ही मावा बनाते हैं. ऐसे में इसका सेवन ना केवल आपको बीमार बना सकता है बल्कि कई बीमारियों का शिकार भी आप हो सकते हैं.

मावा-खोया असली है या नकली, ऐसे करें पहचानमावा-खोया असली है या नकली, ऐसे करें पहचान
प्राची वत्स
  • Noida,
  • Jul 19, 2023,
  • Updated Jul 19, 2023, 11:30 AM IST

सावन का महिना चल रहा है. लोग भगवान शिव को खुश करने के लिए कई तरह के पकवान और मिठाई घर पर ही तैयार कर रहे हैं. वहीं सोमवार को विशेष रूप से भगवान को भोग चढ़ाया जाता है. ऐसे में खोवा और मेवों का इस्तेमाल अधिक बढ़ गया है. ऐसे में मांग को पूरा करने के लिए इसमें मिलावट किया जाता है. मिठाइयों में चल रही मिलावट के कारण लोग मावा खरीदना पसंद करते हैं लेकिन, अब यह मावा (नकली मावा) भी साफ नहीं रह गया है. जी हां, बाजार में मावा की बढ़ती मांग के कारण अब इसमें भी केमिकल, डिटर्जेंट और रिफाइंड की मिलावट होने लगी है. इसे खुशबूदार बनाने के लिए इसमें कई तरह के एसेंस मिलाए जा रहे हैं, जो सेहत के लिए बेहद हानिकारक हैं.

जब इस मावे से मिठाइयाँ बनाई जाती हैं तो यह कोलेस्ट्रोल तक बढ़ा देता है. जागरुकता की कमी के कारण लोग इस मावा को असली समझकर खरीद लेते हैं. इसमें सेहत के साथ-साथ पैसे भी ज्यादा खर्च होते हैं, इसलिए बाजार से मावा खरीदने की बजाय इसे घर पर ही बनाएं. अगर आपको बाजार से मावा खरीदना है तो इन बातों का ध्यान रखें. इससे नकली मावा को पहचानने में मदद मिलेगी.

मावा को बनाने में की जा रही है इन चीजों की मिलावट

बाजार में मावा की मांग को पूरा करने के लिए चूना, चाक और यहां तक कि सफेद रसायन मिलाकर भी मावा बनाया जा रहा है. कई लोग पुराने एक्सपायर्ड मिल्क पाउडर से ही मावा बनाते हैं. इसे बनाने के लिए दूध और पानी में यूरिया, डिटर्जेंट पाउडर और घटिया गुणवत्ता के वनस्पति घी की मिलावट की जा रही है.
वहीं मावा के लिए सिंथेटिक दूध का भी इस्तेमाल किया जाता है, जो यूरिया, वाशिंग पाउडर, रिफाइंड ऑयल और पानी को मिलाकर तैयार किया जाता है. कई लोग मावा में सिंघाड़े का आटा, मैदा या आलू मिलाकर इसकी मात्रा बढ़ा देते हैं. इससे दुकानदारों को तो मुनाफा हो जाता है, लेकिन जो ग्राहक यह खराब मावा खाता है, उसे सेहत और पैसा दोनों खर्च करना पड़ता है.

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ऐसे करें मिलावटी मावे की पहचान

  • मावा असली है या नकली इसकी पहचान करना बहुत आसान है. इसके लिए मावा का एक छोटा सा सैंपल ही खरीदना चाहिए. 
  • इसके बाद मावा में थोड़ी सी चीनी डालकर गैस पर गर्म कर लीजिए.
  • अगर गर्म करने पर मावा पानी छोड़ने लगे तो समझ लें कि यह नकली मावा है, जो आपको बहुत बीमार कर सकता है.
  • मावा को आप अंगूठे के नाखून पर रगड़ कर भी देख सकते हैं. अगर घी की महक आये तो मावा असली है. अगर इसमें केमिकल या अजीब गंध आती है तो यह मिलावटी हो सकता है.
  • असली-नकली मावा की पहचान करने के लिए आप इसकी गोलियां बनाकर भी देख सकते हैं. अगर गोलियां फूलकर फट जाती हैं या बिखर जाती हैं तो मावा दूध का नहीं, बल्कि किसी चीज की मिलावट से बना है.
  • जानकारी के लिए बता दें कि असली मावा का स्वाद कच्चे दूध जैसा और खुशबू घी जैसी होती है. अगर केमिकल की हल्की गंध भी आ रही है या बिल्कुल भी गंध नहीं आ रही है तो भी मावा मिलावटी हो सकता है.
  • आप चाहें तो मावा को मुंह में डालकर भी देख सकते हैं. अगर मावा चिपकता है तो यह नकली है, क्योंकि असली मावा चिपकता नहीं है.
  • मावा में असली और नकली की पहचान करने के लिए आप इसे पानी में फेंट भी सकते हैं. अगर मावा फेटने पर टूट कर बिखर जाए तो वह असली दूध का बना नहीं हो सकता.

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