आज से आषाढ़ का महीना शुरु हो रहा है. किसानों और कृषि क्षेत्र के लिए ये महीना बेहद खास है. इस महीने की शुरुआत होते खरीफ सीजन की कुछ फसलों की बुवाई लगभग अंतिम चरण में होती तो कुछ फसलों की बुवाई शुरू होती है. देश के ज्यादातर हिस्सों में किसान अपने खेतों में अलग-अलग फसलों की जुताई-बुवाई, निराई-गुड़ाई शुरु कर देते हैं. इस महीने में मॉनसूनी बारिश देश के ज्यादातर हिस्सों में होने लगी है, जो खरीफ फसलों के उत्पादन में मददगार साबित होगी. वहीं, हिंदू पंचांग के अनुसार, आषाढ़ का महीना चौथा महीना होता है. इसी महीने से पूरे देश में वर्षा ऋतु की शुरुआत भी होती है. साथ ही इस महीने से वातावरण में भी थोड़ी सी नमी आनी शुरू हो जाती है. इस बार आषाढ़ मास 23 जून यानी आज से शुरू होकर 21 जुलाई तक रहेगा.
आषाढ़ महीने की शुरुआत होते ही देश के ज्यादातर किसान अपने बैल और ट्रैक्टर को लेकर खेतों में पहुंच जाते हैं और खरीफ फसलों की बुवाई, निराई शुरू कर देते हैं. इस खास महीने में में खरीफ फसलों में कपास, धान, मक्का, ज्वार, बाजरा, सोयाबीन की खेती मुख्य रूप से की जाती है. वहीं, दक्षिण भारत के कई राज्य जैसे तमिलनाडु, कर्नाटक में किसान कपास की बुवाई लगभग पूरी कर चुके हैं. वहीं, उत्तर भारत की बात करें तो छत्तीसगढ़ और झारखंड में खरीफ सीजन की मुख्य फसल धान की भी बुवाई शुरू हो चुकी है. साथ ही बिहार और उत्तर प्रदेश में आषाढ़ मास की शुरुआत होते ही धान, मक्का, अरहर और बाजरा समेत कई तरह की फसलों की खेती शुरू हो गई है.
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आषाढ़ माह की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा का त्योहार मनाया जाता है. इस दिन गुरुजनों का आशीर्वाद प्राप्त होता है. ये महीना तीर्थ यात्रा करने के लिए सबसे शुभ माना जाता है. इस महीने में दान और ध्यान दोनों का महत्व होता है. नमक, तांबा, कांसा, मिट्टी का पात्र, गेहूं, गुड़, चावल, तिल दान करना शुभ माना जाता है.
आषाढ़ मास के पहले दिन खड़ाऊं, छाता, नमक और आंवले का दान किसी ब्राह्मण को करते हैं. इसी महीने में श्रीजगन्नाथ जी की रथ यात्रा भी निकाली जाती है. इसी महीने में सूर्य और देवी की भी उपासना की जाती है. इस महीने में तंत्र और शक्ति उपासना की जाती है. इस महीने में तंत्र और शक्ति उपासना के लिए '' गुप्त नवरात्रि '' भी मनाते हैं. इसी महीने से श्री हरि विष्णु शयन के लिए चले जाते हैं. अगले चार महीने तक शुभ कार्यों पर भी रोक लग जाती है. आषाढ़ माह की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा भी मनाते हैं.