Explained: ऐसी खेती जिसमें खेत की जरूरत नहीं, बस हवा में हो जाएगा सारा काम!

नॉलेज

Explained: ऐसी खेती जिसमें खेत की जरूरत नहीं, बस हवा में हो जाएगा सारा काम!

  • 1/7
aeroponic farming

ऐसी खेती जिसमें पौधों को हवा में उगाया जाए, उसे एरोपोनिक फार्मिंग कहते हैं. यह नई तरह की खेती है जिसमें पौधे हवा में और जड़ें भी हवा में होती हैं. इसमें जमीन या खेत की जरूरत नहीं होती. बिना जमीन के हवा में खेती की जाती है.

  • 2/7
aeroponic farming tips

इसमें पौधे पूरी तरह से हवा में झूलते हैं. मिट्टी के बदले पौधो ंको हवा में ही लगाया जाता है. जहां जमीन की घोर कमी होती है, वहां यह खेती सफल है. इसमें छोटे पौधों को आसानी से उगाया जाता है और उन्हें विकसित किया जाता है. यह अगले समय में सबसे प्रचलित खेती साबित होगी.

  • 3/7
farming new tips

एरोपोनिक फार्मिंग ऐसी खेती है जिसमें पौधों की जड़े पूरी तरह से हवा में झूलती हैं. ये जड़ें आपको दिख भी जाती हैं क्योंकि इनका मिट्टी से कोई लेनादेना नहीं होता. इन जड़ों के माध्यम से भी पौधों को पोषण दिया जाता है और उन्हें बढ़ने का मौका मिलता है.

  • 4/7
aeroponic technique

एरोपोनिक फार्मिंग में पौधों की जड़ों पर पानी छिड़का जाता है और इसी के माध्यम से उन्हें पोषक तत्व मिलते हैं. इस तरह की फार्मिंग अकसर सजावटी फूलों की की जाती है. या बागवानी फसलों की खेती में इसका प्रयोग होता है. जड़ों पर पोषक तत्वों से मिले पानी का छिड़काव किया जाता है. 

  • 5/7
aeroponic farming tips

इस तकनीक की मदद से सब्जियों की खेती बड़े पैमाने पर की जा सकती है. बाहर के देशों में इसका पूरा इस्तेमाल हो रहा है जहां जमीन और खेती की घोर कमी है. शहरों में जहां जमीन की किल्लत होती है, वहां भी एरोपोनिक फार्मिंग के माध्यम से खेती की जा रही है. 

  • 6/7
nasa aeroponic

एरोपोनिक फार्मिंग ऐसी तकनीक है जिसे अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा भी अपना रही है. इस तकनीक की मदद से नासा स्पेस में पौधे उगा रहा है और उसे खाने के लिए इस्तेमाल कर रहा है. नासा ने इस तकनीक पर बहुत रिसर्च की है.

  • 7/7
new aeroponic farming

अभी क्लाइमेट चेंज की समस्या सबसे बड़ी है. दिनों दिन जलवायु परिवर्तन गंभीर होता जा रहा है जिसका सबसे खराब असर खेती पर पड़ रहा है. साथ ही, रासायनिक खादों ने मिट्टी को बर्बाद कर दिया है. ऐसे में एरोपोनिक तकनीक खेती के लिए सबसे अच्छा माध्यम बन रही है.