बिहार के रोहतास जिले के कृषि विज्ञान केंद्र बिक्रमगंज के वैज्ञानिकों द्वारा पराली के सही उपयोग को लेकर बायोचार उत्पादन इकाई (Biochar Production Unit) बनाया गया है इस इकाई की मदद से वह पराली का उपयोग खाद बनाने के तौर पर करते हैं और वही कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ रामाकांत सिंह का कहना है कि अगर किसान बायोचार इकाई की मदद से पराली का सदुपयोग करता है तो एक तरफ खेत में पराली जलाने की समस्या से छुटकारा मिलेगा वही उस पराली का वह खाद के तौर में खुद उपयोग करने के साथ अन्य किसानों को भेज भी सकता है.