भिंडी एक लोकप्रिय सब्जी है. सब्जियों में भिंडी का प्रमुख स्थान है जिसे लोग लेडी फिंगर या ओकरा के नाम से भी जानते हैं. वहीं गर्मी के दिन आते ही मार्केट में भिंडी की डिमांड बढ़ जाती है. ऐसे में हमें यह भी जानना चाहिए कि भिंडी की खेती कैसे आपके इस स्वाद को बढ़ाती है. इतना ही नहीं, भिंडी की खेती किसानों की कमाई भी बढ़ाने वाली है. भिंडी की खेती करके किसान अधिक मुनाफा भी कमाते हैं. ऐसे में किसानों के लिए जरूरी है कि वो सही किस्मों का चयन करें.
वहीं अगर आप भी भिंडी की कुछ ऐसी ही किस्म की तलाश कर रहे हैं, तो आप भिंडी की हाइब्रिड किस्म काशी लालिमा, काशी चमन, पूसा-5, अर्का अनामिका और वर्षा उपहार की खेती कर सकते हैं. आइए बताते हैं कहां सस्ते में मिलेगा इनके बीज और क्या है इन सभी बीजों की खासियत.
राष्ट्रीय बीज निगम (National Seeds Corporation) किसानों की सुविधा के लिए ऑनलाइन भिंडी की उन्नत काशी लालिमा, काशी चमन, पूसा-5, अर्का अनामिका और वर्षा उपहार किस्म का बीज बेच रहा है. इस बीज को आप ओएनडीसी के ऑनलाइन स्टोर से खरीद सकते हैं. यहां किसानों को कई अन्य प्रकार की फसलों के बीज भी आसानी से मिल जाएंगे. किसान इसे ऑनलाइन ऑर्डर करके अपने घर पर डिलीवरी करवा सकते हैं.
अर्का अनामिका किस्म- भिंडी की अर्का अनामिका किस्म येलो वेन मोजेक विषाणु रोग से खुद का बचाव करने में सक्षम है. इसके पौधे की लंबाई 120-150 सेमी. तक होती है और इसमें कई शाखाएं भी होती हैं. इस किस्म की भिंडी के फलों में रोंए नहीं होते और वह मुलायम होती है. यह किस्म गर्मी और बरसात दोनों के लिए उपयुक्त है.
पूसा-5 किस्म- भिंडी की उत्पादन की दृष्टि से उन्नत किस्मों में पूसा-5 किस्म काफी लोकप्रिय है. यह गर्मी के मौसम में 40 से 45 दिन और वर्षा के मौसम में 60 से 65 दिन के बाद तैयार हो जाती है.
काशी लालिमा किस्म- लाल भिंडी की खेती रबी और खरीफ दोनों सीजन में आसानी से की जा सकती है.. हालांकि, इसके लिए आपको बीज खरीदते वक्त यह ध्यान देना होगा कि वह किस सीजन के बीज हैं. जिस खेत में भी भिंडी की खेती करें, उसमें ध्यान रखें कि पानी ना रुके, वरना पौधे खराब हो सकते हैं. इस किस्म की फसल जल्दी तैयार हो जाती है और अधिक वक्त तक फल देती है. इसमें 45-50 दिन में ही फल मिलने शुरू हो जाते हैं और करीब 6 महीने तक मिलते रहते हैं.
काशी चमन किस्म- भिंडी की काशी चमन एक स्वदेशी किस्म है, जो वर्ष 2019 में वाराणसी में विकसित की गई थी. इस किस्म की खासियत ये है कि गर्मी से लेकर बरसात में भी ये बंपर पैदावार देती है. भिंडी की ये किस्म पीला मोजेक और पत्ती लपेटक इल्लियों जैसे खतरनाक कीट-रोगों के प्रकोप से मुक्त मजबूत खड़ी रहती है. रोगरोधी होने के कारण काशी चमन भिंडी में नुकसान की संभावना कम ही रहती है.
वर्षा उपहार किस्म- भिंडी की वर्षा उपहार किस्म पीलिया रोग रोधी क्षमता वाली है. इसकी पैदावार 40 क्विंटल प्रति एकड़ है. इसके पौधे मध्यम, लंबे होते हैं. वहीं यह किस्म 45 दिन में फल देना शुरू कर देती है
अगर आप भी भिंडी की काशी लालिमा, काशी चमन, पूसा-5, अर्का अनामिका और वर्षा उपहार किस्म की खेती करना चाहते हैं तो काशी लालिमा के बीज का 100 ग्राम का पैकेट फिलहाल 40 फीसदी की छूट के साथ 45 रुपये, अर्का अनामिका के 100 ग्राम का पैकेट 31 फीसदी के छूट के साथ 35 रुपये, काशी चमन के 100 ग्राम का पैटेक 31 फीसदी छूट के साथ 33 रुपये, पूसा-5 के 100 ग्राम का पैटेक 40 फीसदी छूट के साथ 45 और वर्षा उपहार किस्म के बीज के 100 ग्राम का पैटेक 31 फीसदी की छूट के साथ 35 रुपये में राष्ट्रीय बीज निगम के वेबसाइट पर मिल जाएगा. इसे खरीद कर आप आसानी से खेती कर सकते हैं.