सर्दी का मौसम शुरू होते ही सबके सामने ठंड एक समस्या बनकर खड़ी हो जाती है. जब सर्दी अपनी चरम सीमा पर होती है, उस वक्त किसानों को भी अपनी फसलों को बचाने की चिंता सताने लगती है. कड़क सर्दी के कारण फसलों पर पाला पड़ने की आंशका बढ़ जाती है, जिससे रबी की फसलों को काफी नुकसान पहुंचता है. किसान चाहते हैं कि वे पाले से किसी भी तरह अपनी आलू, अरहर, चना, सरसों, तोरिया, बागवानी फसलें, गेहूं, जौ आदि को बचाएं. जब वायुमंडल का तापमान 4 डिग्री सेल्सियस से कम और शून्य डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है, तो पाला पड़ता है. इसलिए पाले से बचने के लिए किसी भी तरह से वायुमंडल के तापमान को शून्य डिग्री सेल्सियस से ऊपर बनाये रखना जरूरी हो जाता है. ऐसा करने के लिए कुछ उपाय सुझाये गये हैं, जिन्हें अपनाकर हमारे किसान भाई ज्यादा फायदा उठा सकेंगे.