प्लास्टिक मल्चिंग के नुकसान नहीं जानते होंगे आप, अभी नोट कर लें ये 10 पॉइंट्स

प्लास्टिक मल्चिंग के नुकसान नहीं जानते होंगे आप, अभी नोट कर लें ये 10 पॉइंट्स

मल्‍च का प्रयोग मुख्‍य तौर पर पानी से मिट्टी को होने वाले नुकसान को रोकना है ताकि कोई भी फसल पानी की नियंत्रित मात्रा के साथ बढ़े. इसके अलावा यह मिट्टी के तापमान, पानी के प्रयोग की क्षमता, पौधों के विकास, फसलों की गुणवत्ता के साथ ही साथ उसे खरपतवार और कीड़ों के संक्रमण से भी बचाता है.

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  • New Delhi ,
  • Sep 03, 2024,
  • Updated Sep 03, 2024, 8:19 PM IST

आजकल कई घरों में और कई किसान भी प्‍लास्टिक मल्चिंग का प्रयोग करने लगे हैं. मल्‍च यानी मिट्टी की सतह पर प्रयोग की जाने वाली सामग्री और आजकल इस टेक्निक का प्रयोग कई तरह से किया जाने लगा है. बाजार में कई तरह के प्‍लास्टिक मल्‍च इस समय मौजूद हैं जिनका प्रयोग कई तरह की फसलों में किया जाने लगा है. वहीं अब जहां इसके इतने फायदे हैं तो इसके कुछ नुकसान भी हैं.आइए आज हम आपको मल्चिंग के 10 नुकसान के बारे में बताते हैं.  

फसलों पर होता है गलत प्रभाव 

मल्‍च का प्रयोग मुख्‍य तौर पर पानी से मिट्टी को होने वाले नुकसान को रोकना है ताकि कोई भी फसल पानी की नियंत्रित मात्रा के साथ बढ़े. इसके अलावा  यह मिट्टी के तापमान, पानी के प्रयोग की क्षमता, पौधों के विकास, फसलों की गुणवत्ता के साथ ही साथ उसे खरपतवार और कीड़ों के संक्रमण से भी बचाता है.

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ऐसी कई रिसर्च हुई हैं जिनसे पता लगता है कि बाजार में मिलने वाले रंग-बिरंगे मल्‍च का फसलों पर गलत प्रभाव भी पड़ता है. कुछ पौधों में वृद्धि और फसल में कमी, कीटों का संक्रमण, माइक्रोप्लास्टिक प्रदूषण, मिट्टी का जमाव जैसे नुकसान भी देखे गए हैं.

  1. ज्‍यादा मल्चिंग की वजह से घास दबने का डर रहता है जिससे उसे ऑक्सीजन ठीक से नहीं मिल पाती. 
  2. मल्चिंग की वजह से कीड़ों को छिपने की जगह मिल जाती है और इससे संक्रमण हो सकता है. 
  3. मल्चिंग की वजह से मिट्टी का तापमान भी बढ़ जाता है जिससे माइक्रोब्स बढ़ जाते हैं. इससे फसल को नुकसान हो सकता है.
  4. मल्चिंग से मिट्टी में प्लास्टिक के छोटे-छोटे कण मिल जाते हैं जो प्रदूषण को बढ़ाते हैं. 
  5. मल्चिंग से मिट्टी का बायोलॉजिकल सिस्‍टम खराब हो सकता है. 
  6. मिट्टी के नमूने और तापमान में बदलाव होता है जिससे माइक्रोक्लाइमेट का निर्माण होता है. 
  7. प्लास्टिक मल्चिंग से कुछ खास कीट फसलों के लिए आकर्षित हो सकते हैं. 
  8. सूखे बायो मल्चिंग से आग लगने का खतरा भी रहता है. 
  9. बायो मल्चिंग की वजह से हल्की बारिश मिट्टी तक नहीं पहुंच पाती. 
  10. फसल के बाद मल्चिंग को कैसे खत्‍म किया जाए, यह भी एक बड़ा सवाल होता है. 

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इसके अलावा कई रिसर्च में इस बात के संकेत मिले हैं कि प्लास्टिक मल्च का प्रभाव मिट्टी के तापमान, नमी और पानी सोखने की क्षमता को भी प्रभावित कर सकता है. काला और नीला प्लास्टिक मल्‍च मिट्टी के तापमान को बढ़ाता है. 

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