किसान बीज बोने से फसल काटने तक ही सीमित नहीं होना चाहिए. बल्कि उसे अपनी फसल बेचने या निर्यात करने वाला भी बनना होगा. तभी किसान की तरक्की होगी. इसके लिए किसान मेले, ट्रेनिंग और खेतों में जाकर लाइव सेशंस भी किए जाते हैं. ये सब किया जाता है जोधपुर स्थित, साउथ एशिया बायोटेक्नोलॉजी सेंटर (south asia biotechnology centre) में. किसान तक ने सेंटर के संस्थापक भागीरथ चौधरी और यहां बतौर सलाहकार काम कर रहे सीनियर कृषि वैज्ञानिक डॉ. डी कुमार से बातचीत की.