जैविक खेती करने के हैं अनेक लाभ, जानें कैसे इसे अपना सकते हैं क‍िसान

जैविक खेती करने के हैं अनेक लाभ, जानें कैसे इसे अपना सकते हैं क‍िसान

जैविक खेती के लाभ के बारे में हम बचपन से सुनते आ रहे हैं, रकार द्वारा इस पद्धति को बढ़ावा देने का प्रयास भी किया जा रहा है लेकिन लोगों को जैविक खेती के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है, आइए जानते हैं जैविक खेती करने की विधि के बारे में.

जैविक खेती करने से मिट्टी और पर्यावरण को संरक्षित किया जा सकता है, फोटो साभार: Freepikजैविक खेती करने से मिट्टी और पर्यावरण को संरक्षित किया जा सकता है, फोटो साभार: Freepik
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Jan 04, 2023,
  • Updated Jan 04, 2023, 6:03 PM IST

जैविक खेती के लाभ के बारे में आप सबने सुना ही होगा. जैव‍िक खेती का मतलब खेतों पर रासायनिक उर्वरकों, कीटनाशक और खरपतवार नाशक का उपयोग न कर जीवांश युक्त खादों का प्रयोग किया जाता है. इससे मिट्टी और पर्यावरण के प्रदूषण को कम किया जाता है. साथ ही इस पद्धति से की गई खेती से होने वाली उपज अधिक पौष्टिक होती है. लगातार सरकार द्वारा इस पद्धति को बढ़ावा देने का प्रयास भी किया जा रहा है. लेकिन, लोगों को जैविक खेती के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है, आइए जानते हैं जैविक खेती करने की विधि के बारे में.


इस तरह से करें जैव‍िक खेती

 कोई भी खेती करने का पहला चरण  होता है खेत की अच्छी और गहरी जुताई करना जिससे मिट्टी का पलटाव हो, ऐसा करने से मिट्टी की उर्वरा शक्ति लंबे समय तक बनी रहेगी खेतों की जुताई के बाद इसकी पुरानी फसल के अवशेष को पूरी तरह से हटा कर साफ कर देना चाहिए. 

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खेतों की बुआई के लिए प्रतिरोधी फसलों की बुआई करना चाहिए. साथ ही खेत में किसी भी तरह के रसायनों का उपयोग न कर प्राकृतिक तरीके से बनाई गई गोबर की खाद  या हरी खाद का प्रयोग करना चाहिए. साथ ही जैविक रूप से बनाए गए कीटनाशक का इस्तेमाल करें.  इसके अलावा उपलब्ध जल संसाधनों का सावधानीपूर्वक उपयोग करें. साथ ही वर्षा जल का संरक्षण करने का भी प्रयास करना चाहिए.

पशुपालन को बढ़ावा मिलेगा

जैविक खेती के लिए पशुधन को बढ़ावा मिलता है. आप सीमित संख्या में स्वस्थ पशुओं को पालने से आपको खाद बना सकते हैं. साथ ही आपको शुद्ध दूध भी मिलेगा. सबसे जरूरी चीज यह है कि ऐरा प्रथा पर अंकुश लगाया जा सकेगा. लोग इस्तेमाल के बाद पशुओं को सड़कों पर आवारा छोड़ देते हैं जो खेतों में फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं. जिससे हर साल भारी मात्रा में फसलें तबाह हो रही हैं, पशुपालन से ऐरा प्रथा को कम किया जा सकेगा. 

लोगों के स्वास्थ्य पर अनुकूल प्रभाव पड़ेगा

जैविक खेती में किसी तरह के रसायनों का प्रयोग नहीं होता जिसके कारण लोगों के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होगा इसके साथ- साथ अधिक रसायनों के इस्तेमाल से पर्यावरण पर भी इसके प्रतिकूल प्रभाव पड़ते हैं, मिट्टी की उपजाऊ क्षमता में कमी आती है. जैविक खेती कर इस पर अंकुश लगाया जा सकता है.

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