पीएम मोदी ने देश को भ्रष्टाचार और गरीबी से निकाला, 'आजतक' से बातचीत में बोले अमित शाह

पीएम मोदी ने देश को भ्रष्टाचार और गरीबी से निकाला, 'आजतक' से बातचीत में बोले अमित शाह

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आज तक को दिए इंटरव्‍यू में कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले 10 साल में देश को भ्रष्टाचार के गर्त से बाहर निकाला. उन्होंने कहा कि विरोधी 25 पैसे का आरोप भी पीएम मोदी पर भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा सकता. आज हर गरीब को सुविधा मिल रही है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने कहा था कि जब आजादी के 100 साल पूरे होंगे तो देश पूरी तरह विकसित और आत्मनिर्भर होगा.

गृहमंत्री अमित शाह का खास इंटरव्‍यू
क‍िसान तक
  • New Delhi ,
  • Apr 19, 2024,
  • Updated Apr 19, 2024, 8:17 PM IST

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने आज तक को दिए इंटरव्‍यू में कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले 10 साल में देश को भ्रष्टाचार के गर्त से बाहर निकाला. उन्होंने कहा कि विरोधी 25 पैसे का आरोप भी पीएम मोदी पर भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा सकता. आज हर गरीब को सुविधा मिल रही है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने कहा था कि जब आजादी के 100 साल पूरे होंगे तो देश पूरी तरह विकसित और आत्मनिर्भर होगा. इस चुनाव में देश की जनता इस संकल्प को पूरा करने के लिए फिर से पीएम पर भरोसा जताएगी. पीएम मोदी की गारंटी पर देश को भरोसा है. अमित शाह ने कहा कि दूरबीन लेकर भी हमें एंटी इन्कमबेंसी नजर नहीं आ रही है. एनडीए इस चुनाव में 400 सीटों से ज्यादा जीतेगा. 

यूसीसी पर क्‍या बोले शाह 

अमित शाह ने खास बातचीत में कहा कि पीएम मोदी जमीन से उठकर देश के बड़े नेता बने है. नेता के नेतृत्व में ही पार्टी आगे बढ़ती है. उन्होंने कहा कि जनसंघ की स्थापना से हम यूनिफॉर्म सिविल कोड (यूसीसी) की बात कर रहे हैं और इसे लागू करने का वक्त आ गया है. उत्तराखंड में बीजेपी की सरकार ने यूसीसी को लागू किया है. हमने इस मुद्दे को अपने संकल्प पत्र में भी रखा है. हम पूरे देश में यूनिफॉर्म सिविल कोड को लागू करेंगे.  केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि कांग्रेस तुष्टिकरण करती है. उन्होंने पूछा कि क्या देश आज शरिया या पर्सनल लॉ के आधार पर चलेगा? दुनिया की किसी भी डेमोक्रेटिक कंट्री में पर्सनल लॉ नहीं है, कई मुस्लिम कंट्री भी शरिया कानून पर नहीं चल रहे हैं. जमाना आगे निकल गया है. भारत को भी आगे बढ़ना होगा. 

यह भी पढ़ें- जानें कैसे बीजेपी को मिला था कमल का चुनाव चिह्न, बड़ी रोचक है यह कहानी 

'वन नेशन वन इलेक्शन नया विचार नहीं' 

वन नेशन वन इलेक्शन के मुद्दे पर अमित शाह ने कहा कि ये कोई नया विचार नहीं है. इस देश में 2 दशकों तक वन नेशन और वन इलेक्शन के आधार पर चुनाव हुए हैं. 1957 के चुनाव में 7 विधानसभा के चुनाव अलग थे. जिन्हें चुनाव आयोग ने एक साथ कराया था. अमित शाह ने कहा कि 1971 में इंदिरा गांधी ने मध्यावधि चुनाव करा दिए थे. इससे चुनाव के कार्यक्रम गड़बड़ा गए. देश की जनता को तय करना है कि इश देश में सभी विधानसभा और लोकसभा का चुनाव एक साथ होना चाहिए. उन्होंने कहा कि अभी हम सीएए लेकर आए हैं. ये प्रक्रिया बहुत लंबी है. लेकिन नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजंस (NRC) पर बाद में बहस होगी. ये हमारे घोषणा पत्र में अभी शामिल नहीं है.

यह भी पढ़ें-हल्दी किसानों ने की BJP के इस बड़े नेता की मदद, नॉमिनेशन के लिए जुटाया चंदा 

संविधान बदलने पर क्‍या दिया जवाब 

क्या बहुमत आने पर बीजेपी संविधान बदेलगी, इस सवाल के जवाब में अमित शाह ने कहा कि पिछले 10 साल से हम बहुमत में हैं. हमने अपने बहुमत का उपयोग 370 हटाने में किया, सीएए लाने में किया, ट्रिपल तलाक समाप्त करने में किया है. उन्होंने कहा कि ये जो कांग्रेस कहना चाह रही है कि बीजेपी आरक्षण खत्म कर देगी, लेकिन हमारा वादा है कि हम ऐसा नहीं करेंगे, न ही कांग्रेस को करने देंगे. संविधान से सेक्युलर शब्द हटाने के कांग्रेस के आरोप पर उन्होंने कहा कि हमें ये शब्द हटाने की जरूरत नहीं है. कांग्रेस शरिया के आधार पर देश चलाने की बात कर रही है.  

यह भी पढ़ें-सूअर बेचकर लड़ते हैं चुनाव, पंचायत से लेकर लोकसभा तक आजमा चुके हैं किस्मत

गिनाईं सरकार की उपलब्धियां 

अमित शाह ने कहा कि पीएम मोदी ने जीएसटी लागू की, 370 खत्म की, राममंदिर का उद्घाटन हुआ, ट्रिपल तलाक खत्म हुआ, वन रैंक वन पेंशन लागू की. पीएम मोदी ने ही देश को कोरोना से बचाया है. हम आगे क्या बड़े फैसले लेंगे, इस बारे में हमने अपने घोषणा पत्र में जिक्र किया है. हमने जो 10 साल में किया है, जो कांग्रेस 55 साल में नहीं कर पाई. कांग्रेस सिर्फ गरीबी हटाने का नारा देती रही और पीएम मोदी ने 25 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकाल दिया. 
 

MORE NEWS

Read more!