हरियाणा के अंबाला जिले की अनाज मंडियों में गेहूं की आवक में तेजी आ गई है. खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, मंगलवार शाम तक जिले की विभिन्न अनाज मंडियों में 67,052 मीट्रिक टन से अधिक गेहूं की आवक हो चुकी है. इसमें से, लगभग 60,000 मीट्रिक टन की खरीद खरीद एजेंसियों द्वारा की गई थी. वहीं, जानकारों का कहना है कि आने वाले दिनों में गेहूं खरीद में और तेजी आएगी.
द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, मार्डन साहिब गांव के किसान गुरनाम सिंह ने कहा कि इस साल मौसम अनुकूल रहा और पिछले साल की तुलना में पैदावार बेहतर है. पिछले साल तापमान में अचानक वृद्धि के कारण मुझे नुकसान हुआ था और उपज लगभग 19 क्विंटल प्रति एकड़ थी, लेकिन इस साल यह लगभग 22 क्विंटल प्रति एकड़ है. भानोखेड़ी गांव के किसान गुरविदर सिंह ने कहा कि अनाज स्वस्थ दिख रहा है और औसत उपज 19 क्विंटल प्रति एकड़ होने की उम्मीद है.
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जहां किसान उपज से संतुष्ट दिख रहे हैं, वहीं कमीशन एजेंटों ने कहा कि मजदूरों की कमी और धीमी उठान चिंता का कारण है. एक कमीशन एजेंट विवेक चौधरी ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में गेहूं की आवक में सुधार हुआ है और यह और बढ़ेगी, लेकिन इस साल श्रमिकों की कमी एक मुद्दा रहा है. किसान अपना स्टॉक लाने के लिए तैयार हैं लेकिन हम उनसे इंतजार करने का अनुरोध कर रहे हैं ताकि उन्हें अनाज बाजार में इंतजार न करना पड़े.
हरियाणा राज्य आढ़ती एसोसिएशन के संरक्षक दुनी चंद ने कहा कि मजदूरों की कमी के अलावा, उपज की धीमी लिफ्टिंग एक और मुद्दा है जिसका हम सामना कर रहे हैं. अंबाला शहर अनाज मंडी के सचिव दलेल सिंह ने कहा कि पिछले साल की तुलना में पैदावार बेहतर है और हम इस साल अधिक आवक की उम्मीद कर रहे हैं. अगर मौसम अनुकूल रहा तो इस महीने के अंत तक सीज़न पूरा हो जाएगा. उप निदेशक कृषि डॉ. जसविंदर सैनी ने कहा कि लगभग 25 प्रतिशत कटाई पूरी हो चुकी है और 10 दिनों के भीतर पूरी होने की संभावना है. किसान पिछले वर्ष की तुलना में उपज में वृद्धि की रिपोर्ट कर रहे हैं.
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