टमाटर की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. दिल्ली-एनसीआर सहित कई शहरों में यह 80 रुपये किलो बिक रहा है. इससे आम जनता के किचन का बजट बिगड़ गया है. बात अगर महाराष्ट्र की करें तो राज्य की सबसे बड़ी टमाटर मंडी पिंपलगांव एपीएमसी में टमाटर का औसत थोक मूल्य गुरुवार को 1,080 रुपये प्रति क्रेट (प्रत्येक क्रेट में 20 किलोग्राम टमाटर होता है) तक पहुंच गया. यानी टमाटर का थोक भाव 50 रुपये किलो से भी ज्यादा है. खास बात यह कि टमाटर के होलसेल रेट में बढ़ोतरी का असर नासिक शहर के खुदरा बाजारों में दिखाई दे रहा है. यहां पर टमाटर 80 रुपये प्रति किलो बिक रहा है.
द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले तीन हफ्तों में टमाटर का औसत थोक मूल्य दोगुना हो गया है. 16 सितंबर को टमाटर 511 रुपये प्रति क्रेट था, जो 3 अक्टूबर को बढ़कर 1,080 रुपये प्रति क्रेट पर पहुंच गया. ऐसे में कहा जा रहा है कि 1,080 रुपये प्रति क्रेट टमाटर का रेट इस सीजन में सबसे अधिक है. पिछले साल इसी अवधि के दौरान, पिंपलगांव एपीएमसी में टमाटर का औसत थोक मूल्य लगभग 350 रुपये प्रति क्रेट था, और टमाटर का खुदरा मूल्य 25-30 रुपये प्रति किलो था.
ये भी पढ़ें- मॉनसून की वापसी के बीच इन राज्यों में हो रही भारी बारिश, मौसम विभाग का अलर्ट
एपीएमसी अधिकारियों ने कहा कि आवक में कमी के कारण औसत थोक मूल्य में तेजी आई है. एपीएमसी के टमाटर अनुभाग की देखरेख करने वाले भरत पारीख ने कहा कि फिलहाल पिंपलगांव एपीएमसी में हर दिन 1 से 1.5 लाख क्रेट टमाटर आ रहा है. जबकि, पिछले साल इस समय के आसपास, एपीएमसी को प्रतिदिन 2.5 लाख क्रेट टमाटर मिल रहा था. तीन सप्ताह पहले भी, मंडी को प्रतिदिन 2.5 लाख क्रेट की आवक हो रही थी. उन्होंने कहा कि डिंडोरी और निफाड़ तालुका में टमाटर की नई फसल की आवक अब तक शुरू हो जाती थी, लेकिन इस बार देरी हो रही है.
व्यापारियों का कहना है कि नासिक जिले में भारी बारिश ने टमाटर की फसल को बहुत अधिक नुकसान पहुंचाया है. इससे उत्पादन में गिरावट आई है. इसके अलावा, बारिश ने कटाई की प्रक्रिया को भी बाधित किया, क्योंकि किसान अपने खेतों में जाने में असमर्थ हैं. टमाटर व्यापारी मीनाज़ शेख के अनुसार, पिछले साल बम्पर उत्पादन के कारण टमाटर के होलसेल रेट में गिरावट आई थी. इससे किसानों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा था. लेकिन इस साल जिले में टमाटर की खेती कम हुई, क्योंकि कई किसानों ने नुकासन के डर से इसकी रोपाई कम की है.
ये भी पढ़ें- UP Weather Today: बारिश रुकने के बाद यूपी के मौसम में आया बड़ा बदलाव! पढ़ें-IMD की भविष्यवाणी
शेख ने कहा कि इसके अलावा, सितंबर में लगातार बारिश ने फसलों को काफी नुकसान पहुंचाया. कर्नाटक के बेंगलुरु क्षेत्र में टमाटर की फसल भी बारिश से प्रभावित हुई है. नतीजतन, नासिक के टमाटरों की घरेलू बाजार में मांग बढ़ गई, जिससे थोक कीमतों में उछाल आया. पिंपलगांव में गुरुवार को टमाटर का न्यूनतम और अधिकतम थोक मूल्य क्रमशः 150 रुपये और 1,221 रुपये प्रति क्रेट दर्ज किया गया, जबकि उसी दिन पिंपलगांव में करीब 1.25 लाख क्रेट की नीलामी हुई.