हरियाणा के अंबाला जिले के किसान इस साल वसंत मक्के से अच्छी कमाई कर रहे हैं. किसानों का कहना है कि मंडियों में बसंत मक्के का रेट पिछले साल से ज्यादा है. इससे उन्हें काफी राहत मिली है. क्योंकि इस साल पैदावार प्रभावित हुई है. लेकिन अधिक कीमत ने होने वाले नुकसान की भरपाई कर दी और साथ में मुनाफा भी हो रहा है. खास बात यह है कि इस साल अंबाला जिले में करीब 4,000 हेक्टेयर जमीन पर वसंत मक्के की खेती हुई है.
द ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले साल मार्केट में वसंत मक्के का रेट 1,600-1,700 रुपये प्रति क्विंटल था. जबकि इस साल मक्के की कीमत काफी अधिक है. जिले के कई अनाज मंडियों में अभी वसंत मक्के का रेट 2,000 से 2,100 रुपये प्रति क्विंटल है. यानी इस बार किसान मक्का बेचकर बंपर कमाई कर रहे हैं. किसानों के अनुसार, कीटों के हमले और उच्च तापमान ने उपज को प्रभावित किया था, लेकिन खुले बाजार में अधिक कीमतों ने उन्हें नुकसान से बचा लिया.
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फरवरी के महीने में बोई जाने वाली वसंत मक्का को सरकार द्वारा अधिसूचित नहीं किया जाता है. नारायणगढ़ के एक किसान राजीव कुमार ने कहा कि इस साल, कीटों के हमले और प्रतिकूल मौसम की स्थिति के कारण उपज में गिरावट आई है. 2023 में उपज लगभग 38 क्विंटल प्रति एकड़ थी, जबकि इस साल यह घटकर लगभग 30 क्विंटल रह गई. इनपुट और कटाई की लागत भी बढ़ गई है. पिछले साल मजदूरों ने कटाई के लिए 4,400 रुपये प्रति एकड़ लिए थे, जबकि इस साल वे 5,000 रुपये प्रति एकड़ ले रहे हैं.
किसान राजीव कुमार ने कहा कि हालांकि, सौभाग्य से इस साल उपज 2,080 रुपये प्रति क्विंटल मिली, जबकि 2023 में यह लगभग 1,650 रुपये प्रति क्विंटल थी. उनकी माने तो अगर रेट में इजाफा नहीं होता तो, कम उपज होने के चलते उन्हें आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता. कृषि उप निदेशक (डीडीए) जसविंदर सैनी ने कहा कि कुछ क्षेत्रों में कीटों के हमले की खबरें थीं, जिससे उपज प्रभावित हुई है, लेकिन कुल मिलाकर स्थिति अच्छी है. उपज 30 से 35 क्विंटल प्रति एकड़ के बीच है और किसानों को इस साल बेहतर कीमत मिल रही है.
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