MP News: रैपुरा में सैकड़ों किसानों की 80 फीसदी धान फसल बर्बाद, प्रदर्शन कर CM के नाम सौंपा ज्ञापन

MP News: रैपुरा में सैकड़ों किसानों की 80 फीसदी धान फसल बर्बाद, प्रदर्शन कर CM के नाम सौंपा ज्ञापन

इन द‍िनों किसान खेत में लगी धान की फसल काटने की तैयारी में हैं, लेकिन पन्‍ना जिले के रैपुरा में सैकड़ों किसानों के लिए यह सीजन बुरा साबित हुआ. इन किसानों का कहना है‍ कि‍ उनकी फसल पीली पड़कर सूख रही है और तेजी से फैलने वाली बीमारी के चलते उनकी 70 से 80 प्रतिशत फसल को नुकसान पहुंचा है, जिसे लेकर आज उन्‍होंने प्रदर्शन किया.

रैपुरा में सैकड़ों किसानों की धान फसल बर्बाद. (सांकेतिक तस्‍वीर)रैपुरा में सैकड़ों किसानों की धान फसल बर्बाद. (सांकेतिक तस्‍वीर)
क‍िसान तक
  • Panna,
  • Oct 22, 2024,
  • Updated Oct 22, 2024, 7:39 PM IST

मध्‍य प्रदेश के पन्ना जिले में कई सालों से व्यापक रूप से धान की खेती होती आ रही है. इस सीजन में भी बड़ी संख्या में किसानों ने खेतों में धान उगाई है. कुछ ही समय में धान की फसल पककर तैयार होने वाली ही थी, लेकिन यहां फसल पीली पड़कर सूखने लगी है, जिसे लेकर किसान चिंति‍त हैं. परेशान सैकड़ों किसानों ने बर्बाद फसल हाथों मे लेकर सड़क पर प्रदर्शन किया और सरकार से सर्वे कराकर मुआवजे की मांग की. किसानों ने रैपुरा तहसीलदार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नाम एक ज्ञापन भी सौंपा और अपनी आवाज सीएम कार्यालय तक पहुंचाने की गुहार लगाई.

तेजी से फसल हो रही बर्बाद

किसानों के अनुसार, रोग फसल को इतनी तेजी से और इतना ज्‍यादा नुकसान पहुंचा रहा है कि अब दाने पड़ने कि संभावना भी खत्म हो रही है. फसल से मुनाफा कमाने की आस लगाए बैठे किसानों को अब बीज भी निकलते नहीं दिख रहे हैं. समस्या इस कदर बढ़ रही है कि किसानों का फसल लगा पूरा का पूरा खेत उजड़ रहा है. किसान दवाइयों का छिड़काव करते-करते परेशान हो गए हैं. 

ये भी पढ़ें -  हर घर जल योजना से खेती और इससे जुड़े क्षेत्रों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी, SBI की रिपोर्ट में दावा

70-80 प्रतिशत फसल को नुकसान

धान फसल पीली पड़कर सूखने  की समस्‍या पन्ना जिले के रैपुरा क्षेत्र में ज्‍यादा देखने को मिल रही है. वहीं, किसानों का कहना है कि यह कोई  प्राकृतिक समस्या है या फसलों में कीटनाशक और रासायनिक उर्वरक का कोई साइड इफेक्ट है, इसकी वजह और समाधान की उन्‍हें कोई जानकारी नहीं है. इस बारे में उन्‍होंने शासन-प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है. रैपुरा के किसान महेंद्र लोधी ने कहा कि 70 से 80 प्रतिशत किसानों कि फसलें ख़राब हो गयी है.

फसल नीचे से खराब होकर सूख जाती है. किसान आज खराब हुई फसलें लेकर यहां आए हैं. हमारी फसलों का बीमा किया जाता है, लेकिन उसका फायदा हमें कभी नहीं मिलता. हम चाहते है कि किसानों को बीमा के तहत मुआवजा मिले. एक अन्‍य किसान बर्मन लोधी ने कहा कि इस पूरे क्षेत्र मे किसानों की 70 से 80 प्रतिशत फसलों को नुकसान हुआ है. अज्ञात बीमारी के चलते तीन-चार दिन में ही फसल सूख जाती है. हमें इसका मुआवजा मिलना चाहिए.

तहसीलदार ने कही सर्वे की बात 

रैपुरा के तहसीलदार चंद्रमणि सोनी ने कहा कि कृषि विभाग, पटवारी और सचिव की  टीम बनाकर सर्वे कराया जाएगा और आवश्यक कार्यवाही की जाएगी. आज किसानों ने ज्ञापन दिया है, जिसमें धान की फसल खराब होने की बात कही गई है. साथ ही इसमें बीमा कंपनी से मुआवजा दिलाने की मांग की गयी है. इस बारे में पहले भी किसान ज्ञापन दे चुके हैं.

दिलीप शर्मा की रिपोर्ट

MORE NEWS

Read more!