हरियाणा में चार दिनों से धान की खरीदारी नहीं होने से किसान परेशान हैं. मजदूरों की हड़ताल के कारण धान की ढेरियां मंडियों में पड़ी हैं. धान की खरीदारी नहीं होने के कारण किसान परेशान हो गए हैं. किसानों ने बुधवार को सोनीपत की गन्नौर अनाज मंडी के मेन गेट पर ताला लगा दिया. वहीं सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. किसानों का कहना है कि धान की कटाई हो चुकी है और अब सरसों और गेहूं की बुवाई के लिए पैसों की जरूरत है. लेकिन धान की खरीद न होने से किसान परेशान हैं. इसी कारण उन्होंने मंडी के मेन गेट पर ताला लगाया है.
हालांकि अधिकारी और पुलिस कर्मचारी किसानों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन किसान अपनी मांग पर अड़े हुए हैं. किसानों का कहना है कि जब तक धान की खरीद शुरू नहीं होगी मंडी का ताला बंद रहेगा.
सोनीपत की गन्नौर अनाज मंडी में किसानों ने फसल की खरीद न होने से नाराज होकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. दरअसल मजदूरों की हड़ताल के कारण पिछले 04 दिनों से मंडी में धान की खरीद नहीं हो रही है. इस पर किसानों ने बुधवार को पहले सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और फिर गन्नौर अनाज मंडी के मेन गेट पर ताला जड़ दिया. किसानों का कहना है कि कि गेहूं की बुवाई और सरसों की बिजाई के लिए पैसों की जरूरत है. धान की कटाई हो चुकी है, लेकिन धान की खरीद नहीं होने से किसान परेशान हैं. मंडी के मजदूरों पर भी आर्थिक संकट का खतरा है.
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किसानों और व्यापारियों की शिकायत है कि सरकार ने 12 सौ डॉलर प्रति टन के हिसाब से निर्यात मूल्य (चावल) लगाकर देश के अंदर व्यवस्था खराब कर दी है. व्यापारियों को हड़ताल करने के लिए बाध्य किया गया है. इसके विरोध में गनौर मंडी के गेट के सामने व्यापारी, मजदूर और किसानों ने मिलकर अनाज मंडी के गेट पर ताला लगा दिया. व्यापारियों का कहना है कि किसानों की इस हड़ताल को जल्दी समाप्त किया जाए, क्योंकि अगर हड़ताल खत्म नहीं होगी तो किसानों की धान की उपज नहीं बिक पाएगी. इससे किसानों को काफी नुकसान होगा.
किसानों का कहना है कि उन्होंने बड़ी मेहनत से अपनी फसल तैयार की है. किसान की फसल उनकी आंखों के सामने खेतों के साथ ही मंडियों में रखा-रखा बर्बाद हो रहा है. मंडी में किसानों की फसल को खरीदने वाला कोई खरीदार नहीं मिल रहा है. इससे किसान बहुत गुस्से में हैं. इसके चलते किसान धरना देने को मजबूर हैं. दूसरी ओर, हड़ताल करने वाले किसानों का कहना है कि जब तक धान की खरीद शुरू नहीं होगी, वे मेन गेट का ताला नहीं खोलेंगे.