देश में चना की खरीद पिछले साल की रफ्तार से ही चल रही है. इस साल 2 जून तक 22,26,041 मीट्रिक टन चने की खरीद हो चुकी है जबकि पिछले साल 6 जून तक 23.83 लाख मीट्रिक टन चना खरीदा गया था. इसकी खरीद नेफेड यानी नेशनल एग्रीकल्चरल को-ऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया कर रहा है. रबी मार्केटिंग सीजन 2023-24 के लिए 5335 रुपये प्रति क्विंटल की एमएसपी तय की गई है. ओपन मार्केट में इसका दाम एमएसपी से कम चल रहा है. इसलिए खरीद अच्छी हो रही है. इस साल अब तक 9,73,106 किसानों ने एमएसपी पर चना बेचा है, जिसके बदले उन्हें 11,876 करोड़ दिए जाएंगे.
चना प्रमुख दलहन फसल है. दलहन फसलों में इसकी हिस्सेदारी लगभग 40 फीसदी से अधिक है. देश में चने का सबसे अधिक उत्पादन मध्य प्रदेश में होता है. कुल उत्पादन में इसकी हिस्सेदारी लगभग 25 फीसदी की है. यहां अब तक 7,97,206 मीट्रिक टन चना खरीदा गया है. उत्पादन और खरीद दोनों में दूसरा नंबर महाराष्ट्र का है. कुल चना उत्पादन में इसकी हिस्सेदारी लगभग 21 फीसदी है. जबकि अब तक 7,29,480 मीट्रिक टन की खरीद हो चुकी है.
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द्रीय कृषि मंत्रालय के मुताबिक फसल वर्ष 2022-23 में 135.43 लाख मीट्रिक टन चना का उत्पादन होगा, जो पिछले साल से थोड़ा कम है. फसल वर्ष 2021-22 में 135.44 लाख मीट्रिक टन उत्पादन हुआ था. कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि मौजूदा खरीद की गति को देखते हुए उम्मीद है कि इस साल 30 लाख मीट्रिक टन चना खरीदा जाएगा.
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