बाढ़ से कपास, सोया, मक्का सहित इन फसलों को भारी नुकसान, किसान कर रहे मुआवजे की मांग

बाढ़ से कपास, सोया, मक्का सहित इन फसलों को भारी नुकसान, किसान कर रहे मुआवजे की मांग

कृषि विभाग ने जैनद, बेला, तामसी और तलमादुगु, गडीगुडा, आदिलाबाद ग्रामीण और उटनूर मंडलों में क्षेत्र-स्तरीय सर्वेक्षण किया है, जहां बाढ़ के पानी ने कपास, सोया, लाल चना और मक्का जैसी खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचाया है.

16 अगस्त से मानसून तेज होने से फसलों के नुकसान की आशंका.16 अगस्त से मानसून तेज होने से फसलों के नुकसान की आशंका.
क‍िसान तक
  • Noida,
  • Sep 09, 2024,
  • Updated Sep 09, 2024, 2:36 PM IST

तेलंगाना के आदिलाबाद जिले में भारी बारिश के बाद आई बाढ़ से फसलों को बहुत अधिक नुकसान पहुंचा है. खेतों में जलभाराव के कारण सबसे अधिक खरीफ फसलों की बर्बादी हुई है. हालांकि, किसानों की शिकायत के बाद सरकारी की तरफ से फसल नुकसान का आकलन करने के लिए सर्वे का काम शुरू कर दिया गया है. सरकारी अधिकारियों का कहना है कि सर्वे रिपोर्ट आने के बाद ही मुआवजे पर फैसला लिया जा सकता है. जबकि किसानों ने सरकार से 40,000 रुपये प्रति एकड़ मुआवजे की मांग की है.

डेक्कन क्रॉनिकल की रिपोर्ट के मुताबिक, आदिलाबाद जिले में पेंगंगा नदी और कोमाराम भीम में फसलों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. इसके अलावा आसिफाबाद जिले के पेड्डावगु में फसल बर्बादी की खबर है. आदिलाबाद ग्रामीण मंडल के अडागुट्टा के किसान के. सोने राव ने कहा कि उनकी कपास की फसल पूरी तरह से तैयार हो गई थी. लेकिन भारी बारिश के चलते कपास के पौधे बाढ़ के पानी में डूब गए. इससे फसलों को नुकसान पहुंचा है. उनका कहना है कि अगर बाढ़ नहीं आती, तो अगले महीने इसकी कटाई करते. खास बात यह है कि जिले की 41 ग्राम पंचायतों में 2,000 एकड़ फसल के नुकसान का अनुमान है.

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इन फसलों को पहुंचा सबसे अधिक नुकसान

अधूरे कोराटा-चनाका बैराज और कोमाराम भीम परियोजनाओं में भंडारण क्षमता नहीं है. ऐसे में बाढ़ को नियंत्रित करने में विफल रही हैं. यही कारण है कि इन परियोजनाओं में बिना भंडारण के बाढ़ के पानी को नीचे की ओर बहा दिया गया. कृषि विभाग ने जैनद, बेला, तामसी और तलमादुगु, गडीगुडा, आदिलाबाद ग्रामीण और उटनूर मंडलों में क्षेत्र-स्तरीय सर्वेक्षण किया है, जहां बाढ़ के पानी ने कपास, सोया, लाल चना और मक्का जैसी खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचाया है. आदिलाबाद के किसान नेता बंदी दत्तात्री ने कहा कि जिले में बाढ़ और बारिश के कारण प्रमुख फसल कपास सहित 3,000 एकड़ से अधिक रकबे में खड़ी फसलें बर्बाद हो गईं.

40,000 हेक्टेयर से अधिक रकबे में फसलों की बर्बादी

वहीं, कल खबर सामने आई थी कि आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले में भारी बारिश और बाढ़ के चलते फसलों को बहुत अधिक नुकसान पहुंचा है. कहा जा रहा है कि जिले में बाढ़ से लगभग 40,000 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में फसलों की भारी बर्बादी हुई है. खास कर धान, मिर्च और अन्य बागवानी फसलों को नुकसान कुछ ज्यादा ही हुआ है. इससे 6000 से अधिक किसान प्रभावित हुए हैं. अब उनके सामने आजीविक चलाने के लिए संकट खड़ा हो गया है. ऐसे में किसानों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है.  जिले में सबसे अधिक धान को नुकसान हुआ है, जिसका रकबा 28,628 हेक्टेयर है.

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