Garlic Price: टमाटर के बाद लहसुन भी थाली से दूर? फुटकर में 150 रुपये तक पहुंचा भाव

Garlic Price: टमाटर के बाद लहसुन भी थाली से दूर? फुटकर में 150 रुपये तक पहुंचा भाव

टमाटर के बाद अब लहसुन और अदरक की बारी है. बाजार में इन दोनों जींसों के रेट तेजी से बढ़ रहे हैं. शाजापुर के सब्जी व्यापारी प्रमोद यादव कहते हैं, पिछले साल से इस बार दाम काफी ज्यादा है. उत्पादन भी कम हुआ है. लोगों ने स्टोरेज भी कर रखा है. इस वजह से भी बाजार में लहसुन की आवक कम हो गई है. बाद में रेट और भी बढ़ने की आशंका है.

शाजापुर मंडी में लहसुन के भाव में दिख रही है तेजीशाजापुर मंडी में लहसुन के भाव में दिख रही है तेजी
मनोज पुरोहित
  • Shajapur,
  • Jun 29, 2023,
  • Updated Jun 29, 2023, 5:39 PM IST

मध्य प्रदेश के शाजापुर जिले में इन दिनों लहसुन के भाव थोक में 100 रुपये और खुदरा में 140 रुपये किलो चल रहे हैं. साल भर पहले की स्थिति देखें तो इस दफे किसानों को अच्छी कमाई हो रही है. पिछले साल लहसुन के भाव ना मिलने से किसानों और व्यापारियों ने इसे सड़कों पर फेंक दिया था. यहां तक कि पिछले साल लहसुन का रकबा बढऩे से लहसुन की आवक ज्यादा हुई थी और भाव पांच रुपये किलो चला गया था. तब व्यापारियों ने ट्रक भरकर लहसुन नदी में बहाया था. लेकिन इस बार लहसुन किसानों और व्यापारियों दोनों को फायदा करा रहा है. लहसुन किसान इस बार खुश दिखाई दे रहे हैं.

इस बार लहसुन का रकबा कम होने से लहसुन के भाव थोक में 100 रुपये और खुदरा में 140 रुपये किलो चल रहे हैं. मंडी के थोक व्यापारियों का कहना है कि गुजरात, उत्तरप्रदेश और अन्य प्रांत के व्यापारियों ने जब लहसुन सस्ता था, तो उसका स्टॉक कर लिया. गुजरात के व्यापारियों ने शाजापुर मंडी से ही 20 करोड़ से अधिक का लहसुन खरीदा है. थोक व्यापारियों का कहना है कि लहसुन का भाव अभी और बढ़ेगा. व्यापारियों ने स्टॉक कर रखा है. जैसे ही दाम में तेजी आएगी, व्यापारी लहसुन का स्टॉक निकालेंगे और उससे कमाई करेंगे. अभी यह सिलसिला कुछ-कुछ दिख रहा है. 

लहसुन-अदरक के बढ़े भाव

शाजापुर जिले में लहसुन का उत्पादन सबसे ज्यादा होता है. प्याज के बाद शाजापुर जिला लहसुन उत्पादन के लिए भी जाना जाता है. शाजापुर ही नहीं बल्कि पूरे देश में टमाटर, अदरक के बाद लहसुन के भाव आसमान छू रहे हैं. शाजापुर की मंडी में गुरुवार को टमाटर खुदरा में 160 रुपये किलो बिका. तो लहसुन खुदरा में 140 और अदरक 250 रुपये किलो बिका. तो वहीं प्याज अभी सबसे कम दाम पांच रुपये किलो में मिल रहा है. व्यापारियों का यहां तक कहना है कि आने वाले समय में प्याज के दाम भी बढ़ सकते हैं. लहसुन का स्टॉक होने से आम लोगों की रसोई से लहसुन अब दूर हो चला है.

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वहीं जिला बैतूल में भी लहसुन फुटकर बाजार में 200 से 250 रुपये में बिक रहा है और अदरक 250 से 300 रुपए किलो. हरी मिर्च का रेट 150 रुपये चल रहा है. बैतूल के व्यापारियों का कहना है कि सीहोर और शाजापुर जिले के शुजालपुर से लहसुन आता है, लेकिन इस बार मौसम के कारण फसल खराब हो गई. इसलिए यह महंगा है. 

महंगाई पर लोगों की राय

लहसुन की महंगाई के बारे में लोगों की राय जानें तो शाजापुर थोक व्यापारी संघ के अध्यक्ष सचिन पाटीदार कहते हैं, गुजरात के व्यापारियों ने सस्ते दाम में लहसुन खरीद ली थी. लगभग 20 करोड़ की लहसुन शाजापुर मंडी से गुजरात के व्यापारियों ने खरीदी थी. व्यापारियों ने भविष्य में अच्छे दाम के लिए लहसुन का स्टॉक जमा कर रखा है. लहसुन महंगा होने से आम लोगों की परेशानी बढ़ गई है. शाजापुर के डॉ. राजोरिया कहते हैं, लहसुन महंगा होने से दिक्कत हो रही है. लहसुन बहुत महंगा हो चला है. अब इसे खरीदने के लिए अधिक पैसे देने पड़ रहे हैं.

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शाजापुर के सब्जी व्यापारी प्रमोद यादव कहते हैं, पिछले साल से इस बार दाम काफी ज्यादा है. उत्पादन भी कम हुआ है. लोगों ने स्टोरेज भी कर रखा है. इस वजह से भी बाजार में लहसुन की आवक कम हो गई है. बाद में रेट और भी बढ़ने की आशंका है. ठेली पर सब्जी बेचने वाले बंशीलाल चौधरी कहते हैं, लहसुन को लेकर स्थिति खराब है. लहसुन पिछले साल कौड़ी के भाव बिक रहा था. इस बार इसका दाम बहुत बढ़ा हुआ है.

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