ओडिशा में अनियमित मॉनसून के कारण खेती में पिछड़ने के बाद एक बार फिर बारिश में सुधार आया है, इससे किसानों के चेहरे खिल गए हैं. राज्य सरकार को भी अब उम्मीद है कि राज्य में खरीफ फसलों की कुल फसल कवरेज को पूरा कर लिया जाएगा. राज्य सरकार को उम्मीद है कि जुलाई के आखिर तक 17.52 लाख हेक्टेयर में विभिन्न फसलों की खेती कर ली जाएगी, जो राज्य में कृषि योग्य भूमि का लगभग 28.35 फीसदी है. इस तरह से राज्य में खरीफ फसलों की बुवाई का रकबा एक बार फिर से पूरा होने की उम्मीद की जा रही है. हालांकि शुरुआत में जिस तरह से बारिश नहीं होने के कारण किसान परेशान थे उससे यह लग रहा था की बुवाई के लिए निर्धारित लक्ष्य को पूरा करना इस बार चुनौतीपूर्ण होगा.
क्रॉप वेदर वॉच ग्रुप (सीडब्ल्यूडब्ल्यूजी) समिति की बैठक में इस बात की जानकारी दी गई कि राज्य में 21 जुलाई तक विभिन्न फसलों के रोपाई के जो आंकड़े प्राप्त हुए थे उसके अनुसार विभिन्न फसलों का कुल फसल कवरेज क्षेत्र 17.52 लाख हेक्टेयर था, जो कुल खेती क्षेत्र का लगभग 28.35 प्रतिशत है. इसमें खरीफ की प्रमुख फसल धान की खेती की बात करें तो 6.55 लाख हेक्टेयर में धान की बुवाई की गई है, जबकि नर्सरी तैयार करके 1.65 लाख हेक्टेयर में धान की रोपाई की गई है, इसके अलावा दलहन, तिलहन, मक्का, कपास और रागी जैसी गैर-धान फसलों की बुआई प्रगति पर है और व्यापक बारिश के कारण फसल कवरेज में आगे और सुधान होने की उम्मीद है.
द हिंदू की के मुताबिक राज्य में 17 जुलाई से 23 जुलाई तक 116.2 मिमी बारिश दर्ज की गई थी, जबकि एक 1 जून से 23 जुलाई तक पूरे ओडिशा में 407.9 एमएम बारिश दर्ज की गई जो सामान्य से लगभग 13 फीसदी कम थी. राज्य में जुलाई के अंतिम सप्ताह में अच्छी बारिश दर्ज की गई जो कम दबाव वाले क्षेत्र के बनने के कारण हुई थी, इससे बारिश की अच्छी भारपाई हुई थी. जुलाई के आखिरी सप्ताह में हो रही अच्छी बारिश के कारण किसान पूरे जोर-शोर से कृषि कार्य में जुटे हुए हैं. हालांकि मॉनसून मं देरी के कारण अभी भी राज्य में फसल कवरेज सामान्य से थोड़ा कम है.
ओडिशा के कृषि सचिव अरबिंद कुमार पाधी ने कहा कि इस साल राज्य में खाद, बीज और कृषि उपकरण जैसे इनपुट की आपूर्ति सही तरह से करने के लिए अच्छी तरह से योजना बनाई गई और क्रियान्वित भी की गई, इससे किसानों को काफी आसानी हुई है. उन्होंने कहा कि आने वाले समय में फसल कवरेज एरिया में और बढ़ोतरी होगी. उन्होंने बताया कि दक्षिणी ओडिशा के जिलों में भारी बारिश हो रही है, जिससे बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है, वहीं तटीय क्षेत्र काफी हद तक सूखा बना हुआ है.