दिल्ली की हवा सुधरने का नाम नहीं ले रही. यहां की एयर क्वालिटी में गिरावट देखी जा रही है. मंगलवार को दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स यानी कि AQI 337 दर्ज किया गया जो कि बहुत खराब की श्रेणी में आता है. दिल्ली के आसमान में धुंध की मोटी परत देखी जा रही है जिससे परेशानी और बढ़ गई है. अगर तेज हवाएं चलें तो इसमें कुछ सुधार संभव है. हालांकि एक दिन पहले भारत मौसम विज्ञान विभाग ने अनुमान जताया था कि आने वाले दिनों में स्थिति कुछ सुधर सकती है. रविवार को दिल्ली की हवा गंभीर की श्रेणी में पहुंच गई थी और एक्यूआई 400 के पार चला गया था. लेकिन सोमवार से इसमें सुधार नजर आ रहा है.
दिल्ली में रविवार को एक्यूआई (Delhi AQI) 447 दर्ज किया गया था जो गंभीर कैटेगरी में आता है. सोमवार और मंगलवार को इसमें गिरावट देखी गई. मंगलवार को एक्यूआई 337 दर्ज किया गया. एयर क्वालिटी एंड वेदर फॉरकास्टिंग एंड रिसर्च यानी कि SAFAR ने यह आंकड़ा जारी किया है. 201 से 300 के बीच एक्यूआई को खराब, 301 से 400 तक बहुत खराब और 401 से 500 तक गंभीर श्रेणी में रखा जाता है. सफर के मुताबिक मंगलवार को दिल्ली की एयर क्वालिटी बहुत खराब (वेरी पुअर) श्रेणी में दर्ज की गई.
इससे पहले सोमवार को दिल्ली के आसमान में धुंध की परत देखी गई और यहां का एक्यूआई (AQI) 340 दर्ज किया गया. एक्यूआई अगर 0 से 100 के बीच हो तो उसे अच्छा माना जाता है जबकि 100 से 200 के बीच मध्यम, 200 से 300 को खराब, 300 से 400 के बीच एक्यूआई को बहुत खराब और 400 से 500 से बीच को गंभीर के दर्जे में रखा जाता है. अभी दिल्ली का एक्यूआई 300 से 400 के बीच है जो कि बहुत खराब कैटेगरी में आता है.
प्रदूषण (delhi air) को रोकने के लिए कई तरह के कदम उठाए जा रहे हैं. हवा की स्थिति सुधारने के लिए दिल्ली सरकार ने नौ दिसंबर तक दिल्ली में बीएस-3 पेट्रोल और बीएस-4 डीजल की चौपहिया गाड़ियों पर प्रतिबंध लगा दिया है. यह प्रतिबंध श्रेणीबद्ध कार्ययोजना के स्टेज -3 (ग्रेडेड रेस्पोंस एक्शन प्लान स्टेज-3) के अंतर्गत केंद्र की वायु गुणवत्ता समिति यानी कि एयर क्वालिटी मैनेजमेंट की रिपोर्ट के आधार पर लगाया गया है.
हालांकि इस प्रतिबंध से कुछ सेवाओं को छूट दी गई है जिनमें इमरजेंसी सर्विस, सरकारी और चुनाव कार्यों के लिए लगाए गये वाहनों को इन पाबंदियों से अलग रखा गया है. सरकारी आदेश में कहा गया है कि अगर ऐसे कोई वाहन चलते हुए पाए गए तो बीस हजार रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा. कार्ययोजना को लागू करने संबंधी उपसमिति की सोमवार को बैठक हुई जिसमें इस क्षेत्र की वायु गुणवत्ता की समीक्षा की गई और प्रतिबंध का ऐलान किया गया.
इसी के साथ ग्रेडेड रेस्पोंस एक्शन प्लान के तहत दिल्ली में निर्माण और तोड़फोड़ के कार्यों पर अस्थायी प्रतिबंध लगा दिया गया. इन कार्यों से वायु प्रदूषण बढ़ता है जिसे देखते हुए पाबंदी लगाई गई है. सोमवार को यह प्रतिबंध तब लगाया गया जब दिल्ली एनसीआर की हवा गंभीर श्रेणी में दर्ज की गई. कुछ कार्यों को छोड़कर कंस्ट्रक्शन के अधिकतम काम पर रोक लगा दी गई है. स्टेशन, एयरपोर्ट, आईएसबीटी, रेलवे सर्विस या स्टेशन, नेशनल सिक्योरिटी, डिफेंस, राष्ट्रीय महत्व के प्रोजेक्ट, हॉस्पिटल या हेल्थकेयर, हाइवे, रोड, फ्लाइओवर, ओवरब्रीज, पावर ट्रांसमिशन, पाइपलाइन, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, वाटर सप्लाई प्रोजेक्ट आदि में होने वाले निर्माण कार्यों को इस पाबंदी से छूट दी गई है.
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