लखनऊ के मलिहाबाद को दशहरी आम की फल पट्टी के रूप में जाना जाता है. मलिहाबाद की फल पट्टी को सबसे ज्यादा समृद्ध करने का काम पद्मश्री से सम्मानित कलीमुल्लाह खान (Mango man) ने किया है. उन्होंने अब तक 300 से ज्यादा वैरायटी के आम को विकसित किया है. उन्होंने 120 साल पुराने एक आम के पेड़ को दुनिया का सबसे बड़ा आम का कॉलेज बनाने में सफलता हासिल की है. आम के इस पेड़ पर 300 से ज्यादा वैरायटी के आम के फल लगते हैं. अभी तक देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी एक पेड़ पर इतनी किस्मों के फल प्राप्त करने में शायद ही किसी को सफलता मिली हो. उनके इस काम के चलते ही 2008 में उन्हें पद्मश्री से सम्मानित जा चुका है.
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