नौकरी छोड़ कर दो भाइयों ने शुरू की थी खेती, अब सालाना 15 लाख रुपये की कमाई

नौकरी छोड़ कर दो भाइयों ने शुरू की थी खेती, अब सालाना 15 लाख रुपये की कमाई

उच्च शिक्षा लिए भाइयों ने समेकित खेती अपनाई अभी उनको सालाना 15 लाख की कमाई हो रही है तीन साल पहले एक भाई ने नौकरी छोड़कर किसानी की सोच ली और खेती करना शुरू कर दिया.खेती भी ऐसी वैसी नहीं एकदम सही योजना बनाकरसमेकित खेती. किसान का कहना है वे नौकरी के दौरान जितनी मेरी सैलरी थी , उसकी तुलना में आज तीन गुना से अधिक कमाई खेती से कर रहे हैं.

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नौकरी छोड़ कर दो भाइयों ने शुरू की थी खेती, अब सालाना 15 लाख रुपये की कमाई Image 'किसान तक': ज्योति प्रकाश सिंह बीएससी (एचएम) की पढ़ाई करके कर रहे हैं खेती

ये कहानी बदलते हुए बिहार के एक ऐसे दो किसान भाइयों की है, जिनके हौंसलों ने उन्हें एक नई पहचान दी है.जो पढ़े-लिखे हैं, इनमे से एक भाई ज्योति प्रकाश सिंह ने बीएचएमएस डि‍ग्री प्राप्त की है और दूसरा भाई प्रेम प्रकाश सिंह एमबीए की पढ़ाई करने के बाद खेती कार्य में जुटकर खेती में एक नई कहानी लिख रहे हैं. ज्योति प्रकाश बताते है कि पढ़ाई करने के बाद मुम्बई में नौकरी करते थे, लेकिन तीन साल पहले नौकरी छोड़कर किसानी करने की ठानी और नौकरी छोड़ खेती करना शुरू क‍िया. खेती भी ऐसी-वैसी नहीं एकदम सही योजना बनाकर,समेकित खेती. अब इसी खेती के दम पर दोनों भाई सालाना 15 लाख रुपये कमा रहे हैं.

ज्योति प्रकाश सिंह 6 एकड़ जमीन में समेकित कृषि प्रणाली खेती कर रहे हैं. कई तरह की खेती के जरिये सालाना 15 लाख के आसपास की कमाई कर रहे हैं.ज्योति प्रकाश सिंह बिहार के रोहतास जिले के कोचस प्रखंड के रुपीबांध गांव के रहने वाले है. ज्योति प्रकाश को अपनी खेती पर इतना नाज है कि कहते हैं उनको खेती के बदौलत जिला व राज्य में एक अलग पहचान मिली है,जो शायद नौकरी के दौरान नहीं मिल पाया था .

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समेकित खेती के फार्मूले से लाखों की कमाई

किसान तक से बातचीत के दौरान ज्योति प्रकाश सिंह कहते हैं कि 6 एकड़ जमीन में पहले धान के अलावा रबी सीजन की कोई फसल बढ़िया से नहीं होती थी और सालना एक लाख रुपए तक की कमाई भी बहुत बड़ी बात थी, लेकिन उन्होंने बताया कि हमने पुराने पैटर्न को बदल कर 6 एकड़ खेत में समेकित कृषि प्रणाली अपनाई. इसके तहत मत्स्य पालन, सब्जी, मुर्गी, और फल की खेती के साथ पशुपालन करने लगे .ज्योति प्रकाश बताते है 2 एकड़ में बने तीन तालाब में पेंगेसियस, रेहू, चंदा मछली  का पालन करते हैं. सालाना करीब 10 टन से अधिक मछली बेचते हैं. वहीं शेष 4 एकड़ में जमीन पर मुर्गी पालन, मशरूम, केला की खेती और  शेड नेट में शिमला मिर्च ,स्ट्रॉबेरी, की खेती करते है.उन्होंने बताया कि मुर्गी पालन में बॉयलर, देसी और कड़कनाथ मुर्गी का पालन करते हैं. साथ ही एक गाय भी रखे हुए हैं. वह कहते हैं कि अगर कोई भी किसान एक व्यवस्थित प्रबंधन के साथ खेती करता है. तो वह कम जमीन में भी कई तरह की खेती आसानी से कर सकते हैं. 

Image 'किसान तक': 6 एकड़ में समेकित कृषि प्रणाली  से करते हैं खेती
Image 'किसान तक': 6 एकड़ में समेकित कृषि प्रणाली से करते हैं खेती

जमीन 6 एकड़, सालाना आय 15 लाख

ज्योति प्रकाश सिंह ने बताया कि 35 हजार की सैलरी पर मुंबई में नौकरी करते थे. लेकिन कोरोना के समय में तबियत खराब होने के बाद वे घर वापस आ गए. उसके बाद अपने बड़े भाई प्रेम प्रकाश सिंह के साथ खेती कार्य से जुड़ गए. वह बताते  हैं कि अगर वह नौकरी कर रहे होते तो साल का 4 लाख से अधिक की कमाई नहीं कर पाते थे, लेकिन आज कुशल प्रबंधन के जरिये खेती करते हुए सालाना 15 लाख की कमाई कर रहे हैं. वहीं 2 एकड़ एरिया में मछली पालन करते हुए साल का 6 से 7 लाख की कमाई हो जाती है. मुर्गी पालन से सालाना 2 से 3 लाख और सब्जी,मशरूम की खेती एवं फल की खेती से सालाना 4 से पांच लाख की कमाई होती है. इनके अनुसार  किसी के यहां नौकरी करने से बढ़िया है कि खुद का व्यवसाय किया जाए. क्योंकि इसमें आप जो भी करेंगे. वह अपने व्यवसाय के लिए ही करेंगे.

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Image 'किसान तक': 6 एकड़ से सालाना 15 लाख की कमाई
Image 'किसान तक': 6 एकड़ से सालाना 15 लाख की कमाई

समेकित कृषि प्रणाली में भी उन्नत तकनीक प्रयोग

समेकित कृषि प्रणाली में सब्जियों की सिंचाई के लिए ज्योति प्रकाश सिंह और उनके भाई प्रेम प्रकाश सिंह ड्रिप इरिगेशन, फॉगर, स्प्रिंकलर की मदद लेते हैं. प्रेम प्रकाश सिंह का कहना है कि इसके लिए राज्य सरकार की तरफ से सब्सिडी भी मिली है. 6 एकड़ क्षेत्र में पोल्ट्री फार्मिंग, शेड नेट हाउस, मछली पालन समेत सब्जी की खेती के लिए फार्म तैयार करने में करीब 30 से 40 लाख रुपये लग गए हैं. वहीं कमाई का ज्यादातर हिस्सा फार्म हाउस को विकसित करने में लगाया जा रहा है. उनका कहना है अब उम्मीद है कि सालाना आय 15 लाख की अब जगह 30 लाख होगी

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