Solar City Ayodhya: प्राण-प्रतिष्ठा पर योगी सरकार ने दी बड़ी खुशखबरी, अयोध्या जल्द बनेगी देश की पहली सोलर सिटी

Solar City Ayodhya: प्राण-प्रतिष्ठा पर योगी सरकार ने दी बड़ी खुशखबरी, अयोध्या जल्द बनेगी देश की पहली सोलर सिटी

ऊर्जा मंत्री श्री शर्मा ने कहा कि अयोध्याधाम को देश की पहली सोलर सिटी बनाने के निर्णय को साकार करने के लिए युद्धस्तर पर कार्य चल रहा है. इस सौर परियोजना से अयोध्या को 14 मेगावाट की विद्युत् आपूर्ति शुरू हो चुकी है. 

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Solar City Ayodhya: प्राण-प्रतिष्ठा पर योगी सरकार ने दी बड़ी खुशखबरी, अयोध्या जल्द बनेगी देश की पहली सोलर सिटीऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने बताया सौर परियोजना से 14 मेगावाट की विद्युत् आपूर्ति शुरू हो चुकी है.

Solar City Ayodhya: प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने श्री रामलला प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम के पहले राज्य सरकार और एनटीपीसी के संयुक्त सहयोग से स्थापित हो रहे 40 मेगावाट की सौर ऊर्जा प्लांट का स्थलीय निरीक्षण किया. इस दौरान ऊर्जा मंत्री श्री शर्मा ने सौर परियोजना से 14 मेगावाट की विद्युत् आपूर्ति शुरु होने पर सभी ऊर्जा कर्मियों समेत अयोध्यावासी और प्रदेश की जनता को बधाई एवं शुभकामनायें दी हैं. उन्होंने कहा कि जल्द ही सूर्य के उपासक श्री राम की नगरी अयोध्या सौर्य ऊर्जा से जगमगाएगी. अयोध्या को देश की प्रथम सोलर सिटी बनाने का कार्य अब पूर्णता की ओर है. उन्होंने अयोध्या को सोलर सिटी बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित केंद्रीय उर्जा मंत्री आर.के. सिंह का आभार व्यक्त किया और उन्हें सादर नमन करते हुए धन्यवाद दिया.

नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने कहा कि अयोध्याधाम श्री राम की नगरी है और भगवान राम सूर्य के उपासक हैं. अवधपति की सेवा में अयोध्या नगर को सोलर सिटी के रूप में विकसित करने के लिये एनटीपीसी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड द्वारा 40 मेगावॉट की सौर उर्जा परियोजना का निर्माण कार्य प्रगति पर है और जल्द ही हम इसे पूर्ण करते हुए श्री राम के चरणों में समर्पित कर देंगे. जल्द ही अयोध्या धाम सूर्य की ऊर्जा से जगमग होगा. अभी तक अयोध्याधाम में सौर ऊर्जा से 2500 सोलर स्ट्रीट लाइट, 500 स्मार्ट सोलर स्ट्रीट लाइट, 40 सोलर ट्री, अनेकों सोलर वॉटर एटीएम स्थापित किए गए है तथा सोलर बोट भी संचालित की गई है.

ऊर्जा मंत्री शर्मा ने कहा कि अयोध्याधाम को देश की पहली सोलर सिटी बनाने के निर्णय को साकार करने के लिए युद्धस्तर पर कार्य चल रहा है. इस सौर परियोजना से अयोध्या को 14 मेगावाट की विद्युत् आपूर्ति शुरू हो चुकी है. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार और एनटीपीसी के संयुक्त प्रयास से स्थापित हो रहे सौर प्लांट का कार्य 4 नवम्बर, 2023 को प्रारम्भ हुआ था.  जिसके फलस्वरूप प्रथम चरण में 14 मेगवाट क्षमता का परीक्षण एवं कमिशनिंग का कार्य पूर्ण हो गया है, तथा इस परियोजना से 14 मेगवाट विद्युत आपूर्ति के लिए उपलब्ध हो गयी है. 

इस परियोजना से उत्पादित विद्युत दर्शननगर बिजलीघर को 132 किलोवोल्ट, 5.5 किमी लम्बी ऊर्जा विभाग की ट्रांसमिशन लाइन द्वारा संचारित की जा रही. उन्होंने बताया कि इस परियोजना से लगभग 8.65 करोड़ यूनिट ऊर्जा का वार्षिक उत्पादन होगा, जो अयोध्या नगर की 30 प्रतिशत ऊर्जा की आपूर्ति करेगा और इससे लगभग 80 हज़ार टन कार्बन उत्सर्जन में कमी भी आएगी.

ऊर्जा मंत्री ने बताया कि अयोध्याधाम में स्थापित हो रहे 40 मेगावॉट के सौर्य ऊर्जा परियोजना के निर्माण में लगभग 1.04 लाख 550 वॉट के बाईफेसिअल सोलर पैनल लगाये जाने हैं. जिसमें 36 हजार पैनल्स लगायें जा चुके हैं. इस परियोजना को भगवान श्री राम के चरणों में समर्पित करने के लिए के 300 से 350 कार्मिक एवं 25 से 30 अभियंता अपनी पूर्ण निष्ठा के साथ दिन-रात प्रयासरत हैं.

स्वच्छ ऊर्जा आधारित नौका परिवहन पर सबसे ज्यादा फोकस

सीएम योगी के विजन अनुसार उत्तर प्रदेश नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा अभिकरण (यूपीनेडा) द्वारा विकसित की गई रूफ टॉप माउंटेड सोलर बोट सर्विस का शुक्रवार को उद्घाटन कर देश में पहली बार इनलैंड वॉटरवेज के लिहाज से गेमचेंजिंग साबित होने वाले इलेक्ट्रिक सोलर टेक्नोलॉजी बेस्ड बोस सर्विस का शुभारंभ किया था. इस बोट को सरयू घाट के किनारे असेंबल किया गया है तथा देश के विभिन्न कोनों से इसके कल-पुर्जे व अन्य साजो-सामान मंगाए गए हैं.

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यह बोट पूरी तरह से स्वदेशी है और इसे मेक इन इंडिया के तहत बनाया गया है. फिलहाल, एक बोट को कंप्लीट कर लिया गया है तथा आने वाले दिनों में ऐसी अन्य बोटों के नियमित संचालन का मार्ग प्रशस्त होगा. इसके अतिरिक्त, सरयू नदी में इलेक्ट्रिक चार्ज बेस्ड वर्किंग वाली बोट्स का भी जल्द ही संचालन शुरू हो जाएगा जिसके लिए सरयू किनारे दो फ्लोटिंग जेटी बेस्ड पावर सोर्स प्लग स्टेशंस सीजे वीआई गंगा 3 व सीजे वीआई गंगा 6 को 15 दिसंबर से ही गुप्तार घाट से नया घाट के बीच स्टेशंड रखा गया है. शुरू में ऐसी दो बोट्स का संचालन नियमित स्तर पर होगा तथा बाद में इस फ्लीट को बढ़ाया जा सकता है.

जानिए सोलर बोट की खासियत
जानिए सोलर बोट की खासियत

यूपीनेडा द्वारा विकसित बोट को 3.3 किलोवॉट रूफ टॉप सोलर पैनल्स के जरिए संचालित किया जा रहा है. बोट की रूफटॉप पर कुल 6 सोलर पैनल लगे हैं जोकि 550 वॉट पॉवर ऊर्जा का उत्पादन करते हैं. यह बोट लाइट वेट मैटीरियल और क्लीन एनर्जी बेस्ड होने के कारण नदी में संचालन के दौरान हाई स्पीड पर ऑपरेट होने में सक्षम है और क्रूजिंग के लिहाज से इसकी स्पीड 6 नॉट्स रहेगी जबकि यह 9 नॉट्स की टॉप स्पीड को भी प्राप्त कर सकता है. फिलहाल, इस बोट के संचालन के लिए शोर बेस्ड जेटी में मीटर पावर प्लग सोर्स की भी व्यवस्था की जा रही है. इसके अतिरिक्त, यह बोट रिमोट व्यूइंग कैपेसिटी से लैस है जिसके जरिए बोट के बैटरी व सोलर पैरामीटर्स का निरीक्षण रिमोट व्यूइंग के जरिए कहीं से भी किया जा सकता है.

 

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