
Mobile App For Farmers: प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री द्वारा किसानों के हितों का ध्यान रखा जा रहा है एवं उनके लिये विभिन्न योजनाओं को संचालित किया जा रहा है. उन्होने कहा कि कृषि क्षेत्र में टेक्नोलॉजी का अधिक से अधिक उपयोग किया जा रहा है. इसके अन्तर्गत सभी फसलों का डिजिटल सर्वे कराया जा रहा है. कृषि मंत्री ने गुरुवार को कृषि भवन के सभागार में आयोजित रबी 2023-24 ई-खसरा पड़ताल एवं परिवर्धित मोबाइल ऐप का शुभारम्भ किया. कृषि मंत्री शाही ने कहा कि एग्रीस्टैक योजना के तहत ई-खसरा पड़ताल (ई-केपी) भारत सरकार की एक परिवर्तनकारी परियोजना है जिसका उद्देश्य भारत के कृषि पारिस्थितिकी तंत्र का डिजिटल प्रारूप तैयार करना है. भारत सरकार ने खरीफ 2023 में 10 राज्यों में एक पायलट चरण सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है, जिसमें उत्तर प्रदेश ने सबसे अच्छा कार्य करके दिखाया है. एग्रीस्टैक योजना के प्रबंधन के लिए भारत सरकार, राज्य सरकार को यह पूरी प्रौद्योगिकी सौंपने की तैयारी कर रही है.
कृषि मंत्री ने कहा कि खरीफ 2023 में उत्तर प्रदेश के कुल गाटा संख्या 7.87 करोड़ के 20 प्रतिशत गाटा को सम्मिलित करते हुए पायलट योजना के रूप में 21 जनपदों में पूर्ण रूप से तथा 54 जनपदों के 10 ग्राम पचांयतों में डिजिटल क्राप सर्वे का कार्य सचांलित किया गया. योजना के अतंर्गत भारत सरकार द्वारा विकसित मोबाइल एप के माध्यम से प्रदेश के 21 जनपदों (भदोही, सतंकबीर नगर, औरैया, महोबा, हमीरपुर, सुल्तानपुर, वाराणसी, जौनपुर, प्रतापगढ़, मिर्जापुर, मुरादाबाद, जालौन, चित्रकूट, फर्रुखाबाद, अयोध्या, चदौंली, झांसी, बस्ती, हरदोई, देवरिया एवं गोरखपुर) में शत-प्रतिशत तथा शेष 54 जनपदों की 10-10 राजस्व ग्रामों में ई-खसरा पड़ताल सुनिश्चित किया गया है. खरीफ 2023 में कुल 1,15,89,645 गाटों का सर्वेक्षण किया गया.
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि रबी 2023-24 में प्रदेश के समस्त जनपदों में शत प्रतिशत फसल सर्वेक्षण का कार्य मोबाइल एप के माध्यम से ई-खसरा पड़ताल किया जाना सुनिश्चित किया गया है. प्रदेश के समस्त 75 जनपदों में कुल 110221 राजस्व ग्राम में 7 करोड़ 87 लाख 73 हज़ार 211 गाटे सम्मिलित हैं, जिनमें से 95270 राजस्व ग्रामों का नक्शा जिओ रेफरेंस हुआ है. इनमें कुल 6 करोड़ 69 लाख 37 हजार 766 गाटा जिओ रेफरेंस हैं, जिसमे ई-खसरा पड़ताल सपंन्न कराया जाना है.
उन्होंने कहा कि सर्वे कार्य का प्रारंभ आज से प्रदेश के समस्त 75 जनपदों में प्रारंभ हो रहा है जिसे आगामी 15 फरवरी तक पूर्ण कराया जाएगा. इस कार्य में राजस्व विभाग के समस्त लेखपाल कृषि विभाग के तकनीकी सहायक, बीटीएम, एटीएम तथा पचांयत सहायकों को सर्वेयर के रूप में सहयोग लिया जा रहा है. खरीफ 2023 में जिन सर्वेयर के द्वारा अच्छा कार्य किया गया, उन्हें आज यहां कृषि मंत्री द्वारा सम्मानित किया गया.
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इस अवसर पर मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र ने कहा कि ऐप के माध्यम से क्राप सर्वे का कार्य आसानी से किया जा सकेगा. फसलवार आच्छादन की सटीक जानकारी प्राप्त हो सकेगी. कृषि क्षेत्र में सूक्ष्म स्तर पर, लक्षित क्षेत्र हेतु योजनाओं का नियोजन सभंव हो सकेगा. मोबाइल ऐप के माध्यम से क्रॉप कटाई एक्सपेरिमेंट (सीसीई) का प्रभावी क्रियान्वयन हो सकेगा. विभिन्न सरकारी योजनाओं का लाभ बिना बार-बार सत्यापन के प्राप्त हो सकेगा. कृषि पर आधारित उद्योग हेतु कृषि उत्पादों के बारे में समय से सटीक जानकारी प्राप्त हो सकेगी. किसानों को संस्थागत विपणन से जोड़ने का अवसर प्राप्त होगा.
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