मगही पान की खेती करना हुआ अब आसान, येे राज्य सरकार दे रही है सब्सि‍डी

मगही पान की खेती करना हुआ अब आसान, येे राज्य सरकार दे रही है सब्सि‍डी

सालभर होने वाले तीज-त्योहारों के समय पूजा-अनुष्ठानों के लिए पान की डिमांड आसमान छूने लगती है. इसलिए बिहार सरकार की ओर से राज्य के किसानों को मगही पान की खेती के लिए दिया जा रहा है अनुदान.

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मगही पान की खेती करना हुआ अब आसान, येे राज्य सरकार दे रही है सब्सि‍डी Cultivation of Magahi Pan

आज पूरी दुनिया भारत के देशी रंग-ढंग में रंगते जा रही है. चाहे वो भारतीय फल-सब्जियां (Fruits- Vegetable) हो या पहनावा. इसी बीच मगही पान का क्रेज भी काफी बढ़ता जा रहा है. लोग इसे माउथ फ्रेशनर और आयुर्वेदिक औषधि के रूप में इस्तेमाल करते ही हैं. साथ ही इसके अपने धार्मिक महत्व भी है. यही कारण है कि सालभर होने वाले तीज-त्योहारों के समय पूजा-अनुष्ठानों के लिए पान की डिमांड आसमान छूने लगती है. इसलिए बिहार सरकार की ओर से राज्य के किसानों को मगही पान की खेती के लिए 35,250 रुपए का अनुदान (सब्सिडी) दिया जा रहा है.
 
कैसे करें मगही पान की खेती (How to do Magahi Paan Cultivation)

यह पौधा दिखने में मनी प्लांट जैसा ही होता है. मगही पान (Magahi Paan) की खेती के लिए ठंडी, छायादार जगह और नमी दार जलवायु की जरूरत होती है. किसान चाहे तो बांस की स्टेकिंग करके भी खेती कर सकते हैं. इसके लिए पॉलीहाउस या फिर घास-फूस का छप्पर भी बना सकते हैं.

लागत और मुनाफा (Cost and Profit)

पान के पत्तों (Paan Leaf) की खेती में लंबा समय नहीं लगता. बुआई के बाद लगभग 120 दिन में पत्ते तोड़ने लायक हो जाते हैं. एक एकड़ में पान की खेती करके लगभग 20 से 30 लाख रुपए की कमाई की जा सकती है. शुरुआत में पान की खेती में लगभग 70 से 80 हजार रुपए की लागत आती है.
 
पान खाने के फायदे (Benefits of Paan)

आयुर्वेद में पान के पत्ते का उपयोग इसके औषधीय गुणों की वजह से किया जाता है. इसमें एंटीऑक्सीडेंट, एंटीडायबिटिक, एंटी-कैंसर, एंटी-अल्सर जैसे गुण पाए जाते हैं. पान खाने का प्रमुख कारण यह है कि इसे खाने से पाचन क्रिया अच्छी होती है. पान का पत्ता खांसी और कफ की समस्या में भी लाभकारी साबित होता है.  
 
पान की खेती पर सब्सिडी (Subsidy on Betel farming)

बिहार यानी मगध क्षेत्र का मगही पान आज देशभर में मशहूर हो गया है. अब जब लगन और त्योहारों का सीजन आ ही रहा है. तो ऐसे में किसानों को पान की खेती के लिए आर्थिक अनुदान दिया जा रहा है. कृषि विभाग, बागवानी निदेशालय की तरफ से जारी नोटिफिकेशन के मुताबिक 300 वर्ग मीटर में मगही पान की खेती के लिए 70,500 रुपए निर्धारित की गई है. विशेष उद्यानिकी फसल योजना के तहत निर्धारित इकाई लागत पर किसानों को 50 प्रतिशत तक सब्सिडी यानी 32,250 रुपए दिया जाएगा. बिहार सरकार द्वारा चलाई जा रही इस योजना के तहत नवादा, गया, औरंगाबाद, नालंदा और शेखपुरा जिले के किसानों को प्राथमिकता से सब्सिडी का लाभ मिलेगा.

यहां करें आवेदन (How to apply)

  • विशेष उद्यानिकी फसल योजना के तहत बिहार कृषि विभाग की तरफ से किसानों के लिए 10 सितंबर से ही ऑनलाइन आवेदन खोल दिए गए हैं.
  • इस योजना का लाभ उठाने के लिए बिहार कृषि विभाग बागवानी निदेशालय के आधिकारिक पोर्टल horticulture.bihar.gov.in पर जाकर आवेदन करें.
  • मगही पान की खेती और आर्थिक जानकारी के लिए नजदीकी जिले के सहायक निदेशक उद्यान से भी संपर्क कर सकते हैं.
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