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हरियाणा के किसान परिवार का बेटा कैसे बना आतंकवादी, यहां पढ़ें पूरी जानकारी

हरियाणा के किसान परिवार का बेटा कैसे बना आतंकवादी, यहां पढ़ें पूरी जानकारी

बुधवार को भारतीय सुरक्षा एजेंजियों ने बांग्लादेश के रास्ते असम में अवैध रूप से घुसपैठ करते हुए आईएसआईएस इंडिया के मुखिया हारिश अजमल फारुकी के साथ उसके सहयोगी रेहान उर्फ अनुराग सिंह को गिरफ्तार कर लिया. रेहान उर्फ अनुराग सिंह का अब हरियाणा कनेक्शन सामने आ रहा है. रेहान हरियाणा के पानीपत जिले के दीवाना गांव का रहने वाला बताया जा रहा है.

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रेहान उर्फ अनुराग सिंह के परिवार को अभी तक यकीन नहीं रेहान उर्फ अनुराग सिंह के परिवार को अभी तक यकीन नहीं

बुधवार को भारतीय सुरक्षा एजेंजियों ने बांग्लादेश के रास्ते असम में अवैध रूप से घुसपैठ करते हुए आईएसआईएस इंडिया के मुखिया हारिश अजमल फारुकी के साथ उसके सहयोगी रेहान उर्फ अनुराग सिंह को गिरफ्तार कर लिया. रेहान उर्फ अनुराग सिंह का अब हरियाणा कनेक्शन सामने आ रहा है. रेहान हरियाणा के पानीपत जिले के दीवाना गांव का रहने वाला बताया जा रहा है. बिना कैमरे के सामने आए गांव वालों ने बताया कि अनुराग सिंह से रेहान बना अनुराग सिंह ने पिता की मौत के बाद गांव छोड़ दिया था. वर्तमान में रेहान और अनुराग सिंह भारतीय रेलवे में एक बड़ी पोस्ट पर तैनात है. गांव के लोगों को नहीं पता कि अनुराग सिंह ने कब धर्म बदलकर अपना नाम रेहान रखा. 

किसी से बात नहीं करता था अनुराग 

मिली जानकारी के मुताबिक रेहान उर्फ अनुराग सिंह का परिवार खेती बाड़ी करता था और आज भी दीवाना गांव में उनकी जमीन है. बताया जा रहा है कि उन्होंने अपना मकान तो बेच दिया लेकिन गांव में कुछ प्लॉट भी है जिन्हें देखने के लिए अक्सर रेहान और अनुराग सिंह और उनकी मां गांव में आती जाती रहती हैं. गांव वालों ने बताया कि रेहान उर्फ अनुराग सिंह किसी से ज्यादा बातचीत नहीं करते थे.

रेहान हरियाणा के पानीपत जिले के दीवाना गांव का रहने वाला बताया जा रहा है. अनुराग सिंह उर्फ रेहान बचपन से ही पढ़ाई लिखाई में अव्वल था. उसने कोटा से आईआईटी में कोचिंग ली थी. जवानी में कदम रखते ही अनुराग से रेहान बने शख्स ने लंबी दाढ़ी रखनी शुरू कर दी थी, अक्सर अकेला रहता था. कोटा में कोचिंग के बाद ही अनुमान लगाया जा रहा है कि अनुराग सिंह आतंकवादी संगठनों के संपर्क में आया. उसके बाद ही उसने अपना धर्म बदल लिया.

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रेहान का संबंध किसान परिवार से

रेहान उर्फ अनुराग सिंह का परिवार खेती बाड़ी करता था और आज भी दीवाना गांव में उनकी जमीन है. बताया जा रहा है कि उन्होंने अपना मकान तो बेच दिया लेकिन गांव में कुछ जमीन जायदाद अब भी है जिन्हें देखने के लिए अक्सर रेहान उर्फ अनुराग सिंह और उनकी मां गांव में आते जाते रहते थे. गांव वालों ने बताया कि रेहान उर्फ अनुराग सिंह किसी से ज्यादा बातचीत नहीं करते थे.

छोटा भाई भी रेलवे में अफसर

जानकारी के मुताबिक अनुराग सिंह उर्फ रेहान का छोटा भाई भी भारतीय रेलवे में ऑफिसर है. दोनों भाई रेलवे में अपनी सेवाएं दे रहे थे. अब यह परिवार को भी नहीं पता कि आखिरकार शर्मीले और शांत स्वभाव का लड़का आतंकवादी संगठन से कैसे जुड़ गया.

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अतंकी बनने पर यकीन नहीं

कैमरे के बिना सामने आए कुछ ग्रामीणों ने बताया कि अनुराग सिंह तो काफी शांत और शर्मीले स्वभाव का लड़का था किसी से ज्यादा बातचीत भी नहीं करता था. लेकिन जैसे ही अनुराग उर्फ रेहान की गिरफ्तार होने और इसी से जुड़ने की खबरें सामने आईं तो सब के होश उड़ गए, किसी को यकीन नहीं हो रहा था.

दिल्ली में रहता है रेहान का परिवार

भारतीय सुरक्षा एजेंसियों की पकड़ में आए अनुराग सिंह उर्फ रेहान की मां से टेलीफोन के माध्यम से 'आज तक' ने संपर्क किया, तो मां ने बताया कि अनुराग का नंबर नहीं मिल रहा है और अभी उन्हें इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है. अनुराग की मां ने कहा कि यह खबर गलत हो सकती है. युवक का परिवार दिल्ली के किसी इलाके में रहता है. 

(प्रदीप कुमार का इनपुट)