आज किसानों के विरोध प्रदर्शन का दूसरा दिन है. दिल्ली में किसानों के विरोध के मद्देनजर सिंघु बॉर्डर पर भारी संख्या में फोर्स तैनात की गई है. इसके अलावा गाजीपुर सीमा पर भारी संख्या में सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है. वहीं, हरियाणा के कई जिलों में वॉयस कॉल को छोड़कर मोबाइल नेटवर्क पर प्रदान की जाने वाली मोबाइल इंटरनेट सेवाएं, बल्क SMS और सभी डोंगल सेवाएं आदि 15 फरवरी तक निलंबित रहेंगी. वहीं, किसान पीछे हटने को तैयार नहीं है. बता दें कि हरियाणा में टकराव के चलते करीब 30 सुरक्षाकर्मी और 60 किसान घायल हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
हरियाणा राज्य के अंबाला, कुरूक्षेत्र, कैथल, जिंद, हिसार, फतेहाबाद और सिरसा जिलों के अधिकार क्षेत्र में वॉयस कॉल को छोड़कर मोबाइल नेटवर्क पर प्रदान की जाने वाली मोबाइल इंटरनेट सेवाएं, बल्क SMS और सभी डोंगल सेवाएं आदि 15 फरवरी तक निलंबित रहेंगी.
पंजाब-हरियाणा सीमा पर पुलिस और किसान यूनियनों के बीच गतिरोध का दूसरा दिन है. यहां पुलिस प्रदर्शनकारियों को पीछे धकेलने के लिए रुक-रुक कर आंसू गैस के गोले दाग रही है. आज और अधिक हिंसा की आशंका है क्योंकि किसान बैरिकेडिंग तोड़ने का एक और प्रयास करेंगे.
इससे पहले 13 फरवरी की रात करीब 2 बजे एक एसयूवी ने बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश की, जिसे हरियाणा पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़कर नाकाम कर दिया था.पथराव में एक डीएसपी समेत हरियाणा पुलिस के 24 जवान शंभू बॉर्डर पर और 15 जवान दाता सिंह बॉर्डर पर, जींद में 9 जवान घायल हो गए. वहीं, किसान यूनियनों ने दावा किया है कि पुलिस कार्रवाई में 60 किसान घायल हुए हैं. घायलों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है.
पंजाब के शंभू बॉर्डर पर लगभग 2,500 ट्रैक्टर ट्रॉलियां पर पहुंच गई हैं, जिनमें से 800 ट्रॉलियां खाने-पीने का सामान, ईंधन की लकड़ी और पेट्रोलियम उत्पाद ले जा रही हैं. बता दें कि किसान पिछले दो महीने से दिल्ली-चलो मार्च की तैयारी कर रहे हैं और कम से कम छह महीने के लिए राशन का इंतजाम कर रहे हैं.
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