Ground Report: किसान आंदोलन के 100 दिन पूरे, पंढेर ने कहा-मोदी सरकार के 'जुल्म' के खिलाफ उठाएंगे आवाज

Ground Report: किसान आंदोलन के 100 दिन पूरे, पंढेर ने कहा-मोदी सरकार के 'जुल्म' के खिलाफ उठाएंगे आवाज

शंंभू बॉर्डर पर किसान आंदोलन के 100 दिन पूरे हो गए हैं. इस मौके पर बड़ी संख्या में किसान बॉर्डर पर जुटे और अपनी मांगों को मजबूत किया. किसान कई मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं जिनमें एक मांग फसलों की एमएसपी गारंटी भी शामिल है. इस खास मौके पर किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने 'किसान तक' से बातचीत की.

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किसान आंदोलन के 100 दिन पूरे, पंढेर ने कहा-मोदी सरकार के 'जुल्म' के खिलाफ उठाएंगे आवाजकिसान नेता सरवन सिंह पंढेर

शंभू बॉर्डर पर किसान आंदोलन के 100 दिन पूरे हो गए हैं. इस मौके पर किसान मजदूर मोर्चा और कई किसान संगठनों ने शंभू बॉर्डर पर एक् प्रोग्राम किया. इसमें बड़ी संख्या में किसान जुटे. इसमें किसान मजदूर संघर्ष समिति के महासचिव सरवन सिंह पंढेर भी शामिल हुए. पंढेर से इस मौके पर किसान तक से विशेष बातचीत की और आगे की तैयारी के बारे में बताया. पंढेर ने कहा कि पंजाब-हरियाणा के बॉर्डर पर लाखों किसानों का आंदोलन जारी है और आज वे इस प्रोग्राम स्थल पर भी पहुंच रहे हैं. इस प्रोग्राम में किसान केंद्र की मोदी सरकार के 'जुल्मों' के खिलाफ आवाज उठाएंगे और अपनी मांगों को बुलंद करेंगे.

पंढेर ने कहा कि आगे बीजेपी नेताओं और उम्मीदवारों के घरों के सामने मोर्चा लगाएंगे. इसकी तारीख और टाइमिंग का जल्द ऐलान किया जाएगा. 2 जून को बॉर्डरों पर किसानों के जत्थे लाए जाएंगे जिसकी रणनीति के बारे में जल्द ऐलान किया जाएगा. इस जत्थेबंदी में मांग की जाएगी कि फसलों की एमएसपी गारंटी को कानूनी रूप दिया जाए. किसान मजदूर का कर्ज खत्म होना चाहिए. भारत WTO से बाहर होना चाहिए. मजदूर के लिए 200 दिन का रोजगार चाहिए और 700 दिहाड़ी चाहिए. लखीमपुर खीरी मामले में इंसाफ चाहिए और शंभू बॉर्डर पर शुभकरण सिंह शहीद हुए, उसका भी इंसाफ मिलना चाहिए.

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क्या कहा पंढेर ने?

पंढेर ने कहा कि मोदी सरकार ने किसानों के खिलाफ जो जबर-जुल्म किया, उसे 2 जून को पूरी दुनिया के सामने दोबारा रखेंगे. प्रधानमंत्री आएंगे तो उनसे सवाल-जवाब करने के लिए जत्था लेकर उधर जाएंगे. इन सभी मुद्दों के अलावा अन्य मसलों पर भी आगे रणनीति बनाई जाएगी. सरकार ये परसेप्शन बनाने की कोशिश कर रही है कि किसान आंदोलन का माहौल नहीं है, लेकिन किसानों की जत्थेबंदी से ये तय हो गया कि किसान अपनी आवाज उठाते रहेंगे.

सरवन सिंह पंढेर ने कहा, आज किसान आंदोलन की सफलता का परिणाम है कि विपक्षी दलों और सरकार को भी किसानों की बातों को उठाना पड़ रहा है. पूरे देश के किसान-मजदूरों को ये संदेश देना चाहते हैं कि इकट्ठा होइए और इस मोर्चा में भी हम जीतेंगे. पंढेर ने कहा, आगे कोई भी सरकार सत्ता में आए, उसे एमएसपी गारंटी कानून बना कर देना पड़ेगा.

एसकेएम का बयान

13 फरवरी से शुरू हुए किसान आंदोलन के 100 दिन पूरे होने पर आज संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा के नेतृत्व में शम्भू, दातेसिंहवाला-खनौरी, डबवाली और रतनपुरा बोर्डरों पर लाखों की संख्या में किसान इकट्ठे हुए और आंदोलन को मजबूत करने का संकल्प लिया. किसान नेताओं ने कहा कि 4 जून को चाहे किसी की सरकार आए, 12 मांगों के पूरा होने तक किसानों का आंदोलन जारी रहेगा और 4 जून के बाद आंदोलन को तेज किया जाएगा. किसान नेताओं ने बताया कि पीएम मोदी के पंजाब दौरे के दौरान किसान बड़े-बड़े जत्थे बनाकर पीएम से किसानी मुद्दों पर शांतिपूर्ण तरीके से सवाल पूछने जाएंगे और सवाल न पूछने देने पर शांतिपूर्ण ढंग से विरोध किया जाएगा. 

28 मई को बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं के घरों का घेराव कर के किसानी मुद्दों पर उनसे सवाल पूछे जाएंगे. किसान नेताओं ने कहा कि 2 जून को किसान बड़े जत्थों के साथ तमाम बॉर्डरों पर पहुंच कर मोर्चे मजबूत करेंगे. किसान नेताओं ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि 25 मई और 1 जून को वोट डालने से पहले 850 शहीद किसानों की शहादत को याद करना, 433 घायल किसानों को याद करना, जेल में बंद किसानों को याद करना, किसान आंदोलनों पर सरकार द्वारा किए गए अत्याचारों को याद करना, महिला पहलवानों पर हुए अत्याचारों को याद करने का काम करें. आज सभी मोर्चों पर आंदोलन के दौरान घायल हुए किसानों और शहीद शुभकरण के परिवार को सम्मानित किया गया.

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