ऊसर भूमि में धान की पैदावार के लिए केंद्रीय मृदा लवणता अनुसंधान संस्थान (Central Soil Salinity Research Institute) के द्वारा अलग-अलग तरह की 4 किस्में विकसित की गई है जिनमें सी.एस.आर-46 ऐसी किस्म है जिसका उत्पादन लवणीय भूमि में भी अच्छा है. धान की यह किस्म 130 दिन में तैयार हो जाती है. वही पौधे की रोपाई के बाद 100 से 105 दिन बाद फूल आना शुरू होते हैं. इस किस्म के पौधे की लंबाई 115 सेंटीमीटर होती है. वही यह किस्म दूसरी किस्मों के मुकाबले काफी अच्छी पैदावार है. उसर भूमि में इस किस्म से 46 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की पैदावार ली जा सकती है जबकि सामान्य भूमि में 70 क्विंटल प्रति हेक्टेयर तक पैदावार देने में यह किस्म सक्षम है.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today