धान की सीधी बीजाई (direct seeding of paddy) करने के लिए क्या-क्या सावधानियां बरतनी चाहिए. पहले हम किस्मों की बात करेंगे, अगर किस्मों की बात करें तो पूसा बासमती 1509, बासमती 1121 पूसा, बासमती 17, 18 (Basmati 1509, Basmati 1121 Pusa, Basmati 17) ये तीनों किस्मे सीधी बिजाई के लिए उपयुक्त पायी गई है. इन किस्मों की रोपाई की पैदावार बराबर होता है उससे कमी नहीं होता है. साथ ही जो गैर बासमती किस्में हैं, उसमे पंजाब विश्वविद्यालय (Panjab University) की किस्म पीआर 126 (125 से 130 दिन मे पक जाती है) ये भी सीधी बीजाई के लिए काफी उपयुक्त मानी जाती है. धान की सीधी बीजाई जिस प्रकार हम गेहूं की सीधी की बुजाई होती है, उसी प्रकार धान की भी सीधी बोवाई के लिए भी सीड ड्रिल विकसित किये गये हैं और उसमें एक सीड ड्रिल जिसे हम लक्की सीड ड्रील का प्रयोग करते हैं. इसमें खरपतवारनाशी दवा की छिड़काव के साथ की जाती है, इसके अतिरिक्त कई और भी सीड ड्रील विकसित किये गये हैं जो धान की सीधी बुवाई के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं और उनमे बीज के साथ-साथ डीएपी की सुविधा है.
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