दुनिया का सबसे बड़ा दलहन उत्पादक होने के बावजूद भारत क्यों बड़े पैमाने पर दाल आयात करने पर मजबूर हैं? ऐसा क्यों है कि बढ़ती आबादी की दालों की जरूरत को हमारे किसान पूरा नहीं कर पा रहे हैं? कहीं, सरकारी नीतियों की वजह से तो ऐसा नहीं हो रहा है? द ग्रेन, राइस एंड ऑयलसीड्स मर्चेंट्स एसोसिएशन (GROMA) ने कहा है कि वर्तमान में सरकार चना, अरहर, उड़द आदि का भारी मात्रा में आयात कर रही है, जिसकी वजह से भारतीय किसान इन्हें न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) से कम कीमत पर बेचने को मजबूर हैं.
Big warning to the government on pulses import policy
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today