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गर्मियों में उड़द की इन किस्मों की खेती करें किसान, होगा अधिक उत्पादन

गर्मियों में उड़द की इन किस्मों की खेती करें किसान, होगा अधिक उत्पादन

उड़द की यह अधिक उत्पादन देने वाली किस्म है. भारतीय दलहन अनुसंधान संस्थान कानपुर के कृषि वैज्ञानिकों ने इस किस्म को विकसित किया है. उड़द की इस किस्म की खेती करके किसान प्रति हेक्टेयर 10 से 11 क्विंटल तक का उत्पादन हासिल कर सकते हैं. 

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उड़द की खेती (सांकेतिक तस्वीर) उड़द की खेती (सांकेतिक तस्वीर)

उड़द की खेती किसानों को अच्छा मुनाफा देती है. क्योंकि उड़द की मांग पूरे साल होती है, इसलिए हमेशा ही इसके अच्छे दाम मिलते हैं. इसलिए अगर किसान के पास सिंचाई की सुविधा है तो वो रबी फसल जैसे गेहूं और सरसों की कटाई के बाद उड़द की खेती कर सकते हैं. उड़द के अलावा मूंग की खेती में भी किसानों को काफी फायदा होता है. चूंकी गर्मी का मौसम है ऐसे में किसानों को यह जानना जरूरी है कि इस मौसम में उड़द की कौन सी उन्नत किस्मों कि खेती करें जिससे उत्पादन अधिक हो ताकि किसानों को अधिक कमाई हो सके. उन्नत नस्ल की किस्मों की खेती करने के अलावा खेत में खरपतवार के नियंत्रण पर भी ध्यान देना चाहिए. 

उड़द की पांच उन्नत किस्में

पीडीयू 1 किस्मः  उड़द की यह अधिक उत्पादन देने वाली किस्म है. भारतीय दलहन अनुसंधान संस्थान कानपुर के कृषि वैज्ञानिकों ने इस किस्म को विकसित किया है. उड़द की इस किस्म की खेती करके किसान प्रति हेक्टेयर 10 से 11 क्विंटल तक का उत्पादन हासिल कर सकते हैं. 

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जवाहर उड़द 2: उड़द की यह किस्म की बीज के दाने बेहद खूदसूरत दिखते हैं. यह आकार में छोटा होता है और इनका रंग चमकीला होता है. यह काले रंग का दिखता है. इस किस्म के पौधे में फलन काफी अच्छा होता है औऱ गुच्छे में फल खिलते हैं. उड़द की इस किस्म की खेती से किसान प्रति हेक्टेयर 11 से 12 हेक्टेयर तक का उत्पादन हासिल कर सकते हैं. उड़द के इस किस्म की खेती सबसे अधिक मध्य प्रदेश में की जाती है. 

उड़द टी 9: उड़द की इस किस्म के दाने मध्यम आकार के होते हैं और इनका रंग काला और चमकदार होता है. उत्तर प्रदेश के किसान इस किस्म को सबसे अधिक पसंद करते हैं और यहां पर सबसे अधिक इस किस्म की खेती की जाती है. उड़द की यह किस्म बुवाई के 75 से 80 दिनों के बाद कटाई के लिए पूरी तरह तैयार हो जाती है. गर्मियों में इसकी खेती करने पर यह मॉनसून से पहले तैयार हो जाती है. इस किस्म से प्रति हेक्टेयर 9 से 10 क्विंटल तक का उत्पादन प्राप्त होता है. 

पंत यू 30: उड़द की इस किस्म की खेती की खासियत यह है यह सबसे कम समय में कटाई के लिए तैयार हो जाती है. इसलिए गर्मियों के लिए यह सबसे उपयुक्त मानी जाती है. उड़द की यह किस्म बुवाई के 70-75 दिन में कटाई के लिए तैयार हो जाती है. अच्छे से पकने पर इसके दाने मध्यम आकार के काले और चमकदार होते हैं. इस किस्म मे पीला मोजैक वायरस के प्रति प्रतिरोधक क्षमता होती है. एक हेक्टेयर में इस किस्म का उत्पादन 11-12 क्विंटल तक होता है. इस किस्म की खेती मध्य प्रदेश में अधिक की जाती है.

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आजाद उड़द 2: उड़द के इस उन्नत किस्म की खेती उत्तर प्रदेश में बड़े पैमाने पर की जाती है. उड़द की यह किस्म बुवाई के बाद  75 से 80 दिनों में तैयार हो जाती है. इसके दाने बड़े आकार के होते हैं साथ ही मध्यम काले रंग के होते हैं. उड़द के इस किस्म की खेती से किसान एक हेक्टेयर में 10-11 क्विटंल तक का उत्पादन हासिल कर सकते हैं.