भारत में अब मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है. कुछ मैदानी राज्यों में हीटवेव तो वहीं, पहाड़ी इलाकों में बारिश और बर्फबारी देखने को मिल रही है. मौसम की खबर के अलावा किसान आंदोलन की बात करें तो खनौरी बॉर्डर पर जगजीत सिंह डल्लेवाल का अनशन जारी है. ऐसे तमाम अपडेट्स के लिए पढ़ते रहें लाइव अपडेट...
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, 1 अप्रैल से सभी घरेलू उपभोक्ताओं के लिए बिजली दरों में ₹1/यूनिट की कटौती की जाएगी, जिससे उन्हें गर्मी के चरम पर पहुंचने से पहले बहुत ज़रूरी राहत मिलेगी. कृषि, औद्योगिक और वाणिज्यिक शुल्क में 25 पैसे/यूनिट की कमी की जाएगी. बजट का एक और वादा पूरा हुआ!
बिहार में बाहर से आने वाली अप्रामाणिक खाद्य उत्पादों की तस्करी और बिक्री पर राज्य सरकार सख्त कदम उठाने जा रही है. राज्य के उप मुख्यमंत्री-सह-कृषि मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने शुक्रवार को पटना के विकास भवन में अप्रामाणिक लहसुन, हल्दी, चावल और अन्य खाद्य उत्पादों की तस्करी और बिक्री से मानव स्वास्थ्य पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव को लेकर एक महत्वपूर्ण बैठक की. इस बैठक में कृषि, स्वास्थ्य, गृह, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ-साथ कृषि विश्वविद्यालयों और भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के पूर्वी परिसर के वैज्ञानिकों ने भाग लिया.
कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज संसद में कहा, माननीय अध्यक्ष महोदय, तमिलनाडु हो या पश्चिम बंगाल हो मोदी जी के नेतृत्व में इस सरकार ने कभी किसी राज्य के साथ भेदभाव नहीं किया. तमिलनाडु का मजदूरी का और सामग्री का, क्योंकि अभी माननीय मंत्री जी ने बताया 6 हजार करोड़ का प्रावधान है, 85 हजार करोड़ रुपए हम जारी कर चुके हैं और शेष बची राशि की पाई-पाई हम बहुत जल्द जारी करने वाले हैं. मजदूर को भी पूरी मजदूरी दी जाएगी और सामग्री का भी पूरा पैसा दिया जाएगा. माननीय अध्यक्ष महोदय बंगाल के मित्र बात कर रहे थे UPA और NDA के सरकार के समय अगर 2006-07 से 2013-14 तक पश्चिम बंगाल में केवल 111 करोड़ मानव दिवस सृजित हुए थे, हमने 239 करोड़ मानव दिवस सृजित किए हैं और 14 हजार 985 करोड़ की राशि के विरुद्ध 54 हजार 515 करोड़ रुपए पश्चिम बंगाल को भी दिए गए हैं. ये सरकार कोई भेदभाव नहीं करेगी और तमिलनाडु की भी पूरी राशि जैसा मैंने कहा वो रिलीज की जाएगी इसमें कोई संदेह नहीं है.
सेबी ने 19 दिसंबर, 2021 को कमोडिटी डेरिवेटिव सेगमेंट वाले स्टॉक एक्सचेंजों को 20 दिसंबर, 2022 तक नीचे बताई गई कमोडिटीज में डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट्स में ट्रेडिंग को निलंबित करने का निर्देश दिया था:
i. धान (गैर-बासमती)
ii. गेहूं
iii. चना
iv. सरसों के बीज और इसके डेरिवेटिव (इसके कॉम्प्लेक्स)
v. सोयाबीन और इसके डेरिवेटिव (इसके कॉम्प्लेक्स)
vi. कच्चा पाम तेल
vii. मूंग
इसके बाद, उपर बताए गए अनुबंधों में ट्रेडिंग में निलंबन क्रमशः 20 दिसंबर, 2023, 20 दिसंबर, 2024, 31 जनवरी, 2025 और 31 मार्च, 2025 तक बढ़ा दिया गया. नए निर्देश के मुताबिक, ट्रेडिंग में निलंबन को 31 मार्च, 2026 तक आगे बढ़ा दिया गया है.
किसानों ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर इन मुद्दों से अवगत कराया. किसानों ने लिखा कि हम आपको अवगत कराना चाहते हैं कि प्रदेश के अंदर कृषि में नहर प्रणाली के साथ-साथ निजी नलकूप भी सिंचाई का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, जिससे किसान समय पर फसलों की सिंचाई कर रहे हैं. 22.03.2025 को एक आदेश जारी किया गया, जिसमें कृषि फीडर से बिजली का समय 10 घंटे से घटाकर 7 घंटे कर दिया गया है, जिसकी आपूर्ति को 2 भागों में वर्गीकृत किया गया है जो सुबह 5:15 बजे से 10:15 बजे तक और शाम 4:00 बजे से 6:00 बजे तक निर्धारित रहेगी. इतने कम समय में कटौती से किसान समय पर फसलों की सिंचाई नहीं कर पाएगा. दूसरी ओर गर्मी का मौसम शुरू हो गया है और कम समय में फसलों की सिंचाई करनी होगी. इस बार 2 भागों में वर्गीकृत करने से दूरी की सिंचाई अप्रभावी हो जाएगी, जिसका सीधा नुकसान फसलों को होगा. अतः हमारे अनुरोध पर कृषि फीडरों पर पुनः 10 घंटे बिजली देने का आदेश जारी किया जाए तथा 7 घंटे का आदेश तत्काल प्रभाव से निरस्त किया जाए.
चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, कानपुर में उत्तर प्रदेश संयुक्त कृषि एवं प्रौद्योगिकी प्रवेश परीक्षा (यूपीसीएटीईटी)-2025 में प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया 17 मार्च 2025 से शुरू है और 07 मई 2025 तक भरे जाएंगे. प्रदेश के विद्यार्थियों के लिए यह महत्वपूर्ण अवसर है, कृषि एवं प्राविधिक विषयों में शिक्षा, रोजगार और स्वरोजगार की अपार संभावनाएं हैं. युवा प्रदेश के कृषि विश्वविद्यालयों में संचालित विभिन्न विषयों में अपनी रुचि के अनुसार विषय का चयन कर सकते हैं. प्रदेश के पांचों कृषि विश्वविद्यालयों में शैक्षिक सत्र 2025-26 के लिए स्नातक, परास्नातक एवं पीएचडी की प्रवेश परीक्षा 11-12 जून 2025 को प्रदेश के 11 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की जाएगी. उत्तर प्रदेश संयुक्त कृषि एवं प्रौद्योगिकी प्रवेश परीक्षा-2025 की आधिकारिक वेबसाइट https://upcatet.net और www.csauk.ac.in पर सूचना सूचीपत्र में ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया, पाठ्यक्रम का नाम, सीटों की संख्या, परीक्षा केंद्र, प्रवेश परीक्षा पात्रता और अन्य विवरण अपलोड हैं.
खरीफ सीजन खत्म होने को है, लेकिन सरकी (कपास बीज) की कीमतों में बढ़ोतरी से कपास की कीमतों में भी सुधार हुआ है. पिछले सप्ताह सरकी की कीमतों में 300 से 400 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी हुई, जिससे कपास के बाजार भाव में भी उछाल आया है. फिलहाल कपास की कीमत 7400 से 7500 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच गई है. हालांकि, ज्यादातर किसान अपनी कपास बेच चुके हैं, जिससे उनके पास सिर्फ 10 फीसदी कपास ही बची है.
सोनीपत के गोहाना में आज एसडीएम कार्यालय में किसानों का हल्ला बोल.
फसल बीमा योजना के तहत बीमा कंपनी के खिलाफ किसानों ने अधिकारियों को सौंपा ज्ञापन .
करीब 3 साल से एक निजी कंपनी पर खराब फसल की मुआवजा राशि ना देने के लिए लगाए गंभीर आरोप.
करीब 300 करोड़ रुपए की बकाया ना देने के लिए लगाए किसानों ने आरोप.
किसानों की सरकार को चेतावनी, जल्द से जल्द बकाया राशि दिलवाने का काम करे सरकार.
अन्यथा इसके खिलाफ होगा बड़ा आंदोलन.
केंद्रीय पशुपालन एवं डेयरी मंत्री राजीव रंजन सिंह ने मंगलवार को लोकसभा में कहा कि भारत दुनिया में दूध का सबसे बड़ा उत्पादक है और उसने अगले पांच वर्षों में वर्तमान 239 एमएमटी से 300 मिलियन मीट्रिक टन (एमएमटी) दूध उत्पादन का लक्ष्य रखा है. सिंह ने यह भी कहा कि जब से मोदी सरकार ने 2014 में राष्ट्रीय गोकुल मिशन (आरजीएम) शुरू किया है, तब से देश में दूध उत्पादन में 63.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई है और सरकार को अगले तीन वर्षों में इसमें 15 प्रतिशत की और वृद्धि होने की उम्मीद है.
अकोला जिले के मुर्तिजापुर में किसानों ने आज भूख हड़ताल कर किसानों को कर्जमाफी के बारे में चुनाव से पहले किए गए वादों की याद दिलाई. आंदोलन में किसानों ने मुर्तिजापुर वकील संघ की मदद से हाईकोर्ट में याचिका दायर करने का फैसला किया ताकि उन्हें न्याय मिल सके. किसानों का कहना है कि चुनाव प्रचार और विधानसभा सत्र के दौरान सरकार ने कर्जमाफी का वादा किया था, लेकिन हाल ही में संपन्न बजट सत्र में इस संबंध में कोई घोषणा नहीं की गई. इससे किसान निराश हैं. उनका आरोप है कि सरकार सत्ता में आते ही अपने वादों से मुकर गई है. किसानों का कहना है कि सरकार की उदासीनता को देखते हुए अब वे कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे.
महाराष्ट्र के हिंगोली में किसानों ने दूध के दाम बढ़ाने की मांग को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. हिंगोली जिले के बसमत शहर में दूध उत्पादक किसानों ने मोटरसाइकिल रैली निकालकर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. किसानों का आरोप है कि पशु आहार की बढ़ती कीमत की तुलना में दूध का दाम कम मिल रहा है. इसलिए किसान सरकार से मांग कर रहे हैं कि सरकार पशु आहार के दाम कम करे. या फिर दूध के दाम बढ़ाए...
जालना में एक मक्के के खेत में शॉर्ट सर्किट के कारण भीषण आग लग गई. इस आग में 40 से 50 क्विंटल मक्का जलकर खाक हो गया है. गनीमत रही कि इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई. आज जालना जिले के भोकरदन कस्बे के अलापुर गांव में एक मक्के के खेत में बिजली के तार में अचानक शॉर्ट सर्किट हो गया. इस समय शॉर्ट सर्किट के कारण मक्के के खेत में भीषण आग लग गई. इस आग में मक्के की फसल पूरी तरह जलकर राख हो गई है, जिससे करीब 40 से 50 क्विंटल मक्के का नुकसान हुआ है. इस बीच किसान ने नुकसान की तुरंत भरपाई की मांग की है. इस बीच भोकरदन के दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पा लिया और उसे बुझा दिया. इस घटना से किसान को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है.
मार्च के महीने में कभी बारिश होती है तो कभी सूखा रहता है. मार्च 2020 में दिल्ली में 109.6 मिमी बारिश हुई थी, जबकि मार्च 2022 में पूरा महीना सूखा रहा और उस साल अधिकतम तापमान 39.6 डिग्री तक पहुंच गया था. इस साल मार्च 2025 की स्थिति भी काफी हद तक मार्च 2022 जैसी ही नजर आ रही है, जिसमें केवल 2 मिमी बारिश हुई है और मौसम शुष्क बना हुआ है. इस बार की बारिश भी फरवरी के अंत में हुई थी, और आईएमडी के अनुसार शाम साढ़े पांच बजे हुई बारिश को अगले दिन के डेटा में जोड़ा जाता है, इसलिए उसे 1 मार्च के खाते में गिना गया.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े किसान संगठन भारतीय किसान संघ (बीकेएस) ने कॉन्ट्रोवर्शियल खरपतवारनाशक ग्लाइफोसेट की बिक्री पर तत्काल प्रतिबंध लगाने की मांग की है. बीकेएस का कहना है कि इस रसायन की निरंतर बिक्री "मुफ्त में कैंसर परोसने" के समान है और लोगों के स्वास्थ्य के लिए गंभीर खतरा पैदा कर रही है. बीकेएस ने एक बयान में कहा कि भले ही कृषि क्षेत्र में ग्लाइफोसेट के इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई है, लेकिन इसके इस्तेमाल में कोई कमी नहीं आई है. इसका असर अब किसानों और उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य पर दिखने लगा है. बयान में यह भी कहा गया है कि ग्लाइफोसेट के इस्तेमाल से कैंसर, दिल का रोग, स्किन एलर्जी और गंभीर पाचन रोगों के मामले बढ़ रहे हैं. बीकेएस के अनुसार, जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय, जबलपुर के कृषि वैज्ञानिकों ने मध्य प्रदेश सरकार को पत्र लिखकर ग्लाइफोसेट के दुष्प्रभावों का जिक्र किया है. वैज्ञानिकों ने इस रसायन के उपयोग पर प्रतिबंध लगाने की जरूरतों पर बल दिया है. इस बारे में बीकेएस ने भारतीय कृषि मंत्रालय से इस मामले की गंभीरता से जांच करने की अपील की है.
उत्तर प्रदेश में मौसम हर दिन करवट बदल रहा है. इस बदलते मौसम की वजह से लोग तेजी से बीमार पड़ने लगे हैं. इस बीच मौसम विभाग (IMD) का बड़ा अपडेट सामने आया है. मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो दो दिन बाद से प्रदेश में तेज हवा का सिलसिला शुरू हो सकता है. इस दौरान 20 से 30 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवा चल सकती है. वहीं राजधानी लखनऊ में 16℃ न्यूनतम और 33.9℃ अधिकतम तापमान दर्ज किया गया है. आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि 25 मार्च यानी मंगलवार को प्रदेश के पश्चिमी व पूर्वी हिस्से में मौसम साफ रह सकता है. ऐसे में यूपी की राजधानी लखनऊ समेत नोएडा, गाजियाबाद, कानपुर, आगरा, अयोध्या, झांसी, मेरठ, प्रयागराज, वाराणसी, गोरखपुर समेत अन्य जिलों में आसमान साफ होगा और धूप की तीखी किरणे लोगों को तपिश का एहसास कराएंगी.
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