भारत में एक बार फिर मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है. देश के कई राज्यों में जहां मॉनसून एक्टिव हो गया है. इसके चलते उत्तराखंड और हिमाचल जैसे पहाड़ी राज्यों में जमकर बारिश हो रही है. मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार, दिल्ली-NCR में बिहार, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, लद्दाख, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, दक्षिण भारत और नॉर्थ ईस्ट में इस बार अच्छी बारिश होगी. मॉनसून के एक्टिव होने से खेती से जुड़ी गतिविधियां भी बढ़ गई हैं. मौसम के अलावा आप यहां किसानों को मिलने वाली सरकारी स्कीम के फायदे और अन्य किसानों से जुड़ी खबरें पढ़ सकते हैं.
महाराष्ट्र के जालना के बदनापूर इलाके के जालना-छत्रपति संभाजीनगर हाइवे पर किसानों ने जोरदार रास्ता रोको आंदोलन किया. किसानों की मांग है कि उन्हें संपूर्ण कर्जमाफी दी जाए. शनिवार को किसानों ने एकजुट होकर राज्य सरकार से संपूर्ण कर्जमाफी की मांग की. आंदोलनकारी किसानों ने कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले महायुती सरकार ने कर्जमाफी का वादा किया था. लेकिन अब तक राज्य की सरकार ने किसानों का कर्ज माफ नहीं किया है. इससे नाराज होकर किसानों ने आज आंदोलन का रास्ता चुना है. किसानों ने राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर सरकार से जल्द से जल्द कर्जमाफी लागू करने की मांग की हैं. किसानों की जोरदार नारेबाजी से इलाका गूंज उठा.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विधानमंडल के तीन सप्ताह लंबे मानसून सत्र, जिसमें 16 विधेयक पारित हुए, के संचालन पर अपनी सरकार के प्रदर्शन पर संतोष व्यक्त किया और शुक्रवार को विपक्ष पर 'गोली मारो और भाग जाओ' वाला रवैया अपनाने का आरोप लगाया. शाम को विधानमंडल के दोनों सदनों के सत्रावसान के बाद पत्रकारों से बात करते हुए, मुख्यमंत्री ने कहा कि महायुति सरकार किसानों की ऋण माफी के लिए प्रतिबद्ध है. फडणवीस ने कहा, 'ऋण माफी एक अल्पकालिक उपाय है. हमने कृषि संकट को दूर करने और किसानों को ऋण से मुक्ति दिलाने के लिए दीर्घकालिक समाधान सुझाने हेतु एक समिति का गठन किया है.'
इस मानसून सीजन में अब तक भारत में सामान्य से 9 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है, लेकिन बारिश पूरे देश में समान रूप से नहीं हुई है. मौसम विभाग (IMD) के आंकड़ों के अनुसार, झारखंड, राजस्थान और लद्दाख जैसे कुछ राज्यों में सामान्य से कहीं अधिक बारिश हुई है, जबकि कई अन्य राज्यों, खासकर पूर्वोत्तर और दक्षिणी हिस्सों में, भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है. 1 जून से 16 जुलाई के बीच, देश में 331.9 मिमी बारिश हुई, जो इस अवधि की सामान्य बारिश 304.2 मिमी से लगभग 9 प्रतिशत अधिक है. लेकिन यह औसत बड़े पैमाने पर स्थानिक भिन्नता को छुपाता है.
जिला पंचायत बोर्ड की बैठक के दौरान एक स्थानीय भाजपा नेता और उसके ड्राइवर द्वारा कथित तौर पर जिला कृषि अधिकारी (डीएओ) को थप्पड़ मारने के विरोध में कृषि विभाग के कर्मचारियों ने शुक्रवार को हड़ताल की. डीएओ नरेंद्र पाल यादव ने शिकायत दर्ज कराई है कि गुरुवार को यूरिया की कमी पर चर्चा के दौरान भाजपा नेता नितिन पाठक और उनके ड्राइवर अनमोल ने उन पर हमला किया. सर्किल ऑफिसर (सिटी) दीपक चतुर्वेदी ने कहा, 'पुलिस ने पाठक और अनमोल के खिलाफ मारपीट, गाली-गलौज और धमकी देने के आरोप में एफआईआर दर्ज कर ली है। घटना की जांच जारी है.' घटना के बाद, कृषि विभाग के कर्मचारियों ने शुक्रवार को हड़ताल की और गुंडागर्दी के खिलाफ नारे लगाए. उन्होंने पाठक और अनमोल की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की. उन्होंने जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) को एक ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई न होने तक विरोध प्रदर्शन जारी रखने की चेतावनी दी.
हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले में पोंटा साहिब के एक इलाके में सड़कों का निर्माण बखूबी तरीके से किया गया है, और सड़कों को चुस्त दुरुस्त रखने के लिए राज्य सरकार द्वारा इसमें अच्छा बजट खर्च किया गया है. लेकिन लोक निर्माण विभाग और वन विभाग की लापरवाही के कारण देखने को आया है कि जहां सड़क का निर्माण किया गया है. सड़क के बीचो-बीच बिजली के खंबे और और पेड़ ऐसे ही छोड़ दिए गए हैं. सड़क के बीच पेड़ और बिजली के खाबो को ना हटाकर सड़क का निर्माण कर दिया गया है और यह सड़क कहीं गांव को जोड़ती है. इतना ही नहीं यह सड़क नेशनल हाईवे को भी जोड़ती है बीचों-बीच लोगों की जान को खतरे में डाल रहे हैं. इतना नहीं इस इलाके में कई जगह इस तरह के सड़क के बीचो-बीच खंबे और पेड़ देखे जा सकते हैं लेकिन इस तरफ कोई गौर करने वाला नहीं है.
लगातार हो रही बारिश के कारण गंगा नदी के जलस्तर में तेजी से वृद्धि हो रही है, जिसके कारण गंगा नदी के किनारे सैलाब की चपेट में आने लगे हैं. जलस्तर मे वृद्धि के कारण दियारा का इलाका और सैंकडो एकड की फसल भी पानी में डूबने लगा है, ऐसे में अपनी फसल को बचाने की जद्दोजहद और नाव की अनउपलब्धता के कारण बिहार के पटना जिले के बाढ़ में रैली गांव के कुछ खेतिहरो ने जुगाड़ की नाव बना डाली जी हां जुगाड़ की नाव. सुनकर आश्चर्य होगा लेकिन यह जुगाड़ की नाव बनी है. स्टील की करकट यानी झोपड़ी की छत बनाने वाली स्टील के चादर और लकड़ी की सहायता से. स्थानीय किसानों ने जुगाड़ की नाव बना डाली है. इस जुगाड़ वाली नाव की सहायता से किसान गंगा नदी में इस किनारे से उस किनारे जाकर अपनी फसलों को काटकर अपने घर तक ला रहे हैं.और फिलहाल यह लोगो के लिये कारगर साबित हो रहे है.
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शुक्रवार को कहा कि स्पेन के बार्सिलोना में मर्काबार्ना (खाद्य लॉजिस्टिक्स हब) का मॉडल उनके राज्य के बढ़ते कृषि उत्पादन को देखते हुए उपयोगी हो सकता है. उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में बढ़ते कृषि उत्पादन को देखते हुए, बेहतर ‘फसलोत्तर प्रबंधन’ और निर्यात प्रणाली की आवश्यकता है. यह बात स्पेन की अपनी यात्रा के तीसरे दिन यादव के हवाले से एक आधिकारिक बयान में कही गई है. यूरोप का एक प्रमुख खाद्य लॉजिस्टिक्स हब ‘मर्काबार्ना’ 250 एकड़ में फैला हुआ है, जिसमें एकीकृत उत्पादन, भंडारण, प्रसंस्करण और वितरण प्रणालियां हैं. यादव ने कहा, 'आज मध्यप्रदेश के सामने न केवल उत्पादन, बल्कि कटाई के बाद मूल्य संवर्धन, प्रसंस्करण, भंडारण और वैश्विक बाजारों तक पहुंच की भी चुनौती है. इस दिशा में, मर्काबार्ना का अनुभव एक आदर्श के रूप में सामने आता है, जिससे प्रेरणा लेकर राज्य के खाद्य उत्पादकों को वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार किया जा सकता है.' यादव ने ‘फार्म-टू-फोर्क’ मॉडल, कोल्ड चेन प्रणाली, गुणवत्ता नियंत्रण और खाद्य सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में मर्काबार्ना द्वारा अपनाई गई सर्वोत्तम प्रथाओं की सराहना की और कहा कि इन इनोवेशंस को मध्य प्रदेश में विकसित किए जा रहे मेगा फूड पार्कों, कृषि व्यवसाय समूहों और ग्रामीण उद्योग केंद्रों में शामिल किया जाएगा.
दौसा जिले में हाल ही में आयोजित 'हरियालो राजस्थान' अभियान के तहत 1.84 लाख से अधिक पौधे लगाए गए हैं. जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. कलेक्टर देवेंद्र कुमार के नेतृत्व में इस पहल में जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों और स्थानीय निवासियों ने भाग लिया. उन्होंने बताया कि इस व्यापक अभियान में महिलाओं की उल्लेखनीय भूमिका रही. बुधवार को जिले की सभी ग्राम पंचायतों में एक साथ पौधरोपण अभियान चलाया गया. हेमल्यावाला गांव में जिला स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किया गया, जहां कलेक्टर देवेंद्र कुमार ने पौधे रोपे. महवा विधायक राजेंद्र मीणा हड़िया से, सिकराय विधायक विक्रम बंसल पिलोड़ी से और बांदीकुई विधायक भागचंद टांकड़ा घुरालिया और केसरीसिंहपुरा से इस अभियान में शामिल हुए. अधिकारी ने बताया, 'मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के पर्यावरण संरक्षण की अपील के तहत व्यापक पौधरोपण अभियान चलाया जा रहा है, जिसके तहत बुधवार को दौसा में 1.84 लाख पौधे लगाए गए.' उन्होंने बताया कि इस सीजन में दौसा जिले में 17 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है.
हिमाचल प्रदेश के आपातकालीन परिचालन केंद्र की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार राज्य में 20 जून से मॉनसून की शुरुआत से लेकर 17 जुलाई तक लगभग 112 लोगों की जान जा चुकी है - 67 लोग बारिश से संबंधित घटनाओं में और 45 सड़क दुर्घटनाओं में.केंद्र ने बताया कि करीब 199 लोग घायल हुए हैं, जबकि 35 लापता हैं. विभाग ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में इस मॉनसून में 31 बार अचानक बाढ़, 22 बार बादल फटने और 19 बार भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं और राज्य को 1,220 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. इस बीच, अधिकारियों ने बताया कि 30 जून की रात मंडी जिले के कुछ हिस्सों में बादल फटने और भूस्खलन में बह गए 27 लोगों का पता लगाने के लिए तलाशी अभियान अभी भी जारी है. मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखू ने कहा कि राज्य सरकार प्राकृतिक आपदाओं से प्रभावित लोगों को राहत और पुनर्वास प्रदान करने के लिए चौबीसों घंटे काम कर रही है.सुखू ने कहा कि विपक्ष के नेता जय राम ठाकुर लगातार उनके संपर्क में हैं, क्योंकि उनके निर्वाचन क्षेत्र सेराज में भारी नुकसान हुआ है. उन्होंने जोर देकर कहा कि प्रभावित लोगों का पुनर्वास राज्य सरकार की प्रमुख जिम्मेदारी है. उन्हें गैर-वन भूमि आवंटित की जाएगी, क्योंकि वन भूमि के आवंटन के लिए केंद्र सरकार की मंज़ूरी आवश्यक होगी. उनका कहना था कि राज्य की प्राथमिकता आपदा प्रभावित क्षेत्रों में सड़कों को फिर से खोलना है ताकि किसान और बागवान सेब, सब्जियां और बाकी उपज बिना किसी बाधा के बाजारों तक पहुंचा सकें. उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि हिमाचल सड़क परिवहन निगम ने शुक्रवार से सिराज में कई रूटों पर मिनी बस सेवाएं फिर से शुरू कर दी हैं.
मौसम विभाग के अनुसार, शुक्रवार को दिल्ली के कई इलाकों में बारिश हुई और आने वाले घंटों में हल्की बारिश जारी रहने का अनुमान है. मौसम पूर्वानुमान के अनुसार, शनिवार को भी हल्की बारिश और बादल छाए रहने की संभावना है. आईएमडी के अनुसार, शहर के आधार मौसम केंद्र, सफदरजंग वेधशाला ने दोपहर 2.30 बजे से शाम 5.30 बजे के बीच 7.3 मिमी बारिश दर्ज की. आंकड़ों के अनुसार, पालम में 2.8 मिमी, लोधी रोड में 9.5 मिमी, रिज में 5.6 मिमी, आया नगर में 1.5 मिमी, प्रगति मैदान में 9.5 मिमी और पूसा में 7.5 मिमी बारिश दर्ज की गई. 24 घंटे में सबसे ज्यादा बारिश पालम में 17.2 मिमी दर्ज की गई. रिज स्टेशन पर 10.4 मिमी, आयानगर में 8 मिमी, नजफ़गढ़ में 13.5 मिमी और पूसा में 12.5 मिमी बारिश दर्ज की गई. जनकपुरी और नरेला में क्रमशः 3 मिमी और 0.5 मिमी बारिश के साथ सबसे कम बारिश दर्ज की गई. वहीं शहर के ज्यादातर हिस्सों में अधिकतम तापमान औसत से कम रहा. आईएमडी का अनुमान है कि अगले 24 घंटों में राजधानी क्षेत्र के कुछ इलाकों में बारिश जारी रहेगी.
हिमाचल प्रदेश में शुक्रवार को लगातार बारिश के कारण कई सड़कें बंद हो गईं और चल रही किन्नर कैलाश यात्रा रोक दी गई. किन्नौर जिले में 19,850 फीट की ऊंचाई पर स्थित भगवान शिव के शीतकालीन निवास, किन्नर कैलाश की तीर्थयात्रा 15 जुलाई को शुरू हुई थी और 30 अगस्त तक चलनी थी. हालांकि, बारिश के कारण यात्रा असुरक्षित हो गई है और इसलिए मौसम साफ होने और मार्ग को सुरक्षित घोषित किए जाने तक तीर्थयात्रा रोक दी गई है, किन्नौर पुलिस ने कहा. लाहौल और स्पीति प्रशासन ने अगले आदेश तक मनाली-लेह राजमार्ग पर बाइक की सवारी को भी अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है.हिमाचल प्रदेश में मूसलाधार बारिश के कारण लगभग 250 सड़कें बंद हो गई हैं. राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, आपदा प्रभावित मंडी में 181 सड़कें, सिरमौर में 26 और कुल्लू जिले में 23 सड़कें बंद हैं, जबकि शुक्रवार सुबह तक 61 जलापूर्ति योजनाएं और 81 बिजली वितरण ट्रांसफार्मर प्रभावित हुए हैं. स्थानीय मौसम विभाग ने 21 और 23 जुलाई को राज्य के कुछ इलाकों में 'भारी' से 'बहुत भारी' बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. रविवार तक कुछ जगहों पर 'भारी' बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है. इस बीच, गुरुवार शाम को राज्य के कुछ हिस्सों में 'हल्की' से 'मध्यम' बारिश हुई.
शुक्रवार को हैदराबाद में मध्यम से भारी बारिश हुई, जिससे कई जगहों पर सड़कों पर जलभराव हो गया. हैदराबाद आपदा प्रतिक्रिया और संपत्ति संरक्षण एजेंसियों (HYDRAA) ने कहा कि उनके कर्मियों ने जलभराव से प्रभावित इलाकों के निवासियों को नावों के जरिए सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया. HYDRAA आयुक्त ए वी रंगनाथ ने बारिश प्रभावित इलाकों का दौरा किया. एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है कि मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने जीएचएमसी, पुलिस, शहर के जल कार्य, बिजली और अन्य विभागों और एजेंसियों से समन्वय से काम करने को कहा है. उन्होंने HYDRAA, NDRF और SDRF को भारी बारिश से उत्पन्न होने वाले नागरिक मुद्दों से निपटने के लिए सतर्क रहने को कहा है. बारिश के बाद संतोष नगर, मदन्नापेट, सिकंदराबाद और शहर के अन्य इलाकों में यातायात बाधित होने की सूचना मिली. साइबराबाद पुलिस के संयुक्त आयुक्त गजराव भूपाल ने उन इलाकों का क्षेत्रीय निरीक्षण किया जहाँ यातायात बाधित होने की सूचना मिली थी. लंबे समय से चल रहे सूखे के दौर को खत्म करते हुए, तेलंगाना की राजधानी के कई इलाकों में बारिश हुई.
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