भारत में एक बार फिर मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है. देश के कई राज्यों में जहां मॉनसून एक्टिव हो गया है. इसके चलते उत्तराखंड और हिमाचल जैसे पहाड़ी राज्यों में जमकर बारिश हो रही है. मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार, दिल्ली-NCR में बिहार, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, लद्दाख, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, दक्षिण भारत और नॉर्थ ईस्ट में इस बार अच्छी बारिश होगी. मॉनसून के एक्टिव होने से खेती से जुड़ी गतिविधियां भी बढ़ गई हैं. मौसम के अलावा आप यहां किसानों को मिलने वाली सरकारी स्कीम के फायदे और अन्य किसानों से जुड़ी खबरें पढ़ सकते हैं.
नई दिल्ली: यूपीएल समूह की एक कंपनी, वैश्विक बीज कंपनी एडवांटा सीड्स ने गुरुवार को राजन गजरिया को उपाध्यक्ष नियुक्त किया है. गजरिया दो वर्षों तक यूपीएल एसएएस और एडवांटा के बोर्ड सदस्य रहे हैं और कृषि उद्योग में 30 से अधिक वर्षों का अनुभव रखते हैं. कॉर्टेवा एग्रीसाइंस में करियर के बाद, वह एडवांटा में शामिल हुए हैं और हाल के वर्षों में उन्होंने कई बोर्ड में कार्य किया है, जहां उन्होंने सीईओ, उद्यम पूंजीपतियों और निजी इक्विटी निवेशकों के साथ सहयोग किया है. उपाध्यक्ष के रूप में, गजरिया रणनीतिक नेतृत्व, निवेश रणनीतियों के माध्यम से शेयरधारक मूल्य को बढ़ावा देने और विलय एवं अधिग्रहण के माध्यम से अकार्बनिक विकास का नेतृत्व करने पर ध्यान केंद्रित करेंगे. एक बयान के अनुसार, वह एडवांटा के निदेशक मंडल में बने रहेंगे. (पीटीआई)
लुधियाना: गुरु अंगद देव पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, लुधियाना के डेयरी एवं खाद्य विज्ञान प्रौद्योगिकी महाविद्यालय ने 'पंजाब में पनीर और उसकी संभावनाएँ' विषय पर एक खुला संवाद आयोजित किया, जिसमें 98 अरब डॉलर के वैश्विक पनीर बाजार में अवसरों का पता लगाने के लिए प्रमुख हितधारकों को एक साथ लाया गया. कुलपति डॉ. जे.पी.एस. गिल ने विशेष पनीर की बढ़ती वैश्विक और घरेलू मांग पर प्रकाश डालते हुए, पंजाब को एक प्रीमियम पनीर केंद्र में बदलने की तात्कालिकता पर बल दिया. इस कार्यक्रम में प्रोग्रेसिव डेयरी फार्मर्स एसोसिएशन (पीडीएफए), फ्रंटियर डेयरी जंक्शन, क्विक सर्विस रेस्टोरेंट (क्यूएसआर), डेयरी किसान, स्टार्ट-अप, प्रसंस्करणकर्ता और खुदरा विक्रेताओं ने भाग लिया.
विस्तार शिक्षा निदेशक डॉ. आर.एस. ग्रेवाल ने बताया कि उपस्थित लोगों ने पशु चिकित्सा विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों द्वारा मानकीकृत विभिन्न प्रकार के पनीर का नमूना लिया. मोज़ेरेला, रिकोटा, शेवर और कॉटेज जैसे उत्पादों में स्थानीय विशेषज्ञता का प्रदर्शन किया गया. कॉलेज द्वारा प्रस्तुत एक प्रस्तुति में प्रीमियम चीज़ों के बाज़ार के रुझान, आर्थिक स्थिति और व्यापार की संभावनाओं को रेखांकित किया गया, जिससे प्रतिभागियों के बीच एक जीवंत चर्चा छिड़ गई.
चंडीगढ़: हरियाणा सरकार द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत खरीफ-2025 के लिए 31 जुलाई, 2025 तक आवेदन किया जा सकता है. कृषि और किसान कल्याण विभाग के एक प्रवक्ता ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि जो किसान धान, बाजरा, मक्का, व कपास जैसी फसलें बो रहे हैं, वे इस योजना में शामिल होकर फलस बीमा योजना का लाभ ले सकते हैं. उन्होंने बताया कि यदि किसी कारणवश जैसे कि बारिश, सूखा, कीडे़, ओलावृष्टि या कोई आपदा से फसल खराब हो जाती है तो किसान का आर्थिक नुकसान न हो, के लिए किसान इस योजना का लाभ ले सकते हैं. प्रवक्ता ने बताया कि खरीफ-2025 की फसलों की प्रीमियम राशि धान फसल के लिए 2124.98 रुपये, बाजरा के लिए 1024.36 रुपये, मक्का के लिए 1089.74 रुपये व कपास के लिए 5435.05 रुपये प्रति हेक्टेयर के दर से किसान द्वारा बीमा करवाने के लिए अदा करनी होगी.
बीकानेर: पशुचिकित्सा एवं पशु विज्ञान महाविद्यालय, बीकानेर के अंतिम वर्ष के 51 विद्यार्थियों के लिए अनिवार्य इंटर्नशिप कार्यक्रम गुरुवार से शुरू हो गया है. वेटरनरी विश्वविद्यालय, बीकानेर के प्रति कुलपति एवं पशु चिकित्सा महाविद्यालय बीकानेर के अधिष्ठाता प्रो. हेमंत दाधीच ने ओरिएंटेशन कार्यक्रम के दौरान छात्रों को संबोधित किया और छात्रों को समयनिष्ठा, ईमानदारी और अनुशासन के महत्व के बारे में बताया. उन्होंने इंटर्नशिप कार्यक्रम के दौरान अधिक से अधिक पशुओं में इलाज विधियां, बीमारियों की रोकथाम एवं उद्यमिता को सीखने एवं समझने हेतु प्रोत्साहित किया. निदेशक क्लीनिक्स एवं विश्वविद्यालय इंटर्नशिप समन्वयक प्रो. प्रवीण बिश्नोई ने छात्रों को इंटर्नशिप के दौरान अपनी भूमिकाओं और जिम्मेदारियों के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की.
प्रो. बिश्नोई ने बताया कि बीकानेर महाविद्यालय के 51 विद्यार्थियों के साथ-साथ वेटरनरी महाविद्यालय, उदयपुर के 51 एवं पी.जी.आई.वी.ई.आर., जयपुर के 49 विद्यार्थियों का भी इंटर्नशिप कार्यक्रम शुरू हो गया है. अकादमिक समन्वयक डॉ. साकर पालेचा और इंटर्नशिप समन्वयक डॉ. महेंद्र तंवर ने भी छात्रों को संबोधित किया और उन्हें ड्यूटी चार्ट का नियमित रूप से पालन करने की सलाह दी. यह इंटर्नशिप कार्यक्रम एमएसवीई रेगुलेशन 2016 के अनुसार आयोजित किया जा रहा है, जिसमें छात्रों को एक वर्ष के रोटेटिंग इंटर्नशिप कार्यक्रम के दौरान 21 विभिन्न विभागों एवं इकाइयों में प्रशिक्षण प्राप्त करने का अवसर मिलेगा.
छत्तीसगढ़ विधानसभा में गुरुवार को कांग्रेस के 30 विधायकों को एक दिन के लिए निलंबित कर दिया गया. इन विधायकों ने राज्य सरकार पर डायमोनियम फॉस्फेट (डीएपी) उर्वरक की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित करने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया. इस मुद्दे पर चर्चा के दौरान हुए हंगामे के कारण अध्यक्ष को सदन की कार्यवाही दो बार स्थगित करनी पड़ी. प्रश्नकाल में यह मुद्दा उठाते हुए वरिष्ठ कांग्रेस विधायक उमेश पटेल ने राज्य में डीएपी की मांग और उसकी आपूर्ति के बारे में पूछा. उन्होंने यह भी पूछा कि क्या इस उर्वरक की कमी है.
अपने जवाब में, राज्य के कृषि मंत्री रामविचार नेताम ने कहा कि खरीफ फसल सीजन 2025 में केंद्र द्वारा राज्य के लिए 3,10,000 मीट्रिक टन डीएपी का लक्ष्य रखा गया है. उन्होंने बताया कि केन्द्रीय रसायन और उर्वरक मंत्रालय द्वारा अप्रैल से जून 2025 तक 2,19,100 मीट्रिक टन की आपूर्ति योजना जारी की गई है, जिसके सापेक्ष 30 जून तक 1,08,155 मीट्रिक टन की आपूर्ति की जा चुकी है.
केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज डॉ. राजेंद्र प्रसाद कृषि विश्वविद्यालय, पूसा के चतुर्थ दीक्षांत समारोह में भाग लिया. इस अवसर पर उन्होंने विक्रमशिला छात्रावास और आर्यावर्त अंतरराष्ट्रीय अतिथि गृह का उद्घाटन किया. साथ ही, उन्होंने दो महत्वपूर्ण पुस्तकों- पूसा बिहार: दी बर्थप्लेस ऑफ एग्रीकल्चरल रिसर्च एंड एजुकेशन और टेक्स्टबुक ऑन नेचुरल फॉर्मिंग का विमोचन किया. इस अवसर पर अपने संबोधन में चौहान ने बिहार की समृद्ध सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत की सराहना की. उन्होंने कहा, “मिथिलांचल का प्रवेश द्वार समस्तीपुर है. मिथिलांचल, यह राजा जनक और माता सीता की पावन भूमि है, जो भारतीय नारियों का आदर्श हैं." उन्होंने भारत रत्न डॉ. राजेंद्र प्रसाद और कर्पूरी ठाकुर को इस अवसर पर याद करते हुए उनके प्रति कृतज्ञता का भाव व्यक्त किया. उन्होंने कहा कि बिहार की धरती प्रतिभा और मेहनत का केंद्र है, जिसने विश्व को बुद्ध का संदेश दिया है.
नई दिल्ली: पर्याप्त आपूर्ति के बीच गुरुवार को वायदा कारोबार में ग्वारसीड की कीमत 4 रुपये की गिरावट के साथ 5,358 रुपये प्रति क्विंटल रह गई. एनसीडीईएक्स में, अगस्त डिलीवरी वाले ग्वारसीड अनुबंध की कीमत 4 रुपये या 0.07 प्रतिशत की गिरावट के साथ 5,358 रुपये प्रति क्विंटल रह गई जिसमें 52,965 लॉट के लिए कारोबार हुआ. बाजार सूत्रों ने ग्वारसीड कीमतों में गिरावट का कारण उत्पादक क्षेत्रों से बढ़ती आपूर्ति को बताया. (पीटीआई)
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् (आईसीएआर) के 97वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान और आईसीएआर के महानिदेशक एवं कृषि शिक्षा और अनुसंधान सचिव डॉ. एम.एल. जाट की उपस्थिति में नई दिल्ली में आयोजित समारोह में भिंडी की उन्नत किस्म 'काशी सहिष्णु' की उत्पादन तकनीक का हस्तांतरण किया गया. आईआईवीआर, वाराणसी और एडोर सीड्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, पुणे कंपनी के बीच भिंडी की उन्नत किस्म 'काशी सहिष्णु' के बीज उत्पादन के लिए समझौता हुआ जिसे आईसीएआर की कंपनी एग्रीइनोवेट के सीईओ डॉ प्रवीण मलिक के माध्यम से संपन्न कराया गया.
जालना जिले के घनसावंगी तहसील में तेज बारिश हुई है. घनसावंगी तहसील के राजेगांव, गुरुपिंपरी, शिंदे वडगांव और अंतरवली जाई जैसे गांवों में हुई भारी बारिश के चलते सोयाबीन, कपास जैसी फसलें पानी में डूब गई हैं. जिससे किसानों पर संकट आ गया है. इन गांवों में लगातार हुई तेज बारिश के कारण नदियां और नाले उफान पर हैं और पानी खेतों में भर गया है. खेतों में पानी भरने से फसलें बर्बाद हो गई हैं, जिससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. पीड़ित किसानों ने प्रशासन से नुकसान का पंचनामा कर जल्द से जल्द मुआवजा देने की मांग की है. (इनपुट- गौरव साली)
नई दिल्ली: हाजिर बाजार की कमजोर माँग के बीच सटोरियों द्वारा अपने सौदों के आकार को कम करने से गुरुवार को वायदा कारोबार में धनिया की कीमत 2 रुपये की गिरावट के साथ 7,650 रुपये प्रति क्विंटल रह गई. एनसीडीईएक्स में, अगस्त डिलीवरी वाले धनिया अनुबंध की कीमत 2 रुपये या 0.03 प्रतिशत की गिरावट के साथ 7,650 रुपये प्रति क्विंटल रह गई जिसमें 16,020 लॉट के लिए कारोबार हुआ. बाजार विश्लेषकों ने कहा कि हाजिर बाजार में कमजोर मांग के कारण यहां धनिया कीमतों में गिरावट आई. (पीटीआई)
नई दिल्ली: पर्याप्त आपूर्ति के बीच गुरुवार को वायदा कारोबार में ग्वारसीड की कीमत 4 रुपये की गिरावट के साथ 5,358 रुपये प्रति क्विंटल रह गई. एनसीडीईएक्स में, अगस्त डिलीवरी वाले ग्वारसीड अनुबंध की कीमत 4 रुपये या 0.07 प्रतिशत की गिरावट के साथ 5,358 रुपये प्रति क्विंटल रह गई जिसमें 52,965 लॉट के लिए कारोबार हुआ. बाजार सूत्रों ने ग्वारसीड कीमतों में गिरावट का कारण उत्पादक क्षेत्रों से बढ़ती आपूर्ति को बताया. (पीटीआई)
छिंदवाड़ा जिले में यूरिया के लिए हाहाकार मचा हुआ है. यूरिया खाद की सप्लाई धीमी होने के कारण और डिमांड बढ़ने के कारण वितरण केंद्रों पर रात में 4 बजे से किसानों की लाइन लग रही है. बुधवार को यूरिया खत्म होने के कारण किसानों ने परासिया रोड पर चक्का जाम किया. किसानों ने आधा घंटा परासिया रोड पर धरना प्रदर्शन किया. मार्कफेड के वितरण केंद्रों में पुरुष किसानों के साथ महिलाएं भी सुबह 4 बजे से खाद के लिए कतार में खड़ी है. किसानों ने खाद की कालाबाजारी का आरोप लगाते हुए कहा कि खाद की कालाबाजारी हो रही है और छोटे किसानों को परेशान किया जा रहा है. किसानों का कहना है कि वह 1 हफ्ते से यूरिया के लिए परेशान हो रहे है और सुबह 5 बजे से लाइन में लगाके परेशान हो रहे है. (इनपुट- पवन शर्मा)
कावड़ यात्रा के दौरान रंग-बिरंगे रंग अद्भुत अनोखी कावड़ लगातार देखने को मिल रही है, लेकिन मुजफ्फरनगर में बुधवार को एक ऐसी कावड़ भी आई जो समाज को एक आइना दिखा रही थी. मेरठ के चार किसान भाइयों ने पहले अपने दादा दादी को दो बार कावड़ में बैठकर कंधे पर उठाकर कावड़ यात्रा कराई और अब तीन बार से अपने माता-पिता को अपनी श्रवण कावड़ में बैठकर यात्रा करा रहे हैं.
मेरठ के प्रतापनगर निवासी चार किसान भाई सुनील, राहुल, सचिन और अनिल ने 9 जुलाई को हरिद्वार हर की पौड़ी से गंगाजल उठाकर अपनी कावड़ में माता उषा और पिता राजपाल को बैठाकर अपनी कावड़ यात्रा पूरी कर रहे हैं. ये चारों भाई बारी-बारी से अपने कंधे पर अपनी इस श्रवण कावड़ को उठाकर प्रतिदिन 15 किलोमीटर चलते हैं और जहां थक जाते हैं वही विश्राम कर लेते हैं. (इनपुट- संदीप सैनी)
सहारनपुर के औद्यानिक प्रयोग और प्रशिक्षण केंद्र (कंपनी बाग) में आम की धुलाई करने वाली एक आधुनिक मशीन का सफल प्रदर्शन किया गया. यह मशीन लुधियाना स्थित केंद्रीय कटाई उपरांत अभियांत्रिकी और प्रौद्योगिकी संस्थान द्वारा केन्द्रीय उपोष्ण बागवानी संस्थान, रहमानखेड़ा, लखनऊ के सहयोग से विकसित की गई है और पूरे भारत में पहली बार सहारनपुर में लगाई गई है. इस मौके पर सहारनपुर और आस-पास के जिलों से आए सैकड़ों किसानों ने भाग लिया. इस मशीन को आम की देर से पकने वाली प्रजातियों जैसे चौसा और लंगड़ा में काले धब्बों और फफूंदी की समस्या को दूर करने के लिए तैयार किया गया है.
कृषि अनुसंधान केंद्र, आणंद कृषि विश्वविद्यालय, संसोली, ता. महमाबाद और राष्ट्रीय सहकारी प्रबंधन संस्थान (एनआईसीएम), गांधीनगर की संयुक्त पहल पर सहकारी समितियों और बैंकों के अधिकारियों के लिए प्राकृतिक खेती पर एक प्रशिक्षण आयोजित किया गया, जिसमें मेहसाणा, बनासकांठा और साबरकांठा जिलों के 30 अधिकारियों ने श्री डी. बी. गोटी, राष्ट्रीय सहकारी प्रबंधन संस्थान (एनआईसीएम), गांधीनगर के समन्वयन में भाग लिया. इस अवसर पर, अनुसंधान वैज्ञानिक एवं प्रमुख डॉ. डी. बी. प्रजापति ने केंद्र, प्राकृतिक खेती के विभिन्न पहलुओं और उगाई जाने वाली फसलों का अवलोकन कराया. डॉ. एम. बी. झाला ने सहयोग प्रदान किया. प्राकृतिक खेती में फसल संरक्षण के अनुसंधान वैज्ञानिक डॉ. बी. एन. ठक्कर ने प्राकृतिक कृषि की आवश्यकता और अग्नि शस्त्र एवं मारक औषधियां बनाने की व्यावहारिक विधि के बारे में जानकारी दी. सहायक अनुसंधान वैज्ञानिक डॉ. एम. बी. झाला ने अधिकारियों को धान और मूंगफली के बीज उत्पादन के लिए केंद्र में लगाए गए भूखंडों का दौरा कराया.
देहरादून: उत्तराखंड ने बुधवार को हरेला पर्व के अवसर पर राज्य भर में 8.13 लाख से ज़्यादा पौधे लगाकर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रुद्राक्ष का पौधा लगाकर इस अभियान की शुरुआत की. एक सरकारी विज्ञप्ति के अनुसार, यह पौधारोपण अभियान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान के साथ जुड़ा था, जिसे मुख्यमंत्री धामी ने "हरेला का पर्व मनाएं, धरती मां का कर्ज चुकाएं" नारे के साथ एक व्यापक पहल में विस्तारित किया. विज्ञप्ति में कहा गया है कि राज्य के सभी 13 ज़िलों में 8,13,000 से ज़्यादा पौधे लगाए गए, जिससे यह उत्तराखंड में किसी एक ही त्यौहार के दौरान इस तरह का सबसे बड़ा पौधारोपण अभियान बन गया. (पीटीआई)
नासिक: महाराष्ट्र के नासिक जिले में एक कार और मोटरसाइकिल की टक्कर में सात लोगों की मौत हो गई और दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने गुरुवार को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि यह दुर्घटना बुधवार देर रात जिले के डिंडोरी कस्बे के पास हुई. (पीटीआई)
राजस्थान में किसानों को गुणवत्तापूर्ण उर्वरक उपलब्ध कराने के लिए कृषि मंत्री डॉ. किरोड़ी लाल मीणा की कड़ी निगरानी में घटिया उर्वरक बनाने वाली फैक्ट्रियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है. इसी कड़ी में मंगलवार को कृषि विभाग की टीम ने उदयपुर के मदारी क्षेत्र में स्थित अबिमा फोशम प्राइवेट लिमिटेड उर्वरक फैक्ट्री पर छापा मारा. कार्रवाई के दौरान फैक्ट्री में तैयार किए जा रहे उर्वरक और उसमें इस्तेमाल किए जा रहे कच्चे माल की गहन जांच की गई, जिसमें कई गंभीर अनियमितताएं उजागर हुईं. विभाग ने फैक्ट्री से उर्वरक के एक लॉट का नमूना लेकर उसकी जांच कराई, जिसमें उर्वरक की पौष्टिकता मात्र 1 प्रतिशत पाई गई, जबकि नियमानुसार यह 14.5 प्रतिशत होनी चाहिए थी.
बिहार में इन दिनों भारी बारिश हो रही है. इस बीच कई जगहों पर बिजली गिरने की भी खबरें आ रही हैं. इसी क्रम में समस्तीपुर जिले के विद्यापतिनगर स्थित एक खेत में किसान दंपत्ति मिर्च तोड़ रहे थे, तभी अचानक बिजली गिरने से किसान की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उनकी पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गईं. उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है. विद्यापतिनगर थाने की पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. गौरतलब है कि विद्यापतिनगर थाना क्षेत्र के बालकृष्णपुर मड़वा पंचायत में किसान मंजय लाल राय (40) बुधवार की शाम अपनी पत्नी सुगनी देवी के साथ खेत में मिर्च तोड़ रहे थे. इसी बीच बारिश होने लगी और खेत में बिजली गिरी, जिसकी चपेट में पति-पत्नी दोनों आ गए. बिजली गिरने से किसान की जहां मौके पर ही मौत हो गई, वहीं उनकी पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गईं. घटना की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण घटना स्थल के पास जमा हो गए. इसके बाद आनन-फानन में घायल सुगनी देवी को इलाज के लिए अनुमंडल अस्पताल दलसिंहसराय भेजा गया. विद्यापतिनगर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और किसान के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए समस्तीपुर सदर अस्पताल भेज दिया. इस दुखद हादसे के बाद पूरे गांव में मातम का माहौल है. स्थानीय लोग आपदा के तहत परिवार को सरकारी मुआवजा देने की मांग कर रहे थे.
नई दिल्ली: गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा कृषि क्षेत्र के लिए एक नई योजना को मंज़ूरी दिए जाने और सरकारी स्वामित्व वाली एनटीपीसी और एनएलसीआईएल की निवेश सीमा बढ़ाने के फैसले की सराहना करते हुए कहा कि इससे खेती लाभदायक होगी, किसान आत्मनिर्भर होंगे और गाँव समृद्ध होंगे, साथ ही देश के ऊर्जा क्षेत्र को भी बढ़ावा मिलेगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में यहां हुई कैबिनेट की बैठक में ये फैसले लिए गए. शाह ने एक्स पर लिखा, "आज देश के कृषि क्षेत्र के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है। प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के नेतृत्व में, केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 'प्रधानमंत्री धन-धान्य कृषि योजना' को मंज़ूरी दे दी है." (पीटीआई)
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