भारत में एक बार फिर मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है. देश के कई राज्यों में जहां अगले कुछ दिनों तक गर्मी बनी रहेगी, वहीं कुछ हिस्सों में भारी बारिश की संभावना जताई जा रही है. आइए जानते हैं अलग-अलग राज्यों में कैसा रहेगा मौसम. मौसम विभाग के अनुसार, बिहार, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और दिल्ली-NCR में अगले कुछ दिनों तक मौसम शुष्क रहेगा. यानी इन राज्यों में बारिश नहीं होगी और तापमान में बढ़ोतरी देखी जा सकती है. लेकिन 12 जून 2025 के बाद एक बार फिर मौसम करवट लेगा और कई जगहों पर तेज बारिश देखने को मिल सकती है. मौसम विभाग ने महाराष्ट्र के कई हिस्सों और खासतौर पर मुंबई के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. इसका मतलब है कि इन इलाकों में बहुत तेज बारिश हो सकती है, जिससे जलभराव और यातायात में दिक्कतें आ सकती हैं. स्थानीय प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है.
भीषण गर्मी की मार झेल रहे राजस्थान में गर्मी और तापमान में और बढ़ोतरी होने की संभावना है. मौसम विभाग ने गुरुवार को यह चेतावनी जारी की. बुधवार को श्रीगंगानगर में तापमान 48 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो देश में सबसे अधिक है. मौसम विभाग के अनुसार, राज्य के पश्चिमी और उत्तरी हिस्सों में तापमान में एक से दो डिग्री सेल्सियस की वृद्धि होने की संभावना है. 12 से 13 जून तक बीकानेर संभाग के श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ में अधिकतम तापमान 47 से 48 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है.
तेलंगाना में बुधवार को आदिलाबाद जिले में बिजली गिरने की तीन अलग-अलग घटनाओं में चार महिलाओं समेत छह कृषि मजदूरों की मौत हो गई और पांच अन्य घायल हो गए. पहली घटना सुबह बेला गांव में हुई, जहां बारिश के दौरान खेतों में काम कर रही दो महिलाओं की मौत हो गई. गढ़ीगुडा मंडल के पिपरी गांव में दूसरी घटना में दो महिलाओं समेत चार लोगों की मौत हो गई, जबकि दो अन्य गंभीर रूप से झुलस गए. दोपहर बाद जिले के कुम्मारी टांडा में इसी तरह की बिजली गिरने से तीन लोग झुलस गए. सभी घायलों को आदिलाबाद के रिम्स अस्पताल में भर्ती कराया गया. डॉक्टरों ने बताया कि पांच घायलों में से दो की हालत गंभीर है. प्रारंभिक रिपोर्टों से पता चलता है कि पीड़ित, जिनमें से अधिकांश महिला मजदूर थीं, बिजली गिरने के समय कृषि कार्य में लगी हुई थीं. अधिकारियों ने आगे की जांच शुरू कर दी है और स्थानीय अधिकारी राहत प्रयासों का समन्वय कर रहे हैं.
गुरु अंगद देव पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय ने आईसीएआर प्रायोजित फार्मर फर्स्ट परियोजना के तहत गांव मेहल कलां में बैकयार्ड पोल्ट्री पर इनपुट वितरण-सह-जागरूकता शिविर आयोजित किया. यह उद्यमशीलता दृष्टिकोण फार्मर फर्स्ट परियोजना के विस्तार शिक्षा निदेशक-सह-नोडल अधिकारी डॉ. रविंदर सिंह ग्रेवाल और परियोजना के प्रमुख अन्वेषक (पीआई) डॉ. परमिंदर सिंह के मार्गदर्शन में आयोजित किया गया था. शिविर का समन्वयन डॉ. अमनदीप सिंह, सीओपीआई और डॉ. गुरप्रीत कौर तुल्ला ने किया। शिविर में 45 किसानों को एक महीने के बैकयार्ड पोल्ट्री चूजे वितरित किए गए.
डॉ. यशवंत सिंह परमार औद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी के पर्यावरण विज्ञान विभाग ने जलवायु परिवर्तन पर राज्य मानव विकास रिपोर्ट के निर्माण पर केंद्रित परामर्श बैठक आयोजित की. इस मीटिंग का मकसद हिमाचल प्रदेश में जलवायु-लचीले मानव विकास के लिए रोडमैप तैयार करने के लिए जानकारी जुटाना था. इस सत्र में हिमाचल प्रदेश सरकार के पर्यावरण, विज्ञान, प्रौद्योगिकी और जलवायु परिवर्तन विभाग (डीईएसटीएंडसीसी) के मुख्य वैज्ञानिक सह सदस्य सचिव डॉ. सुरेश अत्री के साथ-साथ विशेषज्ञों की एक टीम और संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) के प्रतिनिधियों ने भाग लिया. विश्वविद्यालय के प्रतिनिधियों में पर्यावरण विज्ञान विभाग के प्रमुख और राज्य मानव विकास रिपोर्ट पहल के समन्वयक डॉ. एस.के. भारद्वाज, संकाय सदस्य, विषय विशेषज्ञ और पीएचडी विद्वान शामिल थे. इस अवसर पर संयुक्त निदेशक अनुसंधान डॉ. विशाल राणा और खाद्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के प्रमुख डॉ. राकेश शर्मा ने भी बदलती जलवायु परिस्थितियों में सतत विकास पर अपने दृष्टिकोण साझा किए.
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 15 दिवसीय विकसित कृषि संकल्प अभियान के आखिरी दिन गुरुवार को गुजरात में सूरत जिले के बारडोली में किसानों से वार्ता की और किसान सम्मेलन को संबोधित किया. इसमें कृषि विकास का संकल्प लिए गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्रभाई पटेल, कृषि मंत्री राघवजीभाई पटेल, श्रम व रोजगार मंत्री श्री कुँवरजी हलपति, सांसद प्रभुभाई वासवा, श्री मुकेश कुमार चंद्रकांत दलाल, विधायकगण, जिला पंचायत के प्रमुख सहित अन्य जनप्रतिनिधि और वैज्ञानिक और आईसीएआर के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए.
राजस्थान के फतेहपुर शेखावाटी मे लगातार मौसम ड्राई रहने के चलते तेज गर्मी का दौर जारी है. फतेहपुर मे सीजन का सबसें गर्म दिन आज रहा. यहां दोपहर में तापमान 45 डिग्री के करीब पहुंच चुका है. अभी 3 दिन यहां हीटवेव चलेगी. ऐसे में तेज गर्मी का असर बरकरार रहेगा. हालांकि गुरुवार सुबह यहां न्यूनतम तापमान में मामूली गिरावट दर्ज की गई है. फतेहपुर के कृषि अनुसंधान केंद्र फतेहपुर पर गुरुवार अधिकतम तापमान 45.8 डिग्री सुबह न्यूनतम तापमान 26.8 डिग्री दर्ज किया गया. इससे पहले यहां बुधवार को न्यूनतम तापमान 27 डिग्री और अधिकतम तापमान 43.9 डिग्री दर्ज किया गया था. बुधवार को यहां सुबह से ही धूप में तेजी जारी रही. जयपुर के मौसम एक्सपर्ट्स के अनुसार फिलहाल 2 से 3 दिन शेखावाटी सहित प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में मौसम ड्राई रहने के चलते तेज गर्मी रहने के आसार हैं. लेकिन 15 जून से लोगों को राहत मिल सकती है.15 जून से कई इलाकों में आंधी और बारिश होने की संभावना है. जयपुर मौसम केंद्र के मुताबिक फिलहाल अभी 2 से 3 दिन धूप में तेजी रहेगी. इस दौरान प्रदेश के कई इलाकों में तापमान 47 से 48 डिग्री के करीब भी जा सकता है. अगर सीकर में भी धूप में लगातार तेजी बनी रहती है तो यहां अधिकतम तापमान 45 डिग्री को पार कर जाएगा. 15 जून से आंधी और बारिश चलने की संभावना है. सीकर में भी इसका असर देखा जाएगा.
नौतपा के बाद मौसम में आए बदलाव के दौरान हरियाणा के चरखी दादरी में धरती तवे की तरह तपी. हीटवेव का रेड अलर्ट जारी किया गया है, इस दौरान दादरी में पारा 44 पार पहुंच गया और लू के थेपेड़ों ने जन-जीवन पर काफी असर डाला. गर्मी के कारण खरीफ की फसलों पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है. मौसम व कृषि विभाग ने 15 जून तक रिकार्ड गर्मी पड़ने की बात कही वहीं गर्मी से बचाव के लिए फसलों में सिंचाई करने की सलाह दी है. बता दें कि मौसम विभाग पहले ही लू चलने का अनुमान पहले ही जता चुका है. नौतपा के बाद लू के थपेड़ों के चलते चरखी दादरी में अधिकतम तापमान 44 डिग्री पर पहुंच गया. इस मौसम में पहली बार न्यूनतम तापमान 30 का आंकड़ा पार कर 31 पर पहुंचा है. गुरुवार को चरखी दादरी में अधिकतम तापमान 44 पर पहुंच सकता है. गर्मी से बचाव के लिए लोग पेय पदार्थों का सेवन करते नजर आए. गर्मी बढऩे के साथ ही बाजारों में लोग अपने मुंह पर कपड़ा ढ़ककर निकलते नजर आए. गर्मी में बिजली कटौती से भी लोगों की परेशानी बढ़ी है. दिन और रात दोनों समय चल रही हैं गर्म हवाओं के चलते जनजीवन प्रभावित हो रहा है. प्रशासन ने भी गर्मी एवं हीट वेव के दौरान सावधानी बरतने की अपील की है. कृषि विशेषज्ञ चंद्रभान श्योराण ने बताया कि चिलचिलाती गर्मी से फसलों पर प्रभाव पड़ा है.15 जून तक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से तेज हवा चलने और गरज-चमक के साथ कहीं-कहीं हल्की बारिश एवं बूंदाबांदी होने की संभावना है. उन्होंने बताया कि मौसम में बदलाव नहीं हुआ तो फसलों को काफी नुकसान होगा. ऐसे में गर्मी से बचें और फसलों के बचाव को लेकर सिंचाई जरूर करें.
जम्मू क्षेत्र के छह जिलों में भीषण गर्मी पड़ रही है और कई स्थानों पर तापमान मौसम के औसत से अधिक दर्ज किया गया. सांबा और जम्मू शहर में बुधवार को तापमान क्रमश: 46.3 और 44.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो मौसम के औसत से 5.7 डिग्री अधिक है. मौसम विभाग के अनुसार, कम से कम छह जिलों - सांबा, जम्मू, कठुआ, रामबन, उधमपुर और रियासी में भीषण गर्मी पड़ रही है. इन सभी जिलों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किया गया. मौसम विभाग ने बताया कि माता वैष्णो देवी मंदिर के आधार शिविर कटरा में तापमान 40.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि रामबन में 43.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
गुजरात में मॉनसून के दौरान 15 जून से 15 अक्टूबर तक यानी चार महीने के लिए सभी चिड़ियाघर और नेशनल पार्क पर्यटकों के लिए पूरी तरह से बंद रहेंगे. इस दौरान किसी भी निजी या सरकारी वेबसाइट-पोर्टल पर पर्यटकों के लिए कोई ऑनलाइन बुकिंग नहीं की जाएगी. वन्यजीव संरक्षण अधिनियम-1972 के नियमों के अनुसार मॉनसून के दौरान इस क्षेत्र में भारी बारिश के कारण अचानक बाढ़ और चक्रवात आता है जिससे सड़कें खराब हो जाती है. इसके अलावा यह समय पक्षियों, प्राणियों, सांपों आदि की कई प्रजातियों के प्रजनन का समय होता है.
जम्मू क्षेत्र में भीषण गर्मी से राहत नहीं मिल रही है. जम्मू शहर में पारा 44 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया है. इस मौसम में जम्मू-कश्मीर में सबसे गर्म स्थान सांबा जिला रहा. सांबा जिले में अधिकतम तापमान 46 डिग्री सेल्सियस के पार पहुंच गया है. लोग इस लू से बचने के लिए अलग-अलग तरीके अपना रहे हैं. लोग गर्मी से बचने के लिए नहरों और दूसरे जलाशयों में डुबकी लगा रहे हैं.
पारसी समाज की परंपरा के मुताबिक आज बमन रोज है जिसे घी खिचड़ी का दिन भी कहते है. इस दिन युवा लोग सुबह इकठ्टे होकर घर घर जा कर गाना गाते हुए दाल, चावल, तेल और अन्य सामग्री इकठ्ठा करते है. इकठ्ठा की हुई सामग्री से मसालेदार खिचड़ी बनाकर प्रकृति की पूजा करते है और पहले पशु पक्षियों को खिचड़ी खिलाते है. इसके बाद सब साथ बैठकर खिचड़ी खाते है. पारसी समाज की परंपरा रही है कि इस तरह से बमन रोज मनाने पर बारिश अच्छी होती है, फसल अच्छी होती है और लोगों में खुशहाली बनी रहती है. खिचड़ी की सामग्री लेने जाते समय गाना भी गाते है. कहीं पर घरों से बाहर निकलर लोग योवाओ पे पानी भी डालते है. सालों से चली आ रही इस परंपरा को नवसारी में रहने वाले पारसी लोगो ने आज भी बरकरार रखा है.
लंबे समय बाद पहाड़ों में बारिश हो रही है. बारिश से लोगों को गर्मी से भी राहत मिली है. वहीं दूसरी ओर केदारनाथ धाम में भी मौसम खराब है; धाम में सुबह से ही धुंध छाई हुई है. केदारघाटी में देर रात से हो रही बारिश के कारण केदारनाथ हाईवे पर भी जगह जगह भूस्खलन हुआ है. प्रशासन की ओर से यात्रियों से अपील की जा रही है कि वह मौसम साफ होने पर ही यात्रा करें.
हरियाणा में छात्रों पर लाठीचार्ज का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है. यहां पर सैकड़ों छात्र-छात्राएं हरियाणा यूनिवर्सिटी गेट नंबर चार के पास धरने पर बैठी हैं. छात्रों की मांग है कि स्कॉलरशिप नीति को लागू किया जाए. साथ ही सभी अधिकारियों को हटाया जाए. संयुक्त किसान मोर्चा ने छात्रों को अपना समर्थन दिया है. किसान मोर्चा ने स्टूडेंट के समर्थन में डीसी को ज्ञापन दिया. पोस्टर हाथों में लेकर बैठे छात्रों के बीच एकता नजर आई. पुलिस ने बैरिकेडिंग कर दी है और दूसरे दिन छात्र डटे हुए हैं. वहीं चोट लगने वाले छात्र भी धरने पर पहुंचे गए हैं.
अमरावती में किसानों की संपूर्ण कर्जमाफी, दिव्यांगों, विधवाओं और मजदूरों की समस्याओं को लेकर मोजरी में जारी आंदोलन ने गुरुवार को उग्र रूप ले लिया. पूर्व राज्य मंत्री और प्रहार जनशक्ती पक्ष के अध्यक्ष बच्चू कडू द्वारा पिछले 5 दिनों से किए जा रहे 'अन्यत्याग आंदोलन' के समर्थन में उनके कार्यकर्ताओं ने आज मुंबई-कोलकाता राष्ट्रीय महामार्ग (NH-53) को टायर जलाकर जाम कर दिया. प्रहार कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की और साफ कहा कि "जब तक मांगें नहीं मानी जातीं, तब तक आंदोलन और उग्र होगा.'
कभी जल संकट की पीड़ा झेल चुके बुंदेलखंड के ललितपुर जिले के तालबेहट में जल कथा के तौर पर एक खास आयोजन हुआ. इसे वरुण कथा के नाम से भी जाता है. इस कार्यक्रम ने जल संरक्षण को आध्यात्मिकता से जोड़ते हुए न सिर्फ जल चेतना जागृत की, बल्कि खेत-खलिहानों तक जल पहुंचाने की उम्मीद भी जगाई. कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए. उन्होंने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह कथा जल और किसान को समर्पित एक प्रेरणादायक यात्रा है. शाही ने इसे जल संरक्षण का एक आध्यात्मिक आंदोलन बताया जो भावनाओं और व्यवहार को जोड़ता है.कृषि मंत्री ने बताया कि बुंदेलखंड को दाल का कटोरा कहा जाता है, लेकिन जल प्रबंधन की कमी ने यहां की खेती को वर्षों तक संघर्ष करने पर मजबूर किया. हालांकि अब हालात बदल रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस अभियान का सबसे उज्ज्वल पक्ष है जल सखियों की संजीदा भूमिका. इस सखियों के अथक प्रयासों से गांवों में कुएं, तालाब और छोटी नदियां फिर से जीवंत हो रही हैं.
महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे शिवसेना की ओर से राज्य सरकार के खिलाफ क्या हुआ तेरा वादा अभियान चलाया जा रहा है. इसी कड़ी में छात्रपति संभाजीनगर के क्रांति चौक परिसर से एक ट्रैक्टर रैली का आयोजन किया गया. इस ट्रैक्टर रैली में UBT शिवसेना के नेता व बड़ी संख्या में किसान अपने ट्रैक्टरों के साथ शामिल हुए. आंदोलन का नेतृत्व कर रहे UBT विधान परिषद विपक्षीय नेता अंबादास दानवे का कहना है कि सरकार ने किसानों से चुनाव में कई सारे वादे किए थे. इनमें फसल बीमा, कर्ज माफी, खेतों में 24 घंटे लाईट, फसलों का हमी भाव और कई सारी सुविधा कब वादा किया था. लेकिन अब तक सरकार ने वह वादे पूरे नहीं किए हैं इसलिए सरकार को याद दिलाने के लिए आंदोलन किया जा रहा है. अंबादास दानवे का कहना है कि वह मुख्यमंत्री से मुलाकात करके किसानों की समस्या उनके सामने रखेंगे. अगर किसानों की समस्या को कोई गंभीरता से नहीं लेता है तो आने वाले समय में बड़े पैमाने पर UBT शिवसेना की ओर से आंदोलन, धरना प्रदर्शन किए जाएंगे. किसानों की यह रैली शहर के क्रांति चौक से होती हुई शहर के विभिन्न चौराहों से गुजरी और विभाग आयुक्त कार्यालय पर समाप्त हुई. विभाग आयुक्त कार्यालय को एक मेमोरेंडम दिया गया.
कानपुर में गर्मी लगातार बढ़ती जा रही है. तेज धूप और उमस ने लोगों को परेशान कर रखा है. गर्मी का असर अब पक्षियों पर भी दिखने लगा है. मोतीझील के पास दीवारों के किनारे कई बगुले मृत मिले हैं. अनुमान है कि गर्मी की वजह से ही इनकी जान गई है. इस घटना की जांच की जा रही है. बुधवार को तापमान मंगलवार की तुलना में थोड़ा कम रहा, लेकिन उमस ने हालात बिगाड़ दिए. सुपर हीटवेव के कारण तापमान सामान्य से 3.3 डिग्री ज्यादा 41.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ. मंगलवार को यह 44 डिग्री तक पहुंच गया था. गुरुवार की सुबह से ही तेज धूप पड़ रही है. मौसम विभाग का कहना है कि फिलहाल कोई सक्रिय मौसम प्रणाली नहीं है, इसलिए बारिश का इंतजार थोड़ा बढ़ गया है. अब 14 से 15 जून के बीच हल्की बारिश की उम्मीद है. इसके बाद अगले कुछ दिनों तक बादल छाए रह सकते हैं जिससे तेज धूप से थोड़ी राहत मिलेगी. न्यूनतम तापमान 30.7 डिग्री रिकॉर्ड किया गया है. मौसम विशेषज्ञ डॉ. एस.एन. सुनील पांडेय के मुताबिक अभी दो दिन गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है. हालांकि इसके बाद बदलते मौसम से कुछ राहत मिल सकती है. पश्चिमी यूपी में तेज हवाएं चलने की संभावना है.मॉनसून 20 से 25 जून के बीच राज्य में दस्तक दे सकता है.
(इनपुट-सिमर चावला)
जम्मू कश्मीर में भी इस समय भीषण गर्मी पड़ रही है. इस गर्मी के कारण प्रसिद्ध पर्यटन स्थल सोनमर्ग के जंगलों में आग लग गई. घाटी में अभूतपूर्व गर्मी का प्रकोप जारी है और पारा लगातार 35 डिग्री को छू रहा है जो सामान्य से करीीब 9 डिग्री ज्यादा है. आग से सोनमर्ग के कई वन क्षेत्र बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं. दमकल विभाग की मदद से वन विभाग के कर्मचारी आग पर काबू पाने के लिए लगातार काम कर रहे हैं. अधिकारियों ने लोगों से वन क्षेत्रों में कैंप फायर से बचने की अपील की है. साथ ही वन क्षेत्र में आग की कोई भी घटना दिखने पर तुरंत रिपोर्ट करने की अपील की है.
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने आंध्र प्रदेश के अपने समकक्ष चंद्रबाबू नायडू से चित्तूर जिले में कर्नाटक से 'तोतापुरी' आमों के प्रवेश पर प्रतिबंध हटाने का आग्रह किया है. 11 जून को लिखी एक चिट्ठी में, सीएम ने कहा कि बिना पूर्व परामर्श या समन्वय के किए गए ऐसे एकतरफा कदम सहकारी संघवाद की भावना के विपरीत हैं. उन्होंने यह भी चिंता जताई कि इस कदम से तनाव और जवाबी कार्रवाई हो सकती है और वस्तुओं की अंतर-राज्यीय आवाजाही बाधित हो सकती है. कर्नाटक की मुख्य सचिव शालिनी रजनीश ने 10 जून को आंध्र प्रदेश में अपने समकक्ष के विजयानंद को पत्र लिखकर उनसे प्रतिबंध हटाने का अनुरोध किया था. आंध्र प्रदेश की सीमा से लगे कोलार जिले के एक प्रमुख आम उत्पादक क्षेत्र श्रीनिवासपुरा में किसानों ने आम के लिए समर्थन मूल्य और पड़ोसी राज्य द्वारा लगाए गए प्रतिबंध को वापस लेने की मांग को लेकर बुधवार को विरोध प्रदर्शन किया और तालुक-स्तरीय बंद का आयोजन किया.
कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने नकली खाद और बीज बेचने वालों पर सख्त कार्रवाई की है. उन्होंने अजमेर, ब्यावर, उदयपुर और गंगानगर में कई फैक्ट्रियों पर छापे मारे. राजस्थान एग्रीकल्चरल इनपुट डीलर्स एसोसिएशन ने इस कार्रवाई का विरोध किया है. डीलर्स एसोसिएशन ने कृषि मंत्री पर मनमानी का आरोप लगाया है. उन्होंने अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान कर दिया है.
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