मौसम विभाग के मुताबिक इस हफ्ते दिल्ली के मौसम में बदलाव होने की संभावना है. आईएमडी ने इस पूरे सप्ताह के लिए बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने का येलो अलर्ट जारी किया है. राष्ट्रीय राजधानी में बारिश की उम्मीद है जिससे तापमान में गिरावट आएगी और चल रही गर्मी से राहत मिलेगी. वहीं आने वाले दिनों में उत्तर-पश्चिम, मध्य और पश्चिमी भारत में अधिकतम तापमान में थोड़ी गिरावट आने की संभावना है. मौसम की खबर के अलावा किसान आंदोलन की बात करें तो किसान संगठन पंजाब सरकार को केंद्र के साथ होने वाली बातचीत में शामिल न करने पर अड़े हुए हैं. उन्होंने शनिवार को एक बार फिर इस बात की अपील केंद्र सरकार से की है. हालांकि केंद्र सरकार ने उनकी इस मांग को खारिज कर दिया है. केंद्र और किसान नेताओं के बीच 4 मई को वार्ता होनी थी जो कि संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा की पंजाब सरकार को लेकर की गई मांग की वजह से रद्द हो गई है.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को कहा कि राज्य में इस साल अच्छा मॉनसून रहने की उम्मीद है और सरकार ने खरीफ फसल उत्पादन का लक्ष्य 204 लाख मीट्रिक टन रखा है. खरीफ सीजन की तैयारियों से संबंधित समीक्षा बैठक के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए फडणवीस ने कहा कि किसानों को असली बीज, उर्वरक और फसल ऋण उपलब्ध कराने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं. उन्होंने कहा, "राज्य में (इस साल) औसत से बेहतर मानसून रहेगा. हमने पिछले साल के 187 लाख टन की तुलना में 204 लाख मीट्रिक टन का लक्ष्य रखा है. बीज और उर्वरक की कोई कमी नहीं होगी."
बिहार और झारखंड की मशहूर दूध ब्रांड सुधा डेयरी ने अपने दूध के दाम में बढ़ोतरी कर दी है. बिहार राज्य दुग्ध सहकारी संघ लिमिटेड की ओर से जारी नई दर 22 मई से दोनों राज्यों में लागू हो जाएगी. सुधा ने दूध के दाम में दो से तीन रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की है. वहीं, आम आदमी इस बढ़ोतरी से नाराजगी जाहिर कर रहा है. वहीं, सुधा डेयरी दूध उत्पादन में बढ़ोतरी का कारण बढ़ती लागत, पशु चारा की महंगाई और परिवहन लागत में बढ़ोतरी बता रही है. वहीं, पिछले दिनों अमूल ने भी दूध के दाम में दो रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की थी.
कल प्रधानमंत्री मोदी 103 नए अमृत भारत स्टेशनों का उद्घाटन करेंगे. ये स्टेशन देश भर के लोगों के अनुभव और आराम में आमूलचूल सुधार लाएंगे. इनमें से कई टियर 2 और 3 शहरों में स्थित हैं.
बागेश्वर जनपद में दो दिन से बारिश का सिलसिला लगातार जारी है, जिससे खेती किसानी के लिए ग्रामीण अच्छा मान रहे हैं. साथ ही गर्मी से भी राहत मिल गई हैं. मौसम विभाग ने अगले 12 घंटे बारिश जारी रहने की संभावना जताई है.
मौसम विभाग की भविष्यवाणी बागेश्वर में सच साबित हुई है. यहां कपकोट तहसील क्षेत्र में एक सप्ताह से मौसम का मिजाज बदला हुआ है. देर रात गुलेर क्षेत्र में जबरदस्त ओलावृष्टि हुई है. एक घंटे तक हुई ओलावृष्टि से सब्जी और फल उत्पादन को झटका लगा है. कद्दू, बीन, लौकी, टमाटर, खीरा, बैंगन और शिमला मिर्च को खासा नुकसान हुआ है. आम और अन्य फलों को भी ओलावृष्टि से नुकसान हुआ है.
दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगमन से पहले ही गुजरात में बारिश का मौसम बना हुआ है. आज सुबह से नवसारी, जूनागढ, अमरेली, पोरबंदर, भरुच, तापी, गिर सोमनाथ, भावनगर, नर्मदा, सुरत जिलों के 47 तहसीलों में सामान्य से लेकर 2 इंच तक बारिश दर्ज की गई है. बेमौसम बारिश से किसानों की फसल को नुकसान हो रहा है. आज राज्य सरकार की केबिनेट बैठक में भी इस पर चर्चा हुई. मौसम विभाग ने अगले सात दिनों तक राज्य में छिटपुट व भारी बारिश की संभावना जताई है. दक्षिण-पश्चिम मानसून अगले चार से पांच दिनों में केरल पहुंचने की संभावना है. इसका असर गुजरात में भी दिखेगा. गुजरात में वर्तमान में सक्रिय दो सिस्टम के कारण 26 मई तक बारिश की स्थिति बनी रहेगी.आज 21 जिलों में बारिश का अनुमान है। सूरत समेत कई जिलों में आज सुबह तेज हवाओं के साथ भारी बारिश शुरू हो गई.
पिछले तीन दिनों में हुई भारी बारिश के कारण बेंगलुरु की झीलों में जलस्तर बढ़ गया है. ब्रुहत बेंगलुरु महानगर पालिका (BBMP) की सीमा के अंतर्गत आने वाली 63 झीलें पूरी तरह भर गई हैं और 40 और झीलें अपनी क्षमता के करीब पहुंच गई हैं. BBMP झील विभाग द्वारा साझा की गई नवीनतम रिपोर्ट के अनुसार, इसके अधिकार क्षेत्र में आने वाली कुल 183 झीलों में से:
• महादेवपुरा क्षेत्र में 13 झीलें
• येलहंका क्षेत्र में 19 झीलें
• राजराजेश्वरी नगर (RR नगर) में 16 झीलें
• बोम्मनहल्ली क्षेत्र में 7 झीलें तीव्र और निरंतर बारिश के कारण 100% क्षमता तक पहुंच गई हैं.
पिछले तीन घंटों से लगातार हो रही भारी बारिश ने सतारा जिले के भोसलेवाड़ी इलाके को थम सा गया है. इस इलाके में हाईवे पूरी तरह से डूबा हुआ है. नदी जैसा नजारा दिख रहा है, जिससे वाहन चालकों के लिए यात्रा करना बेहद खतरनाक हो गया है.कई दोपहिया और हल्के वाहनों के इंजन में पानी घुस गया है, जिससे वे बीच सड़क पर ही फंस गए हैं. बारिश की तीव्रता ने बाढ़ जैसी स्थिति पैदा कर दी है, जिससे लोगों में डर पैदा हो गया है. सड़कें पानी में डूब जाने से सामान्य आवाजाही बुरी तरह बाधित हो गई है. स्थिति बिगड़ने के बावजूद, स्थानीय प्रशासन की ओर से अभी तक कोई खास राहत नहीं मिली है. निवासी पंपिंग उपकरण तैनात करने और बाढ़ वाले हाईवे को साफ करने के लिए तत्काल कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
बिजनौर में टैक्टर ट्राली से बच्चे का मुंडन संस्कार कराने हरिद्वार जा रहे श्रद्धालुओं की ट्रैक्टर ट्राली को कार ने पीछे से टक्कर मार दी. इस हादसे में कर में सवार एक किसान नेता और ट्रैक्टर ट्राली में सवार एक 5 साल की बच्ची की मौत हो गई जबकि ट्रैक्टर ट्राली में सवार एक दर्जन से ज्यादा महिला पुरुष घायल हो गए. इसमें कार में सवार दूसरे व्यापारी नेता की भी हालत गंभीर बनी हुई है सभी घायलों का अस्पताल में उपचार चल रहा है.
गौतमबुद्ध नगर जिला प्रशासन ने आज कासना क्षेत्र में बड़ी कार्रवाई करते हुए सिंचाई विभाग की जमीन पर बने अवैध मकानों पर बुलडोजर चला दिया. करीब 20 वर्षों से इस जमीन पर लोगों ने अवैध कब्जा कर रखा था. दो साल से लगातार नोटिस दिए जाने के बावजूद जब कब्जाधारियों ने अपने मकान खाली नहीं किए, तो आज प्रशासन ने बुल्डोजर की कारवाई की. एसडीएम सदर चारुल यादव की निगरानी में सिंचाई विभाग, जिला प्रशासन और भारी पुलिस बल की मौजूदगी में अभियान चलाया गया. इस दौरान लगभग 65 बीघा जमीन कब्जा मुक्त कराई गई, जिसकी अनुमानित कीमत 50 करोड़ रुपये से अधिक बताई जा रही है. एसडीएम ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि यदि कोई व्यक्ति दोबारा कब्जा करने की कोशिश करता है, तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी. यह जमीन सिंचाई विभाग के नाम दर्ज है, जिस पर पिछले दो दशकों से कई लोगों ने अवैध रूप से मकान बना रखे थे.
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने पिछले दिनों कोटा के केडीए सभागार में आयोजित एकीकृत पीकेसी-ईआरसीपी (राम जल सेतु लिंक परियोजना) की समीक्षा बैठक में हिस्सा लिया. यहां पर उन्होंने अधिकारियों से कहा कि इस महत्त्वाकांक्षी परियोजना से कोटा-बूंदी समेत राजस्थान के बाकी जिलों में जल संकट का समाधान होगा. उन्होंने निर्देश दिए कि परियोजना से जुड़े सभी निर्माण कार्यों को तेजी से और समय पर पूरा किया जाए. इससे पेयजल, सिंचाई और औद्योगिक उपयोग के लिए पानी की सही सप्लाई तय हो सकेगी. बिरला ने कहा कि यह परियोजना न केवल हाड़ौती संभाग बल्कि राज्य के कई जिलों के लिए जीवनदायिनी होगी. उनका कहना था कि कोटा बैराज की दाईं व बाईं मुख्य नहरों और माइनरों को पक्का करने पर 2300 करोड़ रुपये खर्च होंगे, जिससे टेल तक पानी पहुंच सकेगा. सांगोद, लाडपुरा, करवर और रामगंजमंडी जैसे क्षेत्र जो अब तक सिंचाई से वंचित थे, उन्हें भी इस परियोजना में शामिल किया गया है. उन्होंने अधिकारियों को इस दिशा में कार्य करने के निर्देश दिए.
उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद के नगला खंगर क्षेत्र में किसान नेताओं की दबंगई का मामला सामने आया है. 11 अप्रैल 2025 को चकबंदी के विरोध में आयोजित किसान पंचायत के दौरान मंच से भारतीय किसान यूनियन (भानू) के जिला प्रभारी शीलू सिकरवार व सिस्टम सुधार संगठन के अंशुमान ठाकुर ने पुलिसकर्मियों को गालियां दीं और धमकाया. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में साफ दिख रहा है कि दोनों नेताओं ने उरावर चौकी इंचार्ज दरोगा जितेंद्र कुमार से कार्यक्रम स्थल के पास सड़क पर चल रहे वाहनों को रुकवाने की मांग की. जब दरोगा ने सड़क रोकने के इंकार कर दिया तो उनसे अभद्रता और धक्का-मुक्की की गई. प्रशासन ने वीडियो संज्ञान में आते ही अंशुमान, शीलू और बाकी लोगों के खिलाफ दरोगा चौकी इंचार्ज जितेंद्र कुमार ने थाना नगला खंगर में केस दर्ज करा दिया है. पुलिस की तरफ से कहा गया है कि इस मामले में मुकदमा दर्ज हो चुका है और जांच जारी है. आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. वहीं आरोपी शीलू सिकरवार की मानें दरोगा जितेंद्र कुमार ने पंडाल में आकर किसान नेताओं के खिलाफ अभद्रता शुरू कर दी थी.
महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र में इस साल अब तक बेमौसम बारिश से संबंधित घटनाओं में 27 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि 597 गांवों में 4,000 हेक्टेयर में लगी फसलें प्रभावित हुई हैं. मंगलवार को संभागीय आयुक्त कार्यालय की तरफ से तैयार की गई एक रिपोर्ट में कहा गया है कि मई में इस क्षेत्र में 116 प्रतिशत बारिश हुई है. इसमें कहा गया है कि सभी आठ जिलों में 20 मई तक बेमौसम बारिश दर्ज की गई. इसकी वजह से बिजली गिरने, बाढ़ और बारिश से संबंधित अन्य घटनाओं में 27 लोगों की मौत हो गई. इस अवधि के दौरान किसानों के 391 पशुओं की भी मौत हुई है.
महाराष्ट्र के जालना जिले के बदनापुर तहसील के मांडवा गांव में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हुई. तेज हवाओं के कारण मांडवा गावं में एक शादी का मंडप ढह गया. इसके कारण शादी के लिए आए बारातियों में अफरा-तफरी मच गई. जालना जिले में अगले तीन दिनों तक बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है. इसके अनुसार जालना जिले के बदनापुर तहसील के मांडवा गावं में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हुई है. दूसरी ओर जालना जिले के घनसावंगी तहसील के राजेगांव में बादल छाए रहने और तेज हवाओं के कारण आम को नुकसान हो रहा है. घनसावंगी तहसील में पिछले तीन-चार दिनों से बादल छाए हुए हैं. बादल छाए रहने और तेज हवाओं के कारण आम के बागों पर असर पड़ रहा है. बादल छाए रहने और हवा के कारण बागों में लगे आम बड़ी संख्या में गिर रहे हैं. इससे किसान चिंतित नजर आ रहे है. इस बीच, फल पेड से टुटकर गिरने और सडने से आम को नुकसान हो रहा है और आम के दाम बढ़ने की संभावना जताई जा रही है.
मध्य प्रदेश के रायसेन कलेक्ट्रेट में जन-सुनवाई के दौरान एक अनोखा मामला देखने को मिला. यहां पर गांव सांचेत का एक किसान नारायण सिंह लोधी ट्रैक्टर ट्रालियों में अपने मवेशियों को भरकर और अपनी पत्नी और छोटी मासूम बच्ची के साथ पहुंचा और कलेक्टर से न्याय की गुहार लगाई. किसान ने न्याय नहीं मिलने की स्थिति में पेट्रोल डालकर आत्महत्या करने की बात कही.मामले की जानकारी लगते ही डिप्टी कलेक्टर मनीष शर्मा और एसडीएम मुकेश सिंह मौके पर पहुंचे. उन्होंने किसान नारायण सिंह लोधी से की बातचीत और उसे जल्द न्याय दिलाने की बात कही.
दुनिया में इस साल चीनी उत्पादन के लिहाज से भारत दूसरे नंबर पर है. भारत में 36 लाख मीट्रिक टन उत्पादन दर्ज किया गया है. जबकि पहले नंबर पर ब्राजील है जहां पर 39.7 लाख मीट्रिक टन उत्पादन हुआ है.
सीमा पार खेती को लेकर सीमावर्ती गांवों के किसान बहुत परेशान हैं. गांववाले और किसान बीएसएफ की तरफ से समय को लेकर लगाए गए प्रतिबंधों से काफी नाराज हैं. उन्होंने कहा कि बीएसएफ अधिकारियों ने सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक का समय दिया था, लेकिन गेट सुबह दस बजे के करीब खोले गए. इसके कारण हमें काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. मुहावा गांव के कई किसान कहते हैं कि हमारे गांव में तीन दरवाजे हैं जिसमें से केवल एक गेट संख्या 109 ही खोला गया है जबकि बाकी दो बंद हैं. उन्होंने कहा कि अगर ये तीनों गेट खुल जाएं तो हमें खेती में कोई दिक्कत नहीं आएगी.
हाराष्ट्र के थोक और खुदरा दोनों बाजारों में प्याज की कीमतों में भारी गिरावट आई है जिससे आम आदमी को तो राहत मिली है लेकिन किसान परेशान हैं. इस साल बंपर फसल की वजह से आपूर्ति बहुत ज़्यादा हो गई है, जिससे मांग बहुत ज़्यादा हो गई है और कीमतें कुछ महीने पहले की तुलना में बहुत कम हो गई हैं. बारिश के कारण बड़ी मात्रा किसानों ने प्याज बेचने निकले है. अचानक खुदरा मंडी में बड़े पैमाने पर प्याज आने के बाद अचानक दामों में गिरावट आई है. मुंबई की मंडी में महाराष्ट्र के नासिक, पुणे इन जगहों से प्याज आता है. हर रोज सुबह इस प्याज के दाम तय होते है. जो प्याज 30 से 40 रुपए के भाव से बिक रहा था, वही अब आधे से भी कम दाम पर बिक रहा है.
प्याज की कीमतें मंडी में 7 से 17 रुपये प्रति किलो पर आ गई हैं.
एशियाई शेरों की गिनती का नया आंकड़ा जारी किया है. इसके मुताबिक अब गुजरात मे शेरों की संख्या बढ़कर 891 हो गई है. साल 2020 की गिनती में ये आंकड़ा 674 शेरों का था. बताया जा रहा है कि पांच साल बाद शेरों की गिनती हुई है जिसमें यह नया आंकड़ा सामने आया है. शेरों की गिनती 10 से 13 मई के बीच हाईटेक तरीके से पूरी की गई है.
दिल्ली में बुधवार को इस मौसम का अब तक का सबसे अधिक न्यूनतम तापमान 30.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 3.5 डिग्री अधिक है. आईएमडी ने बारिश के साथ आंधी का अनुमान लगाया है. सुबह 8.30 बजे सापेक्ष आर्द्रता 64 प्रतिशत थी. आईएमडी ने कहा कि अधिकतम तापमान 39 डिग्री सेल्सियस रहने की उम्मीद है. सुबह 9 बजे एक्यूआई 201 पर होने के कारण हवा की गुणवत्ता खराब श्रेणी में दर्ज की गई. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, शून्य से 50 के बीच एक्यूआई अच्छा माना जाता है, 51 और 100 संतोषजनक, 101 और 200 'मध्यम', 201 और 300 'खराब', 301 और 400 'बहुत खराब' और 401 और 500 'गंभीर'.
बिहार के कृषि मंत्री ने मखाना को 'मां का खाना' बताते हुए इसके पोषण और आर्थिक महत्व पर प्रकाश डाला. वहीं, उन्होंने बताया कि देश के कुल मखाना उत्पादन का 85 फीसदी और विश्व उत्पादन का 60 फीसदी हिस्सा बिहार से आता है. उन्होंने मखाना-सिंघाड़ा, मखाना-पान और मखाना-मछली की चक्रीय खेती को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर बल देते हुए यह मांग रखी कि मखाना को न्यूनतम समर्थन मूल्य की बास्केट में शामिल किया जाए.
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