मौसम विभाग के मुताबिक इस हफ्ते दिल्ली के मौसम में बदलाव होने की संभावना है. आईएमडी ने इस पूरे सप्ताह के लिए बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने का येलो अलर्ट जारी किया है. राष्ट्रीय राजधानी में बारिश की उम्मीद है जिससे तापमान में गिरावट आएगी और चल रही गर्मी से राहत मिलेगी. वहीं आने वाले दिनों में उत्तर-पश्चिम, मध्य और पश्चिमी भारत में अधिकतम तापमान में थोड़ी गिरावट आने की संभावना है. मौसम की खबर के अलावा किसान आंदोलन की बात करें तो किसान संगठन पंजाब सरकार को केंद्र के साथ होने वाली बातचीत में शामिल न करने पर अड़े हुए हैं. उन्होंने शनिवार को एक बार फिर इस बात की अपील केंद्र सरकार से की है. हालांकि केंद्र सरकार ने उनकी इस मांग को खारिज कर दिया है. केंद्र और किसान नेताओं के बीच 4 मई को वार्ता होनी थी जो कि संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा की पंजाब सरकार को लेकर की गई मांग की वजह से रद्द हो गई है.
राजधानी दिल्ली में पॉल्यूशन कम करने को लेकर आम आदमी पार्टी सरकार के द्वारा लागू की जाने वाली ऑड इवन पॉलिसी को दिल्ली की नई रेखा सरकार लागू नहीं करेगी. सरकार का दावा है कि इससे पॉल्यूशन कम तो नहीं होता था, उलटे लोगों की परेशानी बढ़ती थी. अब इसकी जगह पर अन्य पॉलिसी को दिल्ली के पॉल्यूशन को कम करने के लिए लागू किए जाने पर काम चल रहा है.
अरुणाचल प्रदेश में बाढ़ की स्थिति में शुक्रवार को मामूली सुधार हुआ है, क्योंकि अधिकांश नदियां खतरे के निशान से नीचे बह रही हैं.
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि इस साल मॉनसून की बारिश के कारण भूस्खलन और बाढ़ के कारण कम से कम 12 लोगों की जान चली गई है, जबकि एक लापता व्यक्ति की तलाश के लिए खोज अभियान जारी है.
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय ने जैविक खेती को बढ़ावा देने के उद्देश्य से हैबिटेट जीनोम प्राइवेट इम्प्रुवमेंट प्राईमरी प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड के साथ जीवाणु खाद उत्पादन को लेकर एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं. इस सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) के माध्यम से विश्वविद्यालय के सूक्ष्म जीव विज्ञान विभाग के बायो फर्टिलाइजर प्रोडक्शन यूनिट में वैज्ञानिकों की मदद से गुणवत्ता युक्त जीवाणु खाद का उत्पादन बढ़ाया जाएगा. विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.बी.आर. काम्बोज ने बताया कि यह साझेदारी किसानों तक उच्च गुणवत्तायुक्त की जीवाणु खाद पहुंचाने में एक मील का पत्थर साबित होगी. उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा पहले से ही फसलों के अनुसार उपयुक्त जीवाणु की पहचान कर ली गई है, इन जीवाणुओं से फसल उत्पादन में काफी सहायता मिली है.
9 जून से पूर्वोत्तर राज्यों में और 11 जून से दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा के साथ वर्षा की गतिविधियां बढ़ने की संभावना है. 8 से 10 जून के दौरान पश्चिमी राजस्थान में, 9 और 10 जून को पंजाब, हरियाणा, दक्षिण उत्तर प्रदेश, उत्तर मध्य प्रदेश में गर्म लहर की संभावना है.
किसान नेता चढूनी ने कहा, हरियाणा में सुरजमुखी की खरीद कोपरेटिव सोसायटीज के माध्यम से हैफेड व वेयरहाउस की खरीद जारी है परन्तु को-सोसायटी पर पर्याप्त संसाधन व पर्याप्त लेबर का इंतजाम नही हैं. इस वजह से सुरजमुखी की खरीद बार-बार खरीद बाधित हो रही है जिससे किसानों को भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है. हरियाणा सरकार द्वारा सुरजमुखी की खरीद के लिये 17 मण्डियां चिन्हित की गई हैं. जारी पॉलिसी मुताबिक इन मण्डियों से कुल खरीद का 25 प्रतिशत PSS के लिए नेफेड और NCCF खरीद ऐजेन्सियों द्वारा खरीद की जानी है.
शुक्रवार को जारी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार भारत में कोविड के सक्रिय मामलों की संख्या 5,000 के पार हो गई है. इसमें केरल सबसे अधिक प्रभावित राज्य बना हुआ है, उसके बाद गुजरात, पश्चिम बंगाल और दिल्ली का स्थान है.मामलों में वृद्धि को देखते हुए, केंद्र कोविड-19 के लिए सुविधा-स्तर की तैयारियों की जांच करने के लिए मॉक ड्रिल कर रहा है. सभी राज्यों को कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए ऑक्सीजन, आइसोलेशन बेड, वेंटिलेटर और आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है.भारत में 5,364 सक्रिय मामले हैं और पिछले 24 घंटों में चार नई मौतें हुई हैं. आधिकारिक सूत्रों ने कहा है कि अधिकांश मामले हल्के हैं और घर पर देखभाल के तहत प्रबंधित किए जाते हैं.
केंद्रीय मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने किसान चौपाल में किसानों से संवाद कर उनकी समस्याएं सुनीं. साथ ही उन्हें कई समाधान भी सुझाए. देहरादून जनपद के डोईवाला ब्लॉक के पाववाला सौड़ा गांव में 'विकसित कृषि संकल्प अभियान' के तहत इस किसान चौपाल का आयोजन किया गया था. कृषि मंत्री ने यहां पर कहा है कि सरकार उत्तराखंड को हार्टिकल्चर का हब बनाएगी.
किसानों के खेतोa से निकलने वाली हाई एक्सटेंशन तारों का मिलेगा अब उचित मुआवजा दिया जाएगा. हाई एक्सटेंशन तारों को लेकर लगातार सरकार के सामने किसानों के आंदोलन की चुनौती खड़ी होती थी. आज सोनीपत लघु सचिवालय पहुंचे भारतीय किसान कामगार अधिकार मोर्चा के बैनर तले किसानों ने सरकार को धन्यवाद दिया है. किसान नेता सतेंद्र लोचबच ने किसानों के हितों की पॉलिसी बताई है. सरकार ने मार्केट और सर्कल रेट से ज्यादा मुआवजा देने का ऐलान किया है.
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को देहरादून के डोईवाला ब्लॉक के पाववाला सौड़ा गांव में ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ के तहत आयोजित किसान चौपाल में भाग लिया. खेतों के बीच खाट पर बैठकर उन्होंने किसानों से संवाद किया और उनकी समस्याओं को गंभीरता से सुना. इस अवसर पर उन्होंने "एक पेड़ माँ के नाम" अभियान के तहत पौधरोपण भी किया. कार्यक्रम में राज्य के कृषि मंत्री गणेश जोशी और कृषि विभाग के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे. किसानों ने चौपाल में बीज, सिंचाई, विपणन, फसल बीमा और उचित मूल्य जैसे मुद्दों को उठाया। लीची, बासमती चावल, कटहल और सब्जी उत्पादकों ने भी अपनी समस्याएं साझा कीं.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार किसानों की आय बढ़ाने और ‘विकसित भारत’ की दिशा में ठोस कदम उठा रही है. उन्होंने कहा, “मैं खुद किसान परिवार से हूं, इसलिए किसानों की पीड़ा समझता हूं. यहां खेत में खाट पर बैठकर सीधे संवाद करने का मकसद यह है कि योजनाओं का लाभ किसानों तक पहुंच रहा है या नहीं, यह जमीनी स्तर पर देखा जा सके. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसानों की समस्याओं का समाधान समयबद्ध तरीके से किया जाए. साथ ही यह भी कहा कि केंद्र और राज्य सरकार मिलकर उत्तराखंड को बागवानी (हार्टिकल्चर) का राष्ट्रीय हब बनाएंगी. उत्तराखंड के फल, अनाज और सब्जियों की गुणवत्ता अंतरराष्ट्रीय मानकों पर खरी उतरती है और इन्हें वैश्विक बाजार में पहुंचाने की पूरी क्षमता है. मीडिया से बातचीत में चौहान ने कहा कि देवभूमि में आकर नई ऊर्जा मिलती है और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य सरकार कृषि के क्षेत्र में शानदार कार्य कर रही है. उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती, तकनीकी नवाचार और जल संरक्षण को बढ़ावा देकर खेती को और अधिक लाभकारी बनाया जाएगा. केंद्र सरकार इस दिशा में राज्य सरकार के साथ मिलकर काम कर रही है.
बचाव दलों ने उत्तरी सिक्किम के चाटेन में फंसे 64 पर्यटकों में से 17 को सुरक्षित निकाल लिया है. भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र से उन्हें वापस लाने का अभियान शुक्रवार सुबह फिर से शुरू हुआ. अधिकारियों ने बताया कि बचाए गए पर्यटकों को हेलीकॉप्टर से पाकयोंग लाया गया. एक अधिकारी ने बताया, "हेलीकॉप्टर ने दिन का पहला बचाव अभियान सफलतापूर्वक पूरा किया और चाटेन से 17 लोगों को पाकयोंग के ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे तक पहुंचाया.
कृषि एवं ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी ने बुधवार को देहरादून स्थित भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) की ओर से आयोजित "मानक संवाद" कार्यक्रम का शुभारंभ किया. कार्यक्रम के दौरान उन्होंने विश्व पर्यावरण दिवस की शुभकामनाएं दीं और कहा कि इस प्रकार के आयोजन देश में गुणवत्ता संस्कृति को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाते हैं. मंत्री जोशी ने कहा कि BIS न केवल उत्पादों की गुणवत्ता सुनिश्चित करता है, बल्कि भारतीय उद्योगों को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार करने में भी सहयोग करता है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस वक्तव्य का उल्लेख किया, जिसमें कहा गया है कि अब भारतीय मानक अंतरराष्ट्रीय मानकों के बराबर हैं, जो देशवासियों के लिए गर्व की बात है. मंत्री ने BIS अधिकारियों से अनुरोध किया कि वे आगामी 14-15 जून को देहरादून में आयोजित होने जा रहे कृषि महोत्सव में किसानों के लिए एक विशेष कार्यशाला आयोजित करें ताकि किसानों को मानकों की जानकारी मिल सके और वे भी गुणवत्ता आधारित कृषि की दिशा में कदम बढ़ा सकें.
केदारनाथ की यात्रा शुरू हुए 34 दिन हुए हैं और अब तक आठ लाख से ज्यादा भक्त पहुंच चुके हैं. पैदल यात्रा मार्ग पर घोड़े खच्चरों का संचालन भी लगातार जारी है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार अभी तक यात्रा में दो अरब का कारोबार हुआ है. दो दिनों तक हुई बर्फबारी के बाद केदारनाथ धाम में मौसम साफ है.
वाराणसी में सजी बकरामंडी में 5 लाख की कीमत वाले 'कल्लू' बकरे को भारी तादाद में लोग देखने के लिए आ रहे हैं. इस बकरे के ऊपर जन्म से ही अल्लाह लिखा हुआ है. सेहतमंद और खूबसूरत कल्लू सिर्फ डेढ़ साल का ही है और इन दिनों वाराणसी में लोगों के आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. वाराणसी के बेनियाबाग में लगे बकरामंडी में जो कोई भी इन दोनों बकरीद के पर्व पर खरीदारी करने आ रहा है वह जरूर कल्लू के साथ फोटो खींचा रहा है या तो फिर सेल्फी ले रहा है. कल्लू बकरा भेड़ और तुम्बे की भीड़ में एक सेलिब्रिटी वाले बकरे से कम नहीं है.
छत्तीसगढ़ में मानसून की दस्तक के बाद जहां किसान खेती-बाड़ी में जुट गए हैं, वहीं दूसरी ओर कुछ उद्योगपति नकली बीज बनाने के अवैध कारोबार में सक्रिय हो गए हैं. छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर स्थित गंगापुर से ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जहां अवैध फैक्ट्री में नकली धान और मक्का के बीज तैयार किए जा रहे थे. बड़ी कंपनियों के रैपर फैक्ट्री में पड़े हुए थे. वहीं, बड़ी-बड़ी मशीनें लगी हुई थी और विशाल ड्रमों में केमिकल और रंग रखे गए थे. ट्रकों में भरकर अलग-अलग जिलों से सैकड़ों टन धान लाए जा रहे थे जिन्हें मिलाकर नकली बीज बनाया जा रहा था. मुखबिर की सूचना पर जिला प्रशासन ने गंगापुर स्थित इस अवैध फैक्ट्री पर छापा मारा और भारी मात्रा में नकली बीज बनाने के सामान को जब्त कर लिया. अवैध फैक्ट्री को सील कर दिया गया है और प्रशासन ने सख्त जांच के बाद कठोर कार्रवाई करने की बात कही है. साथ ही, नकली बीज के परिवहन में इस्तेमाल किए गए ट्रक को भी जब्त किया गया है.
असम के मोरीगांव जिले में बाढ़ की स्थिति में थोड़ा सुधार हुआ है लेकिन जिले के 117 गांव अभी भी पानी में डूबे हुए हैं. असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (ASDMA) के अनुसार, इस साल बाढ़ ने अब तक 16 लोगों की जान ले ली है और भूस्खलन के कारण 5 और लोगों की मौत हो गई है। बाढ़ की पहली लहर में 19 जिलों के 5.60 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं.
राष्ट्रीय राजधानी में शुक्रवार की सुबह धूप खिली रही और न्यूनतम तापमान 25.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो इस मौसम के औसत से दो डिग्री कम है. मौसम विभाग (आईएमडी) के अधिकारियों की मानें तो दिनभर आसमान में बादल छाए रहेंगे और अधिकतम तापमान 39 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार शुक्रवार सुबह नौ बजे शहर की वायु गुणवत्ता 138 के वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) के साथ 'मध्यम' श्रेणी में दर्ज की गई. सीपीसीबी के अनुसार शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51 से 100 के बीच को 'संतोषजनक', 101 से 200 के बीच को 'मध्यम', 201 से 300 के बीच को 'खराब', 301 से 400 के बीच को 'बहुत खराब' और 401 से 500 के बीच को 'गंभीर' माना जाता है.
उत्तराखंड के चमोली में रतगांव को जोड़ने के लिए प्राणमती नदी पर बन रहा निर्माणाधीन वैली ब्रिज अचानक ढह गया. 60 मीटर लंबे इस पुल के गिरने से न केवल करोड़ों रुपये की लागत पर पानी फिर गया, बल्कि ग्रामीणों की सालों पुरानी समस्या भी एक बार फिर जस की तस रह गई है.
स्थानीय मौसम विभाग ने बताया कि बुधवार शाम से पिछले 24 घंटों में हिमाचल प्रदेश के शिमला में आंधी-तूफान, ओले और तेज हवाएं चलीं. राज्य के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई, जिसमें नगरोटा सूरियां में सबसे ज्यादा 59.2 मिमी बारिश हुई, इसके बाद भरवाईं में 39 मिमी, शिलारू में 20.4 मिमी, कुफरी में 14.2 मिमी, गुलेर में 13.2 मिमी, शिमला में 11.4 मिमी, कोटखाई में 11.3 मिमी, काहू में 11 मिमी और करसोग में 10 मिमी बारिश हुई. मौसम विभाग के अनुसार, कांगड़ा, सुंदरनगर, भुंतर और जोत में भी आंधी-तूफान आया. स्थानीय मौसम विभाग ने 6 जून को राज्य के कुछ स्थानों पर हल्की बारिश की भविष्यवाणी की है और उसके बाद मौसम शुष्क रहेगा. अधिकतम तापमान में मामूली वृद्धि हुई और ऊना दिन में सबसे गर्म रहा जहां अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि केलांग रात में सबसे ठंडा रहा जहां न्यूनतम तापमान 4.8 डिग्री सेल्सियस रहा.
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ के नौवें दिन आज पहुंचेंगे उत्तराखंड -ओडिशा, जम्मू, हरियाणा, उत्तर-प्रदेश, बिहार, राजस्थान, महाराष्ट्र और पंजाब के बाद अब उत्तराखंड में किसानों से मुखातिब होंगे. रायपुर ब्लाक में आयोजित किसान चौपाल में वह किसानों से वार्ता करेंगे शिवराज सिंह चौहान -गढ़ी कैंट स्थित हिमालयन कल्चरल सेण्टर में आयोजित विकसित कृषि संकल्प अभियान के कार्यक्रम में शामिल होंगे.
इसके अलावा केन्द्रीय कृषि मंत्री दोपहर को गढ़ी कैंट स्थित हिमालयन कल्चरल सेंटर में आयोजित विकसित कृषि संकल्प अभियान के कार्यक्रम में भी शिरकत करेंगे. उनके साथ राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और राज्य के कृषि मंत्री गणेश जोशी भी मौजूद रहेंगे . ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ 29 मई से शुरू हुआ था जो 12 जून तक चलेगा. इस 15 दिवसीय कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय कृषि मंत्री 20 राज्यों का दौरा करेंगे. एक राष्ट्र-एक कृषि- एक टीम के मंत्र के साथ कृषि मंत्रालय और भारतीय अनुसंधान परिषद् की यह पहल किसानों के बीच व्यापक रूप से चर्चा का केंद्र बनी हुई है.
केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री श्री जगत प्रकाश नड्डा ने खरीफ सीजन के दौरान उर्वरकों की उपलब्धता और वितरण की समीक्षा के लिए उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की. उर्वरकों का घरेलू उत्पादन इष्टतम स्तर पर बना हुआ है, डीएपी उत्पादन 3.84 लाख मीट्रिक टन तक पहुंच गया है, जो हाल के महीनों में सबसे अधिक है. भारतीय उर्वरक कंपनियों ने सऊदी अरब, मोरक्को और रूस जैसे प्रमुख उर्वरक निर्यातकों के साथ गठजोड़ किया है, जिससे पूरे वर्ष लगातार आयात सुनिश्चित हुआ है.
Copyright©2025 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today