मौसम विभाग के मुताबिक इस हफ्ते दिल्ली के मौसम में बदलाव होने की संभावना है. आईएमडी ने इस पूरे सप्ताह के लिए बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने का येलो अलर्ट जारी किया है. राष्ट्रीय राजधानी में बारिश की उम्मीद है जिससे तापमान में गिरावट आएगी और चल रही गर्मी से राहत मिलेगी. वहीं आने वाले दिनों में उत्तर-पश्चिम, मध्य और पश्चिमी भारत में अधिकतम तापमान में थोड़ी गिरावट आने की संभावना है. मौसम की खबर के अलावा किसान आंदोलन की बात करें तो किसान संगठन पंजाब सरकार को केंद्र के साथ होने वाली बातचीत में शामिल न करने पर अड़े हुए हैं. उन्होंने शनिवार को एक बार फिर इस बात की अपील केंद्र सरकार से की है. हालांकि केंद्र सरकार ने उनकी इस मांग को खारिज कर दिया है. केंद्र और किसान नेताओं के बीच 4 मई को वार्ता होनी थी जो कि संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा की पंजाब सरकार को लेकर की गई मांग की वजह से रद्द हो गई है.
उत्तरी सिक्किम के चाटेन में फंसे कुल 63 लोगों को हेलीकॉप्टरों की मदद से गुरुवार को निकाला गया, जिनमें से अधिकतर पर्यटक थे. इस सप्ताह की शुरुआत में भूस्खलन की चपेट में आने से यह इलाका प्रभावित हुआ था.
सेना और स्थानीय प्रशासन द्वारा बचाए जाने के लिए चाटेन में 64 अन्य पर्यटक अभी भी इंतजार कर रहे हैं. अधिकारियों ने बताया कि दिन में खराब मौसम और चुनौतीपूर्ण इलाकों के कारण उन्हें बचाने का अभियान रोक दिया गया.
चाटेन, मंगन जिले के एक छोटे से शहर लाचेन के पास स्थित है, जिसका उपयोग यात्री गुरुडांगमार झील तक पहुंचने के लिए करते हैं, जो एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है.
केदारनाथ धाम की यात्रा में रिकॉर्ड संख्या में तीर्थ यात्री पहुंच रहे हैं. अभी तक आठ लाख भक्त बाबा केदार के दर्शन कर चुके हैं. हर दिन हज़ारों की संख्या में भक्त बाबा केदार के दर्शनों के लिए पहुंच रहे हैं. बर्फबारी और बारिश पर भी भक्तों की आस्था भारी पड़ रही है. मौसम खराब होने से यात्रीयों को कुछ परेशानियां जरूर हो रही हैं जिन्हें प्रशासन की ओर से दूर किया जा रहा है. पैदल यात्रा मार्ग पर जो डेंजर जोन हैं, वहां सुरक्षा जवान मौजूद हैं और भक्तों को आसरा देकर रास्ता पार करवा रहे हैं. भक्तों के लिए रहने खाने से लेकर मेडिकल, साफ सफाई, गर्म पानी की भी व्यवस्था की गई है. भक्त भी प्रशासन की कोशिश की गई व्यवस्था की तारीफ कर रहे हैं.
हरियाणा में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने की बड़ी घोषणाएं.
प्राकृतिक और जैविक खेती से उत्पादित खाद्यान्न और फल, सब्जियों के लिए गुरुग्राम और हिसार में भी बनेगी प्राकृतिक और जैविक मंडियां.
प्राकृतिक और जैविक खेती की उपज के उचित मूल्य निर्धारण के लिए हरियाणा में एक समिति का किया जाएगा गठन.
प्राकृतिक खेती से प्राप्त उत्पादों की ब्रांडिंग और पैकेजिंग के लिए प्रति किसान 20 हजार रुपये की राशि की जाएगी प्रदान.
भारत की अग्रणी कृषि-इनपुट कंपनी धानुका एग्रीटेक लिमिटेड ने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), नई दिल्ली में धानुका वेटिंग हॉल का उद्घाटन किया. 68,800 वर्ग फीट में फैले इस नवनिर्मित वेटिंग एरिया का उद्देश्य भारत के एक उल्लेखनीय चिकित्सा संस्थान में मरीजों और उनके अटेंडेंट को बेहतर सुविधा प्रदान करना है.
यह सुविधा धानुका समूह की सीएसआर पहल के हिस्से के रूप में विकसित की गई है और यह पूरी तरह से वातानुकूलित है, इसमें स्वच्छ स्वच्छता सुविधाएं, मोबाइल चार्जिंग स्टेशन और 1500 लोगों के बैठने की जगह है. इसे विशेष रूप से एम्स में प्रतिदिन आने वाले हजारों मरीजों और देखभाल करने वालों को सम्मानजनक प्रतीक्षा वातावरण प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया था.
अखिल भारतीय खाद्य तेल व्यापारी महासंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं कॉन्फडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय मंत्री शंकर ठक्कर ने खाद्य तेल उत्पादकों, थोक विक्रेता, वितरक, खुदरा विक्रेता, ऑनलाइन विक्रेता एवं क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म को अपील करते हुए कहा कि भारत सरकार द्वारा 31 मई को कच्चे खाद्य तेलों के आयात शुल्क को आधा कर दिया है. इस बड़ी कटौती का लाभ उपभोक्ताओं तक पहुंचाया जाना चाहिए. इसलिए खाद्य तेल विक्रेता सभी घटकों की यह फर्ज है कि अपने-अपने स्तर पर कीमतों में कटौती करें. यह परिवर्तन इन तेलों पर पिछले आठ महीनों से अधिक समय से लगाए जा रहे उच्च आयात शुल्क को उलट देता है. नतीजतन, कच्चे पाम, सोया और सनफ्लावर तीनों उत्पादों पर प्रभावी आयात शुल्क 27.5% से घटकर 16.5% हो गया है जिसमें मूल सीमा शुल्क और अतिरिक्त शुल्क शामिल हैं.
उत्तराखंड की वादियों में बागेश्वर के जगदीश कुनियाल एक ऐसा नाम है, जो पर्यावरण व प्रकृति के प्रति पूरी तरह समर्पित हो गया. जगदीश ने 42 सालों में अपनी बंजर जमीन पर मिश्रित वन उगा दिया. जिससे पानी के सूख चुके स्रोत जीवित हो गए हैं. उन्होंने कई ऐसे वृक्ष उगाए जो केवल ऊंचे हिमालयी क्षेत्रों में ही पाए जाते हैं. बागेश्वर जनपद के गरुड़ क्षेत्र के सिरकोट गाव में रहने वाले जगदीश कुनियाल जब 18 वर्ष के थे तब से ही उनहोने अपने बंजर जमीन में चाय का बगीचा बना दिया. बाकी बची जमीन में अलग अलग किस्म के पेड़ लगाने शुरू कर दिए.
उत्तराखंड की वादियों में बागेश्वर के जगदीश कुनियाल एक ऐसा नाम है, जो पर्यावरण व प्रकृति के प्रति पूरी तरह समर्पित हो गया. जगदीश ने 42 सालों में अपनी बंजर जमीन पर मिश्रित वन उगा दिया. जिससे पानी के सूख चुके स्रोत जीवित हो गए हैं. उन्होंने कई ऐसे वृक्ष उगाए जो केवल ऊंचे हिमालयी क्षेत्रों में ही पाए जाते हैं. बागेश्वर जनपद के गरुड़ क्षेत्र के सिरकोट गाव में रहने वाले जगदीश कुनियाल जब 18 वर्ष के थे तब से ही उनहोने अपने बंजर जमीन में चाय का बगीचा बना दिया. बाकी बची जमीन में अलग अलग किस्म के पेड़ लगाने शुरू कर दिए.
गुजरात सरकार ने कहा है कि राज्य में 9.7 लाख से ज्यादा किसानों ने प्राकृतिक खेती को अपनाया है. इससे मिट्टी की सेहत में सुधार के अलावा इनपुट लागत और रसायनों पर निर्भरता कम होने से उनकी शुद्ध आय में वृद्धि हुई है. सरकार की तरफ से कहा गया है कि गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत और मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल जीवामृत जैसे पारंपरिक इनपुट के उपयोग की वकालत कर रहे हैं ताकि सूक्ष्मजीवों के जीवन को बढ़ावा मिले और बीजामृत प्राकृतिक रूप से बीजों की रक्षा करे. सीएम पटेल ने कहा, 'हमें प्राकृतिक खेती की ओर रुख करना चाहिए क्योंकि रसायन आधारित कृषि और उर्वरकों के वर्तमान उपयोग के कारण, हमारे द्वारा उगाए जाने वाले अनाज, सब्जियां और फल अब आवश्यक पोषक तत्व नहीं रखते हैं.'
पिछले 24 घंटों में देशभर में कोरोना के मामलों में इजाफा हुआ है और यह आंकड़ा 4302 से बढ़ कर 4866 पर पहुंच गया है. इसके अलावा 24 घंटे में 7 लोगों की मौत भी हुई है. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में 562 केस हैं. पिछले 24 घंटे में 105 केस बढ़े और 2 मरीजों की जान गई है जिसमें एक 5 महीने बच्चे का बच्चा और 87 वर्षीय बुजुर्ग शामिल है. वहीं कर्नाटक में 2 और महाराष्ट्र में 3 मरीजों की जान गई है. बाकी राज्यों की बात करे तो एक्टिव केसों की संख्या गुजरात में 508, कर्नाटक में 436 केरल ने 1487,महाराष्ट्र में 526 और पश्चिम बंगाल में 538 पहुंच गई है.
बिहार के सहकारिता मंत्री प्रेम कुमार ने बुधवार को पूर्वी राज्य के किसानों द्वारा उत्पादित सब्जियों की पहली खेप को दुबई के लुलु मॉल के लिए रवाना किया.
बिहार राज्य सब्जी प्रसंस्करण एवं विपणन सहकारी संघ लिमिटेड (वीईजीएफईडी) के सहयोग से 1,500 किलोग्राम सब्जियों वाली खेप को वाराणसी भेजा गया, जहां से इसे आगे भेजा जाएगा.
मंत्री ने कहा, "पहली खेप में कटहल, फूलगोभी, बैगन, करेला और लौकी सहित 10 प्रकार की सब्जियां शामिल हैं... लुलु मॉल ने 45 मीट्रिक टन सब्जियों की मांग की है."
अरुणाचल प्रदेश में लगातार बारिश जारी रहने के कारण बाढ़ की स्थिति गुरुवार को भी गंभीर बनी रही. इससे पूर्वोत्तर राज्य के 24 जिलों में 33,000 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं.राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र (एसईओसी) की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि इस साल मानसून की बारिश के कारण भूस्खलन और बाढ़ के कारण कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई है. जबकि एक लापता व्यक्ति की तलाश के लिए खोज अभियान जारी है. रिपोर्ट में कहा गया है कि बाढ़ और भूस्खलन के कारण विभिन्न जिलों के 214 गांव प्रभावित हुए हैं, जिनकी कुल आबादी 33,200 है. अधिकांश प्रमुख नदियां और उनकी सहायक नदियाँ उफान पर हैं, लेकिन सामान्य स्तर से नीचे बह रही हैं.
दिल्ली सरकार जल्द ही अपने सरकारी हॉस्पिटल मे CT scan और MRI की सुविधा शुरू करने वाली है जिसके के लिए हेल्थ मिनिस्टर ने सभी प्रक्रिया पूरी कर ली है.दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में इलाज के लिए रोजाना हजारों मरीज आते है और आने वाले मरीजों को MRI जांच कराने में काफी परेशानी होती है. दिल्ली सरकार के 36 हॉस्पिटल है लेकिन इन हॉस्पिटल मे से तीन हॉस्पिटल ऐसे है जिनमे MRI की सुविधा उपलब्ध है.. इनमे LNJP हॉस्पिटल, GB पंत, और इंदिरा गांधी हॉस्पिटल हैं. लेकिन बाकी हॉस्पिटल मे सुविधा ना होने के कारण मरीजों को या तो कई महीने तक इंतजार करना पड़ता है या फिर पैसे देकर बाहर से कराना पड़ता है. ऐसे मे सरकार ने ये फैसला लिए है की सभी हॉस्पिटल मे ये सुविधा शुरू की जाये.
विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री ने जेपी गंगा पथ पर किया पौधारोपण. मुख्यमंत्री ने कहा कि हम हर वर्ष इस अवसर पर पौधारोपण करते हैं. पर्यावरण संरक्षण को लेकर पौधारोपण आवश्यक है ताकि जलवायु परिवर्तन के खतरों को कम किया जा सके. भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए पर्यावरण को सुरक्षित रखना जरूरी है. राज्य सरकार द्वारा पर्यावरण संरक्षण हेतु जल-जीवन-हरियाली अभियान चलाया जा रहा है। सभी लोग अपने-अपने परिसर एवं आस-पास पौधारोपण कर स्वच्छ पर्यावरण हेतु अपना योगदान दें.
असम में मानसून की दस्तक के साथ ही बाढ़ की विभीषिका ने एक बार फिर से जनजीवन को प्रभावित करना शुरू कर दिया है. राज्य के कई हिस्सों में लगातार बारिश के चलते ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. इस विनाशकारी स्थिति का सबसे बुरा असर जोरहाट जिला स्थित टियोक के जाजीमुख क्षेत्र में खासकर भकत गांव में देखा जा रहा है. यहां वर्ष की पहली ही बाढ़ ने सैकड़ों बीघा फसल जलमग्न कर दी है. गौरतलब है कि असम में बाढ़ हर वर्ष की त्रासदी बन चुकी है लेकिन ग्रामीण इलाकों के किसान अब भी पर्याप्त सुरक्षा और राहत इंतजामों से वंचित हैं. जाजीमुख क्षेत्र में अब तक कोई सरकारी सर्वेक्षण या राहत वितरण नहीं हुआ है. इससे प्रभावित किसान खुद को बेसहारा महसूस कर रहे हैं.
24 घंटे में देश भर में कोरोना के मामलों मे इजाफा हुआ है. यह आंकड़ा 4302 से बढ़ कर 4866 पर पहुंच गया है. जबकि 24 घंटे में सात लोगों की जान गई है. दिल्ली में 562 केस है बीते 24 घंटे में 105 केस बढ़े और 2 मरीजों की जान गई है जिसमें एक 5 महीने बच्चे का बच्चा और 87 वर्षीय बुजुर्ग शामिल है. वहीं कर्नाटक में 2 और महाराष्ट्र में 3मरीजों की जान गई है. बाकी राज्यों की बात करे तो एक्टिव केसों की संख्या गुजरात में 508, कर्नाटक में 436 केरल ने 1487,महाराष्ट्र में 526 और पश्चिम बंगाल में 538 पहुंच गई है.
विश्व पर्यावरण दिवस पर गुजरात सरकार ने कहा है कि राज्य में जापानी पद्धति से 400 हेक्टेयर में एक घना जंगल तैयार किया जाएगा. गुजरात सरकारने कहा 'वन कवच' पहल के जरिए पर्यावरण संरक्षण में प्रदेश अग्रणी है. पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों में जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से हर साल 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया जाता है. गुजरात में मियावाकी पद्धति से वन क्षेत्र बनाने की पहल पर्यावरण संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है. गुजरात में वन कवच पहल को सफलतापूर्वक लागू किया गया है और इसके परिणामस्वरूप पर्यावरण में उल्लेखनीय सुधार हुआ है. वर्ष 2023-24 में गुजरात में 85 स्थानों पर 100 हेक्टेयर वन क्षेत्र तैयार किया गया, जबकि 2024-25 में 122 स्थानों पर 200 हेक्टेयर वन क्षेत्र विकसित किया जा रहा है. इसलिए 2025-26 के लिए यह लक्ष्य 400 हेक्टेयर रखा गया है- वन कवच पहल के तहत वनीकरण के लिए इस अभिनव दृष्टिकोण को अपनाकर, गुजरात ने हरित भविष्य और सतत विकास के लिए राज्य की अटूट प्रतिबद्धता दिखाई है.
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान आज एक दिवसीय पंजाब दौरे पर हैं. वह यहां पर विकसित कृषि संकल्प अभियान के बारे में किसानों से वार्ता करेंगे और उन्हें इस अभियान के बारे में बताएंगे. ..
बकरीद का त्यौहार आते ही एमपी में एक बार फिर कुर्बानी को लेकर विवाद शुरु हो गया है.राजधानी भोपाल में बकरीद के अवसर पर एक हिंदू संगठन ने अनोखा तरीका अपनाया है. संस्कृति बचाओ मंच ने पशु बलि और जानवरों पर क्रूरता के खिलाफ जागरूकता फैलाने के लिए प्रतीकात्मक रूप से मिट्टी के बकरे बनाए हैं और मिट्टी से बने इको-फ्रेंडली बकरे की कीमत 1 हजार रुपये है. ऑल इंडिया उलेमा बोर्ड के मप्र अध्यक्ष काजी सैयद अनस अली नदवी ने कहा है कि मुसलमान जो बकरे की कुर्बानी देते है वो पूरी तरह से प्राकृतिक है. ना तो उसमें हानिकारक रंग होता है और ना ही उसमें से धुआं निकलता है. कुर्बानी के बाद बकरे के मीट को जरूरतमंदों में भी बांटा जाता है इसलिए संस्कृति बचाओ मंच अगर उनकी संस्कृति पर ध्यान दे जो ज्यादा बेहतर होगा और हमें अपना त्यौहार शांति से मनाने दें. मुसलमानों को लेकर उनके अपने संगठन है.
महाराष्ट्र सरकार ने राज्य के लिए हरियाली और टिकाऊ भविष्य बनाने के लिए इस साल 10 करोड़ पेड़ लगाने का लक्ष्य रखा है. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस बात की जानकारी दी. बुधवार को विश्व पर्यावरण दिवस की पूर्व संध्या पर 'हरित महाराष्ट्र, समृद्ध महाराष्ट्र' वृक्षारोपण अभियान के लिए समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि वृक्षारोपण एक जन आंदोलन बनना चाहिए.
अभी किसानों ने बुवाई शुरू भी नहीं की नकली खाद का व्यापार शुरू होने की बात सामने आई है. महाराष्ट्र के वाशिम जिले में 9 लाख से ज्यादा की नकली खाद कृषि विभाग ने जब्त की है.जिले के मानोरा तहसील के कारपा गांव में अवैध रूप से नकली खाद का जखीरा रखा होने की जानकारी कृषि विभाग को मिली थी. बुधवार शाम कृषि विभाग के अधिकारी अभिजीत देवगिरकर ने कर्मचारी और पुलिस की सहायता से छापा मारा. जैसे ही कृषि विभाग की टीम एक व्यक्ति के घर के करीब बने गोदाम में पहुंची तो अंदर नकली खाद से भरी लगभग 600 बोरियां बरामद हुईं. इसकी कीमत 9 लाख 5 हजार 400 रुपए बताई गई है. राजस्थान से लाई नकली खाद भारी मात्रा मात्रा में जमीन पर पड़ी थी जिसे बोरियों में भरना बाकी था. आरोपी ने डुप्लीकेट खाद को एक खाद बनाने वाली नामांकित कंपनी के बोरियों में भरकर रखा था ताकि खरीददारों को कोई शक न हो. देर रात तक कृषि विभाग के टीम ने पंचनामा कर सभी सामग्री जप्त की और दिनेश चव्हाण नामक व्यक्ति पर मामला दर्ज किया.
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