उत्तरकाशी की सिलक्यारा टनल में पिछले 10 दिनों से 41 मजदूर फंसे हुए हैं. उन्हें बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन युद्ध स्तर पर जारी है. मजदूरों तक राहत सामग्री पहुंचाने के लिए सुरंग के अंदर मलबे में 6 इंच चौड़ी एक पाइपलाइन डाली गई है. इसी पाइपलाइन के जरिए मजदूरों तक खाना और पानी पहुंचाया जा रहा है. खास बात यह है कि मजदूरों को पाइपलाइन के जरिए काला दलिया खाने में दिया गया है.
कहा जा रहा है कि डॉक्टरों की सालह पर काला दिया खाने के लिए दिया जा रहा है, ताकि उनके शरीर में ताकत की कमी न हो. साथ ही उन्हें भरपूर पोषण भी मिलता रहे. डॉक्टरों का कहना है कि काला दलिया खाने से मजदूरों को डिहाइड्रेशन नहीं होगा. साथ ही यह भोजन हलका और सुपाच्य भी होता है. ऐसे में कला दलिया असानी से पच भी जाएगा.
दरअसल, काला दलिया काले गेहूं से बनाया जाता है. इसमें समान्य गेहूं के मुकाबले 60 प्रतिशत अधिक लौह तत्व पाए जाते हैं. ऐसे में अगर मजदूर इसका सेवन करते हैं, तो थोड़े बहुत भोजन से ही उनके शरीर को भरपूर पोषक तत्व मिल जाएंगे. चिकित्सकों की माने तो इसमें एंथोसायनिन नामक रंगद्रव्य के चलते इस गेहूं का रंग काला होता है. यही वजह है कि काले गेहूं की कीमत सामान्य गेहूं के मुकाबले काफी अधिक होती है.
ये भी पढ़ें- Delhi Weather: आज से दिल्ली के AQI में सुधार संभव, इन राज्यों में रहेगा चक्रवात का असर
ऐसे काला दलिया काफी हेल्दी भोजन है. चिकित्सक भी रोगियों को काले गेहूं से बने दलिया खाने को सलाह देते हैं. इसे बनाना भी काफी आसान है. काला दलिया बनाने के लिए आपको सबसे पहले एक कप काला गेहूं लेना पड़ेगा. इसमें आप एक कप काली उड़द दाल, आधा चम्मच मेथी बीज और सहसुन की 10 कलियां मिला दें. इसके बाद तीन से चार बार अच्छी तरह से पानी से धो लें, ताकि कंकड़- पत्थर बाहर आ जाए.
अब आप गैस चूल्हा जलाकर उस पर एक प्रेशर कूकर रख दें और इसमें धोया हुआ काला गेहूं, काली उड़द दाल, मेथी और लहसून डालकर हल्की आंच पर भून लें. फिर कूकर में 5 कप पानी डालकर ढक्कर बंद कर दें और 6 सीटी आने तक उसे पकाएं. फिर आप उसे 5 मिनट तक धीनी आंच पर पकाएं. इसके बाद गैस बंद कर दें और उसमें स्वादानुसार नमक और दूध डाल दें. अब अपका टेस्टी काला दलिया बनकर तैयार हो गया है. इसे आप खाने के लिए परोस सकते हैं.
ये भी पढें- World Fisheries Day: एक वेजिटेरियन शख्स ने बदल दी फिशरीज सेक्टर की दिशा और दशा, पूरे देश में बनाई पहचान
Copyright©2024 Living Media India Limited. For reprint rights: Syndications Today