Cauvery Dispute: तमिलनाडु में किसान ने की खुदकुशी, परिवार का आरोप-कावेरी नदी का पानी घटने से गई जान

Cauvery Dispute: तमिलनाडु में किसान ने की खुदकुशी, परिवार का आरोप-कावेरी नदी का पानी घटने से गई जान

खुदकुशी करने वाले किसान राजकुमार के परिवार का कहना है कि कावेरी नदी में पानी का स्तर घटने से खेती को भारी नुकसान हुआ. राजकुमार ने धान की खेती के लिए लोन लिया था, लेकिन पानी नहीं मिलने से फसल सूख गई और राजकुमार लोन का पैसा भी नहीं चुका पा रहे थे. इसी से परेशान होकर उन्होंने खुदकुशी कर ली.

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Cauvery Dispute: तमिलनाडु में किसान ने की खुदकुशी, परिवार का आरोप-कावेरी नदी का पानी घटने से गई जानतमिलनाडु के किसान राजकुमार ने की खुदकुशी

तमिलनाडु के नागपट्टिनम में एक किसान ने खुदकुशी कर ली. किसान की मौत हार्ट अटैक से हो गई. किसान के परिवार ने इस खुदकुशी का आरोप कावेरी जल मुद्दे पर डाला है. किसान के परिवार का कहना है कि कावेरी नदी में पानी घटने से खेती पर संकट आया और किसान ने हताशा में खुदकुशी कर ली. घटना रविवार की है जिसमें तिरुवैमूर के 47 साल के किसान राजकुमार ने खुदकुशी कर ली. मामला कुछ यूं है कि 12 जून को मेट्टूर बांध से पानी छोड़े जाने के बाद राजकुमार ने अपने खेत में सीधी बीज तकनीक के माध्यम से धान बोया था. लेकिन पानी की कमी से धान चौपट हो गया और किसान ने यह दर्दनाक कदम उठाया.

धान के पौधे को उगने, बढ़ने और पकने के लिए 80 दिनों तक बिना रुके पानी की सप्लाई की जरूरत होती है. लेकिन कुछ ही हफ्तों में कावेरी का पानी नहीं छोड़े जाने के कारण पानी की सप्लाई बंद कर दी गई. राजकुमार और कुछ अन्य किसान बड़ी रकम खर्च करके कई किलोमीटर दूर से मोटर चलाकर पानी लाने में कामयाब रहे. फिर भी, पानी पर्याप्त नहीं था जिसके कारण खेत सूख गए और दरारें पड़ गईं. वह भी उस समय जब फसलें पकना शुरू हो रही थीं.

क्या है पूरा मामला?

ऐसे में किसान राजकुमार ने ट्रैक्टर से धान की फसल को नष्ट करने और सांभा (अधिक दिनों की धान की किस्म) की खेती के लिए खेत तैयार करने का फैसला किया था. लेकिन फसलों को मरते देखकर वे बहुत उदास थे और उधार लिए गए लोन को लेकर हमेशा चिंता में रहते थे. राजकुमार उधार लिए गए 5.05 लाख के कर्ज की किस्तों को नहीं चुका पा रहे थे. साथ ही सांभा की खेती के लिए अधिक लोन मिलने की चिंता से वे गहरे दुख में चले गए थे. 

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राजकुमार के रिश्तेदार वनजा ने कहा, “उन्होंने कुरुवई की खेती के लिए पैसे उधार लिए लेकिन फसलें सूख गईं. बैंकों से करीब 04 लाख रुपये और अन्य से 3.5 लाख रुपये लिए. उन्होंने अपनी पत्नी के गहने भी गिरवी रख दिए. किसान राजकुमार सूखी फसलों को देखकर बहुत उदास थे और यही उनकी मृत्यु का कारण बना.”

विपक्षी नेता के. पलानीसामी ने शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की और सीएम एमके स्टालिन पर आरोप लगाते हुए दावा किया कि निर्णय लेने में देरी और कावेरी नदी का पानी तमिलनाडु को देने में विफल रहने के कारण राजकुमार की मृत्यु हो गई. पलानीसामी ने यह भी मांग की कि राजकुमार के परिवार को मुआवजे के रूप में 25 लाख रुपये दिए जाएं.(प्रमोद की रिपोर्ट)

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