मोटे अनाज पर वैश्विक सम्मेलन, आलू की कीमत, प्याज की कीमत, किसानों का पैदल मार्च, यूपी संभल हादसा, पीएम फसल बीमा योजना (PMFBY) लेटेस्ट अपडेट, एपिडा (APEDA) द्वारा फसलों का आयात-निर्यात, पशुपालन (Animal Husbandry), मुर्गी पालन (Poultry Farming), केंद्रीय कृषि बजट 2023 (Agriculture Budget 2023), पीएम किसान योजना (PM Kisan Yojana) की 14वीं किस्त, किसान क्रेडिट कार्ड (Kisan Credit Card), आज देशभर में कैसा रहेगा मौसम (Latest Weather Update), MSP पर रबी फसलों की खरीदारी, गेहूं और सरसों का उत्पादन, फलों और फसलों में लगने वाले रोग, फलों और सब्जियों की कीमत से जुड़ा हर अपडेट जानने के लिए पढ़ते रहें आज का हमारा लाइव अपडेट्स (Live Updates)-
लखीमपुर खीरी जिले में मैलानी थाना क्षेत्र के बांकेगंज गांव के पास एक किसान ने मंडी में आलू का सही दाम ना मिलने से परेशान होकर अपना एक ट्रॉली आलू खाई में फेंक दिया. बताया जाता है कि बांकेगंज कस्बे के रहने वाले किसान मनवीर सिंह अपना एक ट्रॉली आलू बेचने के लिए मंडी गए थे जहां उन्हें सही दाम नहीं मिला तो उससे आहत होकर वह अपना आलू वापस ले आए और अपने घर के बाहर एक गहरी खाई में फेंक दिया. जिसे लूटने के लिए ग्रामीणों की मेहुल बच गई महिलाएं और पुरुष बोरों में भरकर आलू ले जाने लगे जिसका मौके पर खड़े एक शख्स ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. (रिपोर्ट-अभिषेक वर्मा)
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला में पिछले कुछ दिनों से मौसम खुशनुमा चला हुआ है. शुक्रवार को मंडी जिला में पूरा दिन मौसम खराब रहा और हल्की बूंदा बांदी भी हुई थी वही शनिवार को भी यही आलम देखने को मिल रहा है. हालांकि, मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने 17 और 18 मार्च को मंडी जिले के कई स्थानों पर वर्षा, तेज हवाएं, बिजली एवं बर्फबारी की चेतावनी जारी की थी लेकिन अभी तक ऐसा कुछ देखने को नही मिला है. मंडी शहर में दोपहर तक हल्की बूंदाबांदी का दौर जारी रहा, हल्की बारिश से मौसम सुहवाना है. शहर की सड़कों और गलियों में कई लोग छाता लिए नजर आए तो कईयों ने हल्की बारिश का मजा भी लिया. वही तापमान की बात करें तो बारिश ना होने से जहां पहले लोगों ने गर्म कपड़े उतार दिए थे वहीं पिछले तीन चार दिनों से मौसम में बदलाव के चलते फिर ठंड है और लोग गर्म वस्त्रो में नजर आ रहे हैं. अगर बात किसान वर्ग की करें तो वे मायूस है क्योंकि इस बार मौसम की बेरूखी के चलते गेंहू की फसल बर्बाद हो चुकी है और अब भी बारिश आवश्यकता अनुकूल नहीं हो रही है. (रिपोर्ट- परि शर्मा)
मसूरी में लगातार हो रही बारिश से मसूरी के तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है. सुबह से ही लगातार बारिश हो रही है जिसके बाद मौसम ने करवट बदली और मौसम सुहाना हो गया. लगातार हो रही बारिश से एक तरफ व्यापारियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं, तो दूसरी तरफ बाहर से आए पर्यटक बारिश का जमकर लुफ्त उठा रहे हैं. बता दें कि उत्तराखंड में 20 मार्च तक मौसम विभाग ने खतरे की घंटी बजाई है विभाग की मानें तो 18 से 20 तक प्रदेश के कई इलाकों में बारिश के साथ-साथ जबरदस्त ओलावृष्टि हो सकती है. ऐसे में खतरा बढ़ने की संभावनाएं मौसम विभाग ने जताई है.
दिल्ली के बुराड़ी, केशव नगर व ईब्राहिमपुर क्षेत्र में तेज बारिश के साथ साथ ओले भी गिरे.आज शनिवार को सुबह से ही दिल्ली में बादल छाए हुए थे और हल्की बूंदाबांदी भी हो रही थी. दिन के 12:00 बजे से अचानक काफी घने बादल छाए और तेज बारिश शुरू हुई. बता दें कि दिल्ली देहात के बड़े क्षेत्र में गेहूं और सरसों की फसल भी पककर तैयार है. ओलो व तेज हवा की वजह से फसलों में काफी बड़ा नुकसान हुआ है. जिस पौधे पर ओला गिरता है वह पौधा टूट कर नष्ट हो जाता है. साथ ही पकी हुई गेहूं में पानी भरने और साथ में हवा चलने से गेहूं की फसल गिर जाती है जिस वजह से पैदावार 50% से ज्यादा कम हो जाती है. स्थानीय लोगों का कहना है कि तापमान धीरे धीरे बढ़ता जा रहा था और उन्होंने गर्मियों के कपड़े पहनने शुरू कर दिए थे अब अचानक मौसम ने करवट ली है जिसमें बचकर रहने की जरूरत है.
संयुक्त किसान मोर्चा को पुलिस अनुमति मिली. 20 मार्च को सुबह 10 बजे से दोपहर 3.30 बजे तक हजारों किसान रामलीला मैदान में महापंचायत करेंगे और कल से ही नई दिल्ली में और उसके पास इकट्ठा होना शुरू करेंगे.
'श्री अन्न' भी भारत में समग्र विकास का माध्यम बन रहा है, इसमे गांव भी जुड़ा है और गरीब भी जुड़ा है. श्री अन्न यानी देश के छोटे किसानों के समृद्धि का द्वार, श्री अन्न यानी देश के करोड़ों लोगों के पोषण का कर्णधार, श्री अन्न यानी देश के आदिवासी समाज का सत्कार: पीएम मोदी
श्री अन्न यानी कम पानी में ज्यादा फसल की पैदावार, श्री अन्न यानी केमिकल मुक्त खेती का बड़ा आधार, श्री अन्न यानी क्लाइमेट चेंज की चुनौतियों से निपटने में मददगार: पीएम मोदी
हमने श्री अन्न को ग्लोबल मूवमेंट बनाने के लिए लगातार काम किया है. हमारे यहां 12-13 राज्यों में मिलेट्स की खेती होती है लेकिन इनमें घरेलू खपत प्रति व्यक्ति प्रति माह 2-3 किलो से ज्यादा नहीं थी लेकिन आज ये बढ़कर 14 किलो प्रति माह हो गई है: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
हमने श्री अन्न को ग्लोबल मूवमेंट बनाने के लिए लगातार काम किया है। हमारे यहां 12-13 राज्यों में मिलेट्स की खेती होती है लेकिन इनमें घरेलू खपत प्रति व्यक्ति प्रति माह 2-3 किलो से ज्यादा नहीं थी लेकिन आज ये बढ़कर 14 किलो प्रति माह हो गई है: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी pic.twitter.com/8WifoScmOQ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 18, 2023
चाहे LIFE मिशन की अगुवाई हो, Climate Change से जुड़े लक्ष्यों को समय से पहले हासिल करना हो, हम अपनी विरासत से प्रेरणा लेते हैं, समाज में बदलाव को शुरू करते हैं और उसे विश्व कल्याण की भावना तक लेकर जाते हैं. यही आज भारत के 'मिलेट मूवमेंट' में भी दिख रहा है: पीएम मोदी
Climate resilient होना मिलेट्स की ताकत है. बहुत Adverse Climatic Conditions में भी मिलेट्स का आसानी से उत्पादन हो जाता है. इसकी पैदावार में अपेक्षाकृत पानी भी कम लगता है, जिससे Water crisis वाली जगहों के लिए ये एक पसंदीदा फसल बन जाती है: पीएम मोदी
हमारे युवा साथी किस प्रकार के नए-नए स्टार्टअप लेकर इस क्षेत्र में आए हैं, ये भी अपने आप में प्रभावित करने वाला है। ये सभी भारत की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है: पीएम मोदी
'श्री अन्न' केवल खेती या खाने तक सीमित नहीं हैं, जो लोग भारत की परंपराओं से परिचित हैं, वह ये भी जानते हैं कि हमारे यहां किसी के आगे 'श्री' ऐसे ही नहीं जुड़ता है. जहां 'श्री' होती हैं वहां समृद्धि भी होती है और समग्रता भी होती है: पीएम मोदी
श्रीअन्न भारत में समग्र विकास का एक माध्यम बन रहा है: पीएम मोदी
श्रीअन्न भारत में समग्र विकास का एक माध्यम बन रहा है। pic.twitter.com/Ooif8MK0Oq
— PMO India (@PMOIndia) March 18, 2023
भारत के प्रस्ताव और प्रयासों के बाद ही संयुक्त राष्ट्र ने 2023 को अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष घोषित किया। जब विश्व अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष मना रहा है तब भारत इस अभियान की अगुवाई कर रहा है। ग्लोबल मिलेट्स कॉन्फ्रेंस इसी दिशा का एक महत्वपूर्ण कदम है: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
उच्च गुणवत्ता वाले पोषक तत्वों से युक्त #Millets (श्री अन्न) का सेवन करना न केवल हमारे पाचन तंत्र के लिए लाभकारी है बल्कि ये एंटी-ऑक्सीडेंट में समृद्ध होने के कारण तनाव को भी कम करने में सहायक होते हैं: पीएम मोदी
पोषक अनाजों की श्रेणी में ज्वार, सांवा, कोदो व कुटकी का महत्वपूर्ण योगदान है।
ग्लोबल मिलेट्स (श्री अन्न) कॉन्फ्रेंस जैसे आयोजन न सिर्फ Global Goods के लिए जरूरी हैं, बल्कि Global Goods में भारत की बढ़ती जिम्मेदारी का भी प्रतीक हैं: पीएम मोदी
मिलेट्स (श्री अन्न) कम पोषण वाली मिट्टी में आसानी से उगाया जा सकता है। इनकी यह विशेषता है कि यह सूखा प्रभावित क्षेत्र में भी उगाया जाता है। बाजरा प्रोटीन, एंटीऑक्सिडेंट और पोषक तत्वों से भरपूर होता है।
मिलेट्स (श्री अन्न) कई संस्कृतियों में एक पारंपरिक भोजन है और हजारों वर्षों से इसका आनंद लिया जाता रहा है. मिलेट्स (श्री अन्न) एक स्थायी और पर्यावरण के अनुकूल फसल है जो जलवायु परिवर्तन को कम करने में मदद कर सकती है: पीएम मोदी
आज मिलेट्स का शुभारंभ उत्सव है, मिलेट्स विषय को लेकर जब भी कोई सवाल आया तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बहुत ही उत्साह से हम सब लोगों का मार्गदर्शन किया और उसी के परिणामस्वरूप ये कार्यक्रम ऊंचाई पर पहुंच रहा है: केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर
आज मिलेट्स का शुभारंभ उत्सव है, मिलेट्स विषय को लेकर जब भी कोई सवाल आया तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बहुत ही उत्साह से हम सब लोगों का मार्गदर्शन किया और उसी के परिणामस्वरूप ये कार्यक्रम ऊंचाई पर पहुंच रहा है: केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर pic.twitter.com/JVVmeYGSP6
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 18, 2023
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