एक साल में पराली जलाने के मामले घटे, लेकिन तीन दिन में 700 परसेंट की बढ़ोतरी

एक साल में पराली जलाने के मामले घटे, लेकिन तीन दिन में 700 परसेंट की बढ़ोतरी

पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. पंजाब में अब तक 3293 जगहों पर पराली में आग लगायी गई है. तो वहीं हरियाणा में 938 मामले अब तक सामने आए हैं. पराली के मुद्दे पर हरियाणा और पंजाब भी आमने सामने हो गए हैं. हरियाणा के मुख्यमंत्री ने सैटेलाइट तस्वीरें जारी करके कहा है कि हरियाणा में पराली जलाने के मामले बेहद कम हैं.

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एक साल में पराली जलाने के मामले घटे, लेकिन तीन दिन में 700 परसेंट की बढ़ोतरीनासा ने जारी की सेटेलाइट, तीन दिनों में पराली के मामलों में 700% की बढ़त

पंजाब और हरियाणा में पराली अब एक गंभीर समस्या बनती दिख रही है. दूसरे राज्यों में धान की कटाई के बाद निकली पराली को भले ही पराली के तौर पर देखा जाए, लेकिन दिल्ली के लोगों के लिए ये सिर्फ प्रदूषण है. जिसके कारण यहां के लोगों को सांस और अन्य प्रकार की बीमारियों का सामना करना पड़ता है. ऐसे में सरकार की ओर से इस समस्या को रोकने के लिए कई ठोस कदम उठाए गए. जिसके कारण पिछले कई वर्षों की तुलना में इस वर्ष पराली जलाने की संख्या में गिरावट भी आई है. लेकिन नासा की एक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले तीन दिनों में ये मामले तेजी से बढ़े हैं. आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला.

पराली जलाने के मामले में हुई वृद्धि

पंजाब सरकार ने राज्य में धान की पराली जलाने की गंभीर समस्या पर आंकड़े जारी करते हुए कहा है कि आग लगने की संख्या 2022 में 5798 से घटकर 2023 में 2704 हो गई है, जो 25 अक्टूबर 2022 की तुलना में 25 अक्टूबर 2023 तक 53% की भारी कमी आई है. पराली में आग लगाने की घटना हर साल 15 सितंबर से शुरू होती है. दूसरी ओर, नासा से जारी सेटेलाइट इमेज बताते हैं कि पिछले तीन-चार दिनों में पराली के मामलों में 700 फीसद से अधिक की वृद्धि हुई है. जो अपने आप में एक गंभीर चिंता का विषय है.

पराली मुद्दे पर हरियाणा-पंजाब आमने सामने

पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं. पंजाब में अब तक 3293 जगहों पर पराली में आग लगायी गई है. तो वहीं हरियाणा में 938 मामले अब तक सामने आए हैं. पराली के मुद्दे पर हरियाणा और पंजाब भी आमने सामने हो गए हैं. हरियाणा के मुख्यमंत्री ने सैटेलाइट तस्वीरें जारी करके कहा है कि हरियाणा में पराली जलाने के मामले बेहद कम हैं. तो वहीं पंजाब में ज़्यादा मामले सामने आ रहे हैं.

इन इलाकों में इतनी जली पराली

पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने के मामलों पर राजनीतिक तनाव भी है. वहीं पी.जी.आई चंडीगढ़ के पर्यावरण विभाग की ओर से किए गए शोध में यह बात सामने आई है कि पिछले सालों में भी पराली जलाने के मामले कम तो हो रहे हैं, लेकिन रुक नहीं रहे हैं. आज और पिछले साल का रिकॉर्ड देखें तो इस साल पराली जलाने के मामलों में 15 फीसदी की कमी आई है. सैटेलाइट इमेज से पता चल रहा है कि पाकिस्तान की सीमा से सटे पंजाब में पराली जलाने के ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं. अकेले अमृतसर में 934 स्थानों पर और तरनतारन में 386 स्थानों पर पराली जलाई गई है.

पराली जलाने को लेकर किया गया नियंत्रण

पराली जलाने से जहां दिल्ली की सांसें रुकी हुई हैं, वहीं हरियाणा और पंजाब का इस पर अलग-अलग दावा है. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का कहना है कि पराली जलाने को लेकर हरियाणा सरकार ने काफी नियंत्रण कर लिया है. लेकिन इसकी असली ज़िम्मेदारी पंजाब है. हरियाणा सरकार ने नासा से ली गई सैटेलाइट तस्वीरों का भी हवाला दिया है. पंजाब सरकार का कहना है कि उन्होंने ड्रोन समेत हर तरह की तकनीक का इस्तेमाल किया है. इसके अलावा टीमें लगातार गांवों में नजर रख रही हैं. जिस वजह से पराली जलाने के मामलों में पिछले साल की तुलना में 50 फीसदी की कमी आई है. सरकार ने बाकायदा डेटा भी जारी किया है.

तीन दिन में पराली जलाने के मामलों में 700 फीसदी की बढ़ोतरी: Photo Credit: Nasa
तीन दिन में पराली जलाने के मामलों में 700 फीसदी की बढ़ोतरी: Photo Credit: Nasa


पंजाब में आमतौर पर दिवाली के आसपास पराली जलाने की जो खतरनाक स्थिति बनती है वो इस बार भी बनती हुई दिखाई दे रही है. जहां रविवार, 29 अक्टूबर को पराली जलाने के 1068 मामले सामने आए थे तो वहीं सोमवार 31 अक्टूबर को पराली जलाने के 1030 और मामले पंजाब में सामने आए हैं. इस साल पंजाब में पराली जलाने का आंकड़ा 6284 को पार कर गया है. नासा के सेटेलाइट इमेज में पंजाब में पराली जलाने के मामलों में बढ़ोतरी बताई जा रही है.  

26 अक्टूबर को पराली जलाने के मामले

इस सीजन में 1 दिन में सबसे अधिक पराली जलाने के मामले गुरुवार को सामने आए हैं. गुरुवार, 26 अक्टूबर को पंजाब में पराली जलाने के 589 मामले आए सामने. इसके साथ ही पंजाब में पराली जलाने के कुल मामलों की संख्या बढ़कर 3293 पहुंच गई है.

दशहरे के बाद से पंजाब में पराली जलाने के मामलों को लेकर 25 और 26 अक्टूबर की सेटेलाइट तस्वीरें भी सामने आई हैं. जो साबित करती है कि दशहरे के बाद से पंजाब में पराली जलाने के मामलों में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है. दूसरी ओर, पंजाब सरकार का कहना है कि अभी तक पंजाब में 50 परसेंट कम पराली जलाने की घटनाएं सामने आई हैं.

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