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किसान कारवां प्रोग्राम में किसानों ने जाना खेती-बाड़ी का हाल, दवा-खाद की ली जानकारी

किसान कारवां प्रोग्राम में किसानों ने जाना खेती-बाड़ी का हाल, दवा-खाद की ली जानकारी

किसान कारवां प्रोग्राम में मैजिक शो के जरिये किसानों को समझाया गया कि वे आज के युग में हाईटेक बनकर किस प्रकार से अपनी खेती को उच्च स्तर पर ले जा सकते हैं. वे किस तरह से नई तकनीकों का फायदा उठा सकते हैं. कार्यक्रम के दौरान मंच साझा करने वाले कृषि के जानकार अतिथियों का शॉल उढ़ाकर सम्मान किया गया.

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किसान कारवां में हुआ ये खास किसान कारवां में हुआ ये खास

'इंडिया टुडे' ग्रुप के किसान तक चैनल का किसान कारवां प्रोग्राम बुधवार को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में आयोजित हुआ. एक दिन पहले मंगलवार को भी यह प्रोग्राम मुजफ्फरनगर में ही हुआ था. बुधवार को किसान कारवां का आयोजन करवा छापर गांव में हुआ. इस कार्यक्रम के माध्यम से यहां के क्षेत्रीय किसानों को खेती से संबंधित जानकारियां मुहैया कराई गईं. इस कार्यक्रम में आज मुजफ्फरनगर जनपद के कृषि अधिकारी संतोष यादव भी पहुंचे जिन्होंने किसानों को सरकारी योजनाओं के बारे में बताया. उन्होंने जोर दिया कि किसान पेस्टीसाइड का ज्यादा प्रयोग में नहीं करें बल्कि जैविक खाद का इस्तेमाल करें जिससे उनकी फसल की उपज भी बढ़ेगी और इससे वे अपनी आय को भी बढ़ा सकते हैं.

प्रोग्राम के दौरान मैजिक शो के जरिये किसानों को समझाया गया कि वे आज के युग में हाईटेक बनकर किस प्रकार से अपनी खेती को उच्च स्तर पर ले जा सकते हैं. वे किस तरह से नई तकनीकों का फायदा उठा सकते हैं. कार्यक्रम के दौरान मंच साझा करने वाले कृषि के जानकार अतिथियों का शॉल उढ़ाकर सम्मान किया गया.

किसानों को दी गई दवाइयों की जानकारी

किसान गफूर ने कहा कि प्रोग्राम में बढ़िया जानकारी मिली. यहां दवाइयों के बारे में जानकारी दी गई. यह भी बताया गया कि अधिक रेट पर फसलों की दवाई न खरीदें बल्कि अच्छी दवा खरीदें. इसमें बताया गया कि मिट्टी की जांच करानी चाहिए जिससे पैदावार बढ़ेगी.  किसान गफूर ने कहा कि किसानों के लिए यहां साल में एक बार ऐसा प्रोग्राम जरूर होना चाहिए. आज से पहले यहां कभी ऐसा कार्यक्रम नहीं हुआ है. किसान आस मोहम्मद ने कहा कि प्रोग्राम में दवा से लेकर खेती के तरीके के बारे में जानकारी दी गई. सरकारी योजनाओं के बारे में भी बताया गया. 

किसान कारवां प्रोग्राम
किसान कारवां प्रोग्राम

सरकारी योजनाओं की मदद से सुधरेगी हालत

किसान अरशद त्यागी ने कहा कि प्रोग्राम में बताया गया कि कौन सा धान डालना चाहिए और कौन सा नहीं. सरकारी योजनाओं के बारे में पूरा विस्तार से समझा रहे हैं और किसानों के हित की बात है, उसे भी बताया जा रहा है. अरशद त्यागी ने कहा कि ऐसा प्रोग्राम बार-बार चलता रहे तो किसानो की हालत भी सुधरेगी और खेती पर खर्चा भी कम आएगा.

ये भी पढ़ें: यूपी के मुजफ्फरनगर पहुंचा 'किसान तक' का किसान कारवां, खाद बीज से लेकर मिट्टी की सेहत की दी जानकारी

धानुका एग्रीटेक ने भी लिया कार्यक्रम में हिस्सा

कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे धानुका एग्रीटेक के दीपेंद्र सिंह ने कहा कि किसान कारवां किसानों को जागरूक करने वाला प्रोग्राम है. किसान अगर नई टेक्नोलॉजी के साथ खेती करें, मिट्टी में सूक्ष्म जीवों को बचाया जाए और ऑर्गेनिक फर्टिलाइजर का प्रयोग करें तो किसान अच्छी उपज ले सकते हैं. दीपेंद्र सिंह ने कहा कि धानुका का प्रोडक्ट मायकोर है जिसमें कोई केमिकल नहीं है. यह खाद गन्ने के लिए बेहतर है. मुजफ्फरनगर गन्ने की मेन बेल्ट है जहां किसान फसल में 8 किलो मायकोर डाल सकते हैं. इसके अलावा धान या गेहूं में इसे 4 किलो डोज के हिसाब से डाल सकते हैं. 

स्वराज ने दी ट्रैक्टर की जानकारी

प्रोग्राम में आए स्वराज ट्रैक्टर के संकेत राठी ने कहा कि इंडिया टुडे के इस कार्यक्रम के माध्यम से वे स्वराज ट्रैक्टर की जानकारी दे रहे हैं. उन्होंने स्वराज के मॉडल 742 HT के बारे में बताया जो 42 HT का ट्रैक्टर है. इस ट्रैक्टर की खास बात यह है कि इस ट्रैक्टर में पावर स्टीयरिंग, 14928 का टायर, 3307 सीसी का इंजन, 6 साल की वारंटी, 400 घंटे सर्विस अंतराल, ऑयल ब्रेक और आईपीटीवी, क्लच लगे हैं. इसमें ईजी हिंज है जिससे पीछे ट्रेक्टर में कुछ भी जोड़ने के लिए तकलीफ नहीं होती. कंपनी यह ईजी हिंज लगा कर दे रही है. उन्होंने बताया कि स्वराज पूरी तरह से भारतीय कंपनी है. इसमें 15 एचपी से लेकर के 65 एचपी तक के समस्त रेंज उपलब्ध हैं. जो किसान छोटा काम करना चाहेगा उसके लिए छोटा ट्रैक्टर उपलब्ध है. साथ ही बड़े से बड़े काम के लिए बड़े ट्रैक्टर भी उपलब्ध हैं. यह कंपनी ट्रैक्टर पर 6 साल की वारंटी दे रही है.

किसान कारवां प्रोग्राम
किसान कारवां प्रोग्राम

इस कंपनी ने भी लिया हिस्सा

अनमोल बिस्किट से आए अमित कपिल ने कहा कि अच्छी बात है जो इंडिया टुडे के प्रोग्राम में आने का मौका मिला. कंपनी ने इस प्रोग्राम में अपना कैनोपी लगाया है जिसमें बिस्किट ड्रीम लाइट और फ्रूट ब्रिक्स भी लाया गया. ये दोनों प्रोडक्ट अभी लॉन्च किए हैं. इस कंपनी को मार्केट लाइन में उतरे 25 से 26 साल हो गए हैं. प्रोग्राम में बताया गया कि अगर कोई व्यक्ति बिस्कुट खाता है तो उसे क्वालिटी पर खास ध्यान देना चाहिए. किसान कारवां का आयोजन यूपी सरकार के सहयोग से किया जा रहा है. इस पूरे कारवां में एसोसिएट पार्टनर के तौर पर अनमोल, धानुका और स्वराज जुड़े हुए हैं.